गया: जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने केंद्र सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने सरकार को तंज कसते हुए कहा कि किसानों के मुद्दे पर उनका आंदोलन लगातार जारी रहेगा. केंद्र सरकार ने जुल्म की हद पार कर दी है. इसे लेकर आगामी 18 फरवरी को पूरे देश में चक्का जाम किया जाएगा.
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सभा का आयोजन
बता दें कि पप्पू यादव जिले के फतेहपुर प्रखंड स्थित गम्हरी गांव में आयोजित एक सभा में शामिल होने के लिए पहुंचे थे. जहां जाप कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया. इस मौके पर जाप के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष टीका खां, जिलाध्यक्ष विनोद मरांडी, महासचिव प्रेम कुमार, छात्र परिषद अध्यक्ष ओम यादव सहित आसपास के कई संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे.
किसानों को आंदोलन करने पर किया मजबूर
पप्पू यादव ने कहा कि केंद्र सरकार ने तीन कृषि कानून बनाकर किसानों को आंदोलन करने पर मजबूर कर दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक तरफ सदन में गुलाम नबी आजाद को याद कर आंसू बहाते हैं तो वहीं पुलवामा के शहीदों को भूल जाते हैं. पुलवामा में जो सैनिक मारे गए उनके आश्रितों को न तो नौकरी मिली और न ही कोई मुआवजा मिला. आंदोलन के दौरान कई किसान शहीद हो गए. लेकिन नरेंद्र मोदी उनसे मिलने तक नहीं गए. वहीं उल्टा किसानों को आंतकवादी कहा जा रहा है.
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63 फसलों पर एमएसपी देने की मांग
पप्पू यादव ने स्पष्ट रूप से कहा कि केंद्र सरकार 21 नहीं बल्कि 63 फसलों पर एमएसपी दें. साथ ही तीनों कृषि कानूनन को वापस ले. किसानों को मंडी उपलब्ध कराएं या फिर किसानों की करेंसी अलग करें. वहीं उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला करते हुए कहा कि उन्हें यह जानकारी नहीं है कि उनके मंत्रिमंडल में कितने मंत्री दागी है. अगर सीडीआर निकालकर देख लिया जाए तो स्पष्ट हो जाएगा कि नीतीश सरकार के 21 से भी ज्यादा मंत्री पर आपराधिक मामले दर्ज हैं. उन्होंने कहा कि आगामी 18 फरवरी को रेल चक्का जाम करते हुए ट्रेन की पटरी पर जाप कार्यकर्ता सोएंगे. सरकार अगर गोली चलाने का भी आदेश देती है तो पीछे हटने वाले नहीं हैं. जब तक तीनों कृषि कानून खत्म नहीं हो जाता, तब तक आंदोलन जारी रहेगा.
यह लड़ाई आर-पार की है. जुल्म की सीमा पार कर दी गई है. जिसके वजह से 18 फरवरी को देश चक्का जाम करेंगे. किसान से बड़ा आतंकवादी सरकार के लिए कोई नहीं है. आंदोलन के दौरान 250 से अधिक किसान मर गए. लेकिन सरकार ने किसान को एक रुपये भी नहीं दिया और कहा कि कौन मर गया हम नहीं जानते. -पप्पू यादव, जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष