ETV Bharat / state

महापुरूषों की कर्मस्थली और राष्ट्रीय धरोहर का अस्तित्व विहीन होना शर्मनाक- विजय मांझी - सांसद विजय मांझी पहुंचे नेयामतपुर आश्रम

सांसद विजय मांझी बेलागंज ऐतिहासिक नेयामतपुर आश्रम पहुंचे. इस दौरान उन्होंने आश्रम के संस्थापक पंडित यदुनंदन शर्मा की आदम कद प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित किया और इसके महत्व को बताया.

सांसद विजय मांझी
सांसद विजय मांझी
author img

By

Published : Jan 18, 2021, 1:15 PM IST

गया: जो महापुरूष देश और देश के किसानों के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिए हो उनके कर्मस्थली का जर्जर हालत में होना राज्य और समाज दोनों के लिए शर्मनाक बात है. जिस नेयामतपुर आश्रम का नाम इतिहास के स्वर्ण अक्षरों में अंकित है वहां स्थल का हाल देखकर शर्मिंदगी महसूस होती है. यह बात सांसद विजय मांझी ने बेलागंज के ऐतिहासिक नेयामतपुर आश्रम में कही.

सांसद पहुंचे नेयामतपुर आश्रम
सांसद विजय मांझी बेलागंज ऐतिहासिक नेयामतपुर आश्रम पहुंचे. सांसद ने सर्वप्रथम आश्रम के संस्थापक पंडित यदुनंदन शर्मा के आदम कद प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया. सांसद के आश्रम पहुंचने पर आश्रम समिति के लोगों ने उन्हें अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया.

आश्रम पहुंचे विजय मांझी.
आश्रम पहुंचे विजय मांझी.

इसे भी पढ़ें: बिहार में चरम पर है अपराध, रूपेश हत्याकांड से अपना पल्ला झाड़ रही है नीतीश सरकार: तेजस्वी

इतिहास के पन्नों पर है अंकित
सांसद विजय मांझी ने कहा कि नेयामतपुर आश्रम का महत्व इतिहास के पन्नों पर अंकित है. स्वतंत्रता आंदोलन और किसान आंदोलन में बिहार में उक्त आश्रम का अलग पहचान रहा है. मगर आश्रम का हालत देखकर बुरा लग रहा है. सांसद विजय मांझी ने ऐतिहासिकता का असीम स्मृतियां संजोए इस आश्रम की बदहाली चिंता का विषय है. इस आश्रम के विकास के लिए सभी को मिलजुलकर प्रयास करने की जरूरत है.

आश्रम पहुंचे विजय मांझी.
आश्रम पहुंचे विजय मांझी.

ऐतिहासिकता के बारे में दी गई विस्तार से जानकारी
आश्रम विकास समिति सह पंडित यदुनंदन शर्मा ने किसान विकास मोर्चा के संयोजक रविशंकर कुमार ने सांसद को आश्रम के ऐतिहासिकता के बारे में विस्तार से जानकारी दी. रविशंकर ने सांसद को बताया कि यह देश का ऐतिहासिक धरोहर है. जहां से देश के आजादी और किसान आंदोलन का रूपरेखा महान स्वतंत्रता सेनानी सह किसान नेता पंडित यदुनंदन शर्मा के नेतृत्व में तय की जाती थी. अंग्रेजों के माध्यम से कई बार इस आश्रम पर हमला किया गया था. उन्होंने सांसद को बताया कि हाल ही में समिति के सदस्यों ने मुख्यमंत्री को इसके विकास के लिए पत्र लिखा था.

ये भी पढ़ें: LJP की आज अहम बैठक, उससे पहले पार्टी में बड़ी टूट

पर्यटन विभाग को सौंपा गया भार
आश्रम विकास समिति के माध्यम से लिखे गए पत्र पर सीएमओ ने संज्ञान लेते हुए उक्त कार्य का भार पर्यटन विभाग को सौंपा है. जिलाधिकारी और पर्यटक विभाग के प्रतिनिधि स्वरूप स्थानीय बीडीओ ने स्थल का निरीक्षण कर विकास के लिए क्या किया जा सकता इसकी पूरी जानकारी उच्च अधिकारियों को देंगे. स्थानीय बीडीओ कुन्दन कुमार ने आश्रम का तत्काल दौरा कर वस्तुस्थिति से अवगत हुए और अपने अधिकार क्षेत्र के संसाधनों से चबूतरा निर्माण शुरू कराया है.

इसे भी पढ़ें: राजस्थान: प्रख्यात शास्त्रीय गायक गुलाम मुस्तफा खान का निधन, सीएम गहलोत और वसुंधरा ने ट्वीट कर जताई संवेदना

इस मौके पर मौजूद लोगों को सांसद ने आश्वस्त किया कि-
मैं अपने सांसद मद से जो भी संभव होगा विकास के लिए राशि आवंटित करूंगा. लोकसभा के आगामी सत्र में इस ऐतिहासिक धरोहर को बचाने और पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के आवाज उठाउंगा. बिहार सरकार के पर्यटन विभाग औऱ जिलाधिकारी से भी विकास के लिए बात की जाएगी. -विजय मांझी, सांसद

गया: जो महापुरूष देश और देश के किसानों के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिए हो उनके कर्मस्थली का जर्जर हालत में होना राज्य और समाज दोनों के लिए शर्मनाक बात है. जिस नेयामतपुर आश्रम का नाम इतिहास के स्वर्ण अक्षरों में अंकित है वहां स्थल का हाल देखकर शर्मिंदगी महसूस होती है. यह बात सांसद विजय मांझी ने बेलागंज के ऐतिहासिक नेयामतपुर आश्रम में कही.

सांसद पहुंचे नेयामतपुर आश्रम
सांसद विजय मांझी बेलागंज ऐतिहासिक नेयामतपुर आश्रम पहुंचे. सांसद ने सर्वप्रथम आश्रम के संस्थापक पंडित यदुनंदन शर्मा के आदम कद प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया. सांसद के आश्रम पहुंचने पर आश्रम समिति के लोगों ने उन्हें अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया.

आश्रम पहुंचे विजय मांझी.
आश्रम पहुंचे विजय मांझी.

इसे भी पढ़ें: बिहार में चरम पर है अपराध, रूपेश हत्याकांड से अपना पल्ला झाड़ रही है नीतीश सरकार: तेजस्वी

इतिहास के पन्नों पर है अंकित
सांसद विजय मांझी ने कहा कि नेयामतपुर आश्रम का महत्व इतिहास के पन्नों पर अंकित है. स्वतंत्रता आंदोलन और किसान आंदोलन में बिहार में उक्त आश्रम का अलग पहचान रहा है. मगर आश्रम का हालत देखकर बुरा लग रहा है. सांसद विजय मांझी ने ऐतिहासिकता का असीम स्मृतियां संजोए इस आश्रम की बदहाली चिंता का विषय है. इस आश्रम के विकास के लिए सभी को मिलजुलकर प्रयास करने की जरूरत है.

आश्रम पहुंचे विजय मांझी.
आश्रम पहुंचे विजय मांझी.

ऐतिहासिकता के बारे में दी गई विस्तार से जानकारी
आश्रम विकास समिति सह पंडित यदुनंदन शर्मा ने किसान विकास मोर्चा के संयोजक रविशंकर कुमार ने सांसद को आश्रम के ऐतिहासिकता के बारे में विस्तार से जानकारी दी. रविशंकर ने सांसद को बताया कि यह देश का ऐतिहासिक धरोहर है. जहां से देश के आजादी और किसान आंदोलन का रूपरेखा महान स्वतंत्रता सेनानी सह किसान नेता पंडित यदुनंदन शर्मा के नेतृत्व में तय की जाती थी. अंग्रेजों के माध्यम से कई बार इस आश्रम पर हमला किया गया था. उन्होंने सांसद को बताया कि हाल ही में समिति के सदस्यों ने मुख्यमंत्री को इसके विकास के लिए पत्र लिखा था.

ये भी पढ़ें: LJP की आज अहम बैठक, उससे पहले पार्टी में बड़ी टूट

पर्यटन विभाग को सौंपा गया भार
आश्रम विकास समिति के माध्यम से लिखे गए पत्र पर सीएमओ ने संज्ञान लेते हुए उक्त कार्य का भार पर्यटन विभाग को सौंपा है. जिलाधिकारी और पर्यटक विभाग के प्रतिनिधि स्वरूप स्थानीय बीडीओ ने स्थल का निरीक्षण कर विकास के लिए क्या किया जा सकता इसकी पूरी जानकारी उच्च अधिकारियों को देंगे. स्थानीय बीडीओ कुन्दन कुमार ने आश्रम का तत्काल दौरा कर वस्तुस्थिति से अवगत हुए और अपने अधिकार क्षेत्र के संसाधनों से चबूतरा निर्माण शुरू कराया है.

इसे भी पढ़ें: राजस्थान: प्रख्यात शास्त्रीय गायक गुलाम मुस्तफा खान का निधन, सीएम गहलोत और वसुंधरा ने ट्वीट कर जताई संवेदना

इस मौके पर मौजूद लोगों को सांसद ने आश्वस्त किया कि-
मैं अपने सांसद मद से जो भी संभव होगा विकास के लिए राशि आवंटित करूंगा. लोकसभा के आगामी सत्र में इस ऐतिहासिक धरोहर को बचाने और पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के आवाज उठाउंगा. बिहार सरकार के पर्यटन विभाग औऱ जिलाधिकारी से भी विकास के लिए बात की जाएगी. -विजय मांझी, सांसद

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.