गया: बिहार सरकार के कृषि एवं पशुपालन मंत्री डॉ प्रेम कुमार ने विपक्षी नेताओं पर जमकर हमला बोला. इसके साथ ही उन्होंने विपक्ष को घटिया राजनीति करने वाला और कुर्सी का लोभी बताया. उन्होंने कहा कि एनडीए की सरकार हमेशा जनता के हित में उनके साथ खड़ी रहती है.
प्रेम कुमार ने कसा तंज
डॉ प्रेम कुमार ने विपक्ष को उनकी भूमिका याद दिलाते हुए कहा कि कुछ लोग इस मुश्किल समय में भी अपनी घटिया राजनीति करने से बाज नहीं आ रहे हैं. उनकी इन सब हरकतों से यह साफ दिखता है कि उन्हें जनता की परवाह नहीं, बस कुर्सी का लोभ है. ऐसी घटिया राजनीति करके उन्होंने यह साबित कर दिया है कि बिहार की उन्नति उनसे देखी नहीं जा रही और वह फिर से जंगलराज को वापस लाना चाह रहे हैं.
नेता प्रतिपक्ष का बिना नाम लिए बोला हमला
कृषि मंत्री ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव का नाम लिए बगैर कहा कि बिहार पर जब भी कोई संकट आया है, तो प्राइवेट लिमिटेड पार्टी के राजकुमार दिल्ली में पाये जाते हैं.
उन्होंने कहा कि दूसरों पर आरोप मढ़ने वाले लोगों की भीड़ हमेशा संकट के समय गायब रहती है. पिछले साल जब बिहार के कई हिस्सों में चमकी बुखार का प्रकोप छाया था तो यह उस समय कहां छिपे थे. मानवता के नाते इन्होंने क्या किया, जवाब बस एक ही है ‘कुछ नहीं’. उन्होंने कहा कि जब बिहार बाढ़ की त्रासदी झेल रहा था, तब वह कहां थे.
नेताओं पर कसा तंज
डॉ प्रेम कुमार ने कहा कि दूसरों पर पत्थर फेंकना बहुत ही आसान है, लेकिन किसी को तिनके का सहारा देकर डूबने से बचाना उतना ही मुश्किल. उन्होंने कहा कि सेवा कार्य के दौरान कई लोग बीमार भी पड़े हैं, पर भाजपा कार्यकर्ता फिर भी जनसेवा में लगे हैं.
एनडीए की सरकार को बताया प्रगति का रंग
डॉ प्रेम कुमार ने कहा कि बिहार अभी एक महामारी से जंग लड़ रहा है. जनता का हाथ सरकार के साथ है और इस महामारी को आसानी से मात दिया जा सकता है. उन्होंने कहा कि यह बताने की जरुरत नहीं कि एनडीए की सरकार हमेशा आम लोगों के साथ हैं. उन्होंने कहा कि हम तब भी साथ थे, जब चमकी बुखार से बिहार तप रहा था. हम तब भी थे जब बाढ़ ने कितने ही भाइयों के सर की छत को खत्म कर दिया और आज भी साथ हैं जब कोरोना के प्रकोप से बिहार घिरा हुआ है. उन्होंने कहा कि हम लोग चुनाव की तारीख देखकर रंग नहीं बदलते, बल्कि हमारा रंग बस एक ही है और वह है प्रगति का रंग.
'विधानसभा चुनाव की तारीख देख रंग बदलता है विपक्ष' - कृषि एवं पशुपालन मंत्री ने कसा तंज
गया जिले में कृषि एवं पशुपालन मंत्री डॉ प्रेम कुमार ने विपक्षी नेताओं पर जमकर तंज कसा. इस दौरान उन्होंने कहा कि कुछ लोग इस मुश्किल समय में भी अपनी घटिया राजनीति करने से बाज नहीं आ रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने विपक्षी पार्टी को कुर्सी का लोभी बताया.
गया: बिहार सरकार के कृषि एवं पशुपालन मंत्री डॉ प्रेम कुमार ने विपक्षी नेताओं पर जमकर हमला बोला. इसके साथ ही उन्होंने विपक्ष को घटिया राजनीति करने वाला और कुर्सी का लोभी बताया. उन्होंने कहा कि एनडीए की सरकार हमेशा जनता के हित में उनके साथ खड़ी रहती है.
प्रेम कुमार ने कसा तंज
डॉ प्रेम कुमार ने विपक्ष को उनकी भूमिका याद दिलाते हुए कहा कि कुछ लोग इस मुश्किल समय में भी अपनी घटिया राजनीति करने से बाज नहीं आ रहे हैं. उनकी इन सब हरकतों से यह साफ दिखता है कि उन्हें जनता की परवाह नहीं, बस कुर्सी का लोभ है. ऐसी घटिया राजनीति करके उन्होंने यह साबित कर दिया है कि बिहार की उन्नति उनसे देखी नहीं जा रही और वह फिर से जंगलराज को वापस लाना चाह रहे हैं.
नेता प्रतिपक्ष का बिना नाम लिए बोला हमला
कृषि मंत्री ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव का नाम लिए बगैर कहा कि बिहार पर जब भी कोई संकट आया है, तो प्राइवेट लिमिटेड पार्टी के राजकुमार दिल्ली में पाये जाते हैं.
उन्होंने कहा कि दूसरों पर आरोप मढ़ने वाले लोगों की भीड़ हमेशा संकट के समय गायब रहती है. पिछले साल जब बिहार के कई हिस्सों में चमकी बुखार का प्रकोप छाया था तो यह उस समय कहां छिपे थे. मानवता के नाते इन्होंने क्या किया, जवाब बस एक ही है ‘कुछ नहीं’. उन्होंने कहा कि जब बिहार बाढ़ की त्रासदी झेल रहा था, तब वह कहां थे.
नेताओं पर कसा तंज
डॉ प्रेम कुमार ने कहा कि दूसरों पर पत्थर फेंकना बहुत ही आसान है, लेकिन किसी को तिनके का सहारा देकर डूबने से बचाना उतना ही मुश्किल. उन्होंने कहा कि सेवा कार्य के दौरान कई लोग बीमार भी पड़े हैं, पर भाजपा कार्यकर्ता फिर भी जनसेवा में लगे हैं.
एनडीए की सरकार को बताया प्रगति का रंग
डॉ प्रेम कुमार ने कहा कि बिहार अभी एक महामारी से जंग लड़ रहा है. जनता का हाथ सरकार के साथ है और इस महामारी को आसानी से मात दिया जा सकता है. उन्होंने कहा कि यह बताने की जरुरत नहीं कि एनडीए की सरकार हमेशा आम लोगों के साथ हैं. उन्होंने कहा कि हम तब भी साथ थे, जब चमकी बुखार से बिहार तप रहा था. हम तब भी थे जब बाढ़ ने कितने ही भाइयों के सर की छत को खत्म कर दिया और आज भी साथ हैं जब कोरोना के प्रकोप से बिहार घिरा हुआ है. उन्होंने कहा कि हम लोग चुनाव की तारीख देखकर रंग नहीं बदलते, बल्कि हमारा रंग बस एक ही है और वह है प्रगति का रंग.