गया: कोरोना वायरस को रोकने के लिए लगे लॉकडाउन में इंसानों के साथ ही बेजुबान जानवरों के सामने भी खाने की समस्या उतपन्न हो गई है. शहर के सभी होटल और रेंट के घर बन्द होने से स्ट्रीट एनिमल को खाना नहीं मिल रहा है. पशुपालन कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने बेसहारा जानवरों के लिए राज्य के पूरे जिले में चारा और कुत्तों के लिए डॉग फूड देने का आदेश दिया है.
बेसहारा जानवरों के लिए भी खाने की व्यवस्था
इसके तहत पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के मंत्री प्रेम कुमार द्वारा बेसहारा जानवरों के लिए पशुओं के खाने से लदे वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया. इस संबंध में मंत्री ने कहा कि लॉकडाउन में भारत सरकार व राज्य सरकार के द्वारा सुविधा दी जा रही है. वहीं, सूबे में गाय और कुत्तों की संख्या अधिक है. उनके सामने भी खाने का सकंट है. हमलोगों ने एक अप्रैल से बेसहारा पशुओं के लिए चारे का प्रबंध कर दिया है.
उन्होंने कहा कि आज 38 जिलों के सभी पशुपालन पदाधिकारियों को आदेश दे दिया गया है. आज हमलोग ने मगध प्रमंडल के मुख्यालय गया से स्ट्रीट डॉग को डॉग फ़ूड देने का कार्यक्रम शुरू किया.
ध्यान दें...
आपको बता दें कि सूबे के किसी इलाके में बेसहारा पशुओं को चारे व खाने की दिक्कत हो तो पशुपालन विभाग से संपर्क कर सकते हैं. पशुपालन विभाग ने इसके लिए पूरे राज्य में पशुओं के चारे और खाने से लदे वाहन को रवाना किया है.