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गया के क्वॉरेंटाइन सेंटर में बदहाल व्यवस्था, प्रवासी मजदूरों ने नाराज होकर किया सड़क जाम - क्वॉरेंटाइन सेंटर में नहीं है कोई सुविधा

प्रवासी मजदूरों ने बताया कि पहले से इस सेंटर पर रह रहे लोगों को खाना देने आए लोगों ने उन्हें खाना देने से मना कर दिया. मजदूर ने बताया कि जो लोग खाना देने आए थे उन्होंने यह कहकर खाना देने से मना कर दिया था कि नए आए लोगों का खाना नहीं बनाया गया है. ऐसे में उन्हें भूखा सोना पड़ा.

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Published : May 7, 2020, 8:50 PM IST

गयाः जिले के डुमरिया प्रखंड क्षेत्र के मैगरा में स्थित आईटीआई भवन में क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाया गया है. जिसमें बाहर से आए प्रवासी मजदूरों को रखा गया है. वहीं, 5 अप्रैल की शाम सेंटर पर करीब 30 प्रवासी मजदूरों को रात का भोजन नहीं दिया गया था. इससे गुस्साए प्रवासी मजदूर सड़क पर उतर आए और लगभग एक घंटे तक सड़क पर बिजली का खंभा रखकर जाम कर दिया. वहीं, इमामगंज डीएसपी अजित कुमार के समझाने और समस्याओं को दूर करने के आश्वासन के बाद प्रवासी मजदूर सड़क से हटे.

क्वॉरेंटाइन सेंटर में नहीं है कोई सुविधा
वहीं, प्रवासी मजदूरों ने बताया कि पहले से इस सेंटर पर रह रहे लोगों को खाना देने आए लोगों ने उन्हें खाना देने से मना कर दिया. मजदूर ने बताया कि जो लोग खाना देने आए थे उन्होंने यह कहकर खाना देने से मना कर दिया था कि नए आए लोगों का खाना नहीं बनाया गया है. ऐसे में उन्हें भूखा सोना पड़ा.

देखें पूरी रिपोर्ट

मजदूरों को नहीं मिला खाना
वहीं, पहले से रह रहे लोगों ने बताया कि सेंटर में बिजली कटने पर जनरेटर, पानी आदि की व्यवस्था नहीं है. लोगों को बाहर खुले में शौच के लिए जाना पड़ता है. साबुन, मास्क आदि जरूरी सामान नहीं दिया गया है. लोग बगैर रोक-टोक के बिस्कुट, साबुन, शैम्पू आदि जरूरी सामान लेने निकट के दुकानों में जाते हैं. जिससे संक्रमण का खतरा बना रहता है.

दो श्रमिक ट्रेन पहुंची गया
गौरतलब हैं कि अन्य राज्यों में रहने वाले प्रवासी मजदूरों को बिहार सरकार के आदेश अनुसार 14 दिनों के क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा जाएगा. गुरुवार को गया में दो श्रमिक ट्रेन आयी हैं. इससे पहले सड़क मार्ग से आने वाले मजदूरों को क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा गया है.

गयाः जिले के डुमरिया प्रखंड क्षेत्र के मैगरा में स्थित आईटीआई भवन में क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाया गया है. जिसमें बाहर से आए प्रवासी मजदूरों को रखा गया है. वहीं, 5 अप्रैल की शाम सेंटर पर करीब 30 प्रवासी मजदूरों को रात का भोजन नहीं दिया गया था. इससे गुस्साए प्रवासी मजदूर सड़क पर उतर आए और लगभग एक घंटे तक सड़क पर बिजली का खंभा रखकर जाम कर दिया. वहीं, इमामगंज डीएसपी अजित कुमार के समझाने और समस्याओं को दूर करने के आश्वासन के बाद प्रवासी मजदूर सड़क से हटे.

क्वॉरेंटाइन सेंटर में नहीं है कोई सुविधा
वहीं, प्रवासी मजदूरों ने बताया कि पहले से इस सेंटर पर रह रहे लोगों को खाना देने आए लोगों ने उन्हें खाना देने से मना कर दिया. मजदूर ने बताया कि जो लोग खाना देने आए थे उन्होंने यह कहकर खाना देने से मना कर दिया था कि नए आए लोगों का खाना नहीं बनाया गया है. ऐसे में उन्हें भूखा सोना पड़ा.

देखें पूरी रिपोर्ट

मजदूरों को नहीं मिला खाना
वहीं, पहले से रह रहे लोगों ने बताया कि सेंटर में बिजली कटने पर जनरेटर, पानी आदि की व्यवस्था नहीं है. लोगों को बाहर खुले में शौच के लिए जाना पड़ता है. साबुन, मास्क आदि जरूरी सामान नहीं दिया गया है. लोग बगैर रोक-टोक के बिस्कुट, साबुन, शैम्पू आदि जरूरी सामान लेने निकट के दुकानों में जाते हैं. जिससे संक्रमण का खतरा बना रहता है.

दो श्रमिक ट्रेन पहुंची गया
गौरतलब हैं कि अन्य राज्यों में रहने वाले प्रवासी मजदूरों को बिहार सरकार के आदेश अनुसार 14 दिनों के क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा जाएगा. गुरुवार को गया में दो श्रमिक ट्रेन आयी हैं. इससे पहले सड़क मार्ग से आने वाले मजदूरों को क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा गया है.

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