गया: जिला शिक्षा सेवक और तालीमी मरकज की ओर से शहर के स्थानीय गांधी मंडप में एक बैठक आयोजित की गई. इस बैठक में जिले के सभी 24 प्रखंडों के शिक्षा सेवक और तालीमी मरकज शामिल हुए. वहीं, बैठक के दौरान 4 सदस्यीय नई कमिटी गठित की गई. साथ ही नवनियुक्त सदस्यों को फूल-माला पहनाकर स्वागत किया गया.
"पूर्व की कमिटी कई समस्याओं के बावजूद को कोई काम नहीं कर रही थी. इसी वजह से नई कमिटी गठित की गई है. इसमें मुख्य रूप से अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव और कोषाध्यक्ष पद पर लोगों का चयन किया गया है. मुझे शिक्षा सेवक के जिलाध्यक्ष पद पर नियुक्त किया गया है. ऐसे में हमारी जिम्मेदारी है कि जो पहले की जो कार्यवाही पुस्तिका है, उसको सुचारू रूप से चालू रखें. साथ ही पूर्व से व्याप्त अन्य समस्याओं को दूर किया जाए."- सुरेश राम मांझी, जिलाध्यक्ष, शिक्षा सेवक संघ
'ईपीएफ दी जाएगी सभी को जानकारी'
इसके अलावा सुरेश राम मांझी ने कहा कि शिक्षा सेवकों के ईपीएफ का जो पैसा कटता है. वो कहां कटता है और कहां जाता है ? इसकी जानकारी किसी को अभी तक नहीं मिल पाई है. इसलिए हमारा प्रयास होगा कि इसकी जानकारी सभी सदस्यों को अविलंब उपलब्ध करवाया जाए. साथ ही जिनकी जो भी समस्याएं होंगी, उसका समाधान करेंगे.
'शिक्षकों और तालिमी मरकज की समस्याओं को दूर करेंगे'
इस मौके पर जिला शिक्षा सेवक के सचिव प्रमोद कुमार चौधरी ने कहा कि जिस पद की जिम्मेदारी उन्हें दी गई है. वो उसका निर्वहन ईमानदारी पूर्वक करेंगे. साथ ही शिक्षकों और तालिमी मरकज की जो भी समस्याएं है उसे प्राथमिकता के तौर पर दूर करने का प्रयास करेंगे.