ETV Bharat / state

गया में कई छठ घाट प्रतिबंधित, DM की अपील- लावारिस बैग या वस्तु दिखें तो फौरन दें सूचना

Chhath Puja 2023: गया में कई छठ घाटों को प्रतिबंधित कर दिया गया है. यह छठ घाट खतरनाक साबित हो सकते हैं. इसे लेकर जिला प्रशासन की ओर से आम लोगों के लिए इसकी सूचना जारी की गई है. वहीं, जिला पदाधिकारी ने कहा है कि किसी भी लावारिस वस्तु को देखे जाने पर इसकी सूचना जिला नियंत्रण कक्ष को तुरंत दें.

author img

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Nov 19, 2023, 6:55 AM IST

Updated : Nov 19, 2023, 7:05 AM IST

गया में कई छठ घाट प्रतिबंधित
गया में कई छठ घाट प्रतिबंधित

गया: आज 4 दिवसीय छठ का तीसरा दिन है. आज अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा. ऐसे में छठ घाटों पर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. गया में छठ पूजा को लेकर जिला पदाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम ने विभिन्न छठ घाटों का निरीक्षण किया. इस क्रम में डीएम ने बताया है कि कुछ छठ घाट को प्रतिबंधित किया गया है. इन छठ घाटों को लेकर जिलेवासियों से अपील की है कि छठ व्रती या कोई श्रद्धालु उक्त छठ घाट पर नहीं पहुंचे.

गया में छठ
घाटों पर पूजा करतीं व्रती

"आमस प्रखंड अंतर्गत करमडीह पंचायत स्थित पहाड़पुर छठ घाट और नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत सरजू तालाब (केंद्रीय कारावास के पीछे) में छठ मनाए जाने हेतु पूर्ण रूप से प्रतिबंध घोषित किया गया है. मेरी लोगों से अपील है कि उक्त छठ घाट पर श्रद्धालु या छठ व्रती छठ मनाने नहीं जाएं. साथ ही किसी भी लावारिस वस्तु दिखे तो फौरन इसकी सूचना जिला नियंत्रण कक्ष को दें"- डॉ. त्यागराजन एसएम, जिला पदाधिकारी, गया

गया में छठ
घाटों का निरीक्षण करते डीएम और एसएसपी

जिला नियंत्रण कक्ष का नंबर जारी: जिला प्रशासन के द्वारा जिला नियंत्रण कक्ष का दूूरभाष नंबर जारी किया गया है. नियंत्रण का नंबर 06312222253, 2222259 है. इसके अलावा 112 पर भी डायल किया जा सकता है. डीएम ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी अफवाह से सचेत रहें और ध्यान न दें. छठ घाट एवं उसके आसपास पटाखे की बिक्री एवं पटाखे जलाने पर प्रतिबंध है.

गया में छठ
छठ पूजा की सामग्री

संदिग्ध वस्तु दिखे तो सूचना दें: वहीं कहीं भी लावारिस बैग, वस्तु, उपकरण या संदेहजनक कोई व्यक्ति दिखाई दें तो इसकी तुरंत सूचना जिला नियंत्रण कक्ष को दिया जाए. वहीं, छठ व्रती और श्रद्धालु तालाब-नदी में बैरिकेड को पार न करें. घाट पर आने-जाने के क्रम में कतारबद्ध होकर चलें. गहरे पानी में और खतरनाक घाटों पर नहीं जाएं.

बच्चों के गले में पहना दें लॉकेट: वहीं, छोटे बच्चों को घाटों पर ले जाने के दौरान उनकी जेब में या गले में लॉकेट की तरह घर का पता एवं अभिभावक का मोबाइल नंबर अवश्य लिख कर रख दें. छठ घाटों पर बच्चों के गुम हो जाने पर उनके पास रहे लॉकेट या जेब में नाम- पता से उनके संबंधी का तुरंत पता चल जाएगा और परेशानी से बचा जा सकेगा.

ये भी पढ़ें:

सूर्य को पहला अर्घ्य आज, जानें शुभ मुहूर्त, कल सूर्योदय का यह रहेगा समय

छठ में बढ़ जाती है चिनिया केले की डिमांड, पौष्टिकता और मिठास से लबालब है ये केला, जानें खासियत

आस्था का अनोखा उदाहरण, तीन दिनों तक घर नहीं जाती हैं व्रती, गंगा किनारे रहकर खरना से लेकर अर्घ्य देने की परंपरा

लंदन में हैं RJ, छठ पर आईं बिहार, बोलीं- 'बच्चों को भी तो अपनी संस्कृति सिखानी है'

गया: आज 4 दिवसीय छठ का तीसरा दिन है. आज अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा. ऐसे में छठ घाटों पर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. गया में छठ पूजा को लेकर जिला पदाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम ने विभिन्न छठ घाटों का निरीक्षण किया. इस क्रम में डीएम ने बताया है कि कुछ छठ घाट को प्रतिबंधित किया गया है. इन छठ घाटों को लेकर जिलेवासियों से अपील की है कि छठ व्रती या कोई श्रद्धालु उक्त छठ घाट पर नहीं पहुंचे.

गया में छठ
घाटों पर पूजा करतीं व्रती

"आमस प्रखंड अंतर्गत करमडीह पंचायत स्थित पहाड़पुर छठ घाट और नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत सरजू तालाब (केंद्रीय कारावास के पीछे) में छठ मनाए जाने हेतु पूर्ण रूप से प्रतिबंध घोषित किया गया है. मेरी लोगों से अपील है कि उक्त छठ घाट पर श्रद्धालु या छठ व्रती छठ मनाने नहीं जाएं. साथ ही किसी भी लावारिस वस्तु दिखे तो फौरन इसकी सूचना जिला नियंत्रण कक्ष को दें"- डॉ. त्यागराजन एसएम, जिला पदाधिकारी, गया

गया में छठ
घाटों का निरीक्षण करते डीएम और एसएसपी

जिला नियंत्रण कक्ष का नंबर जारी: जिला प्रशासन के द्वारा जिला नियंत्रण कक्ष का दूूरभाष नंबर जारी किया गया है. नियंत्रण का नंबर 06312222253, 2222259 है. इसके अलावा 112 पर भी डायल किया जा सकता है. डीएम ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी अफवाह से सचेत रहें और ध्यान न दें. छठ घाट एवं उसके आसपास पटाखे की बिक्री एवं पटाखे जलाने पर प्रतिबंध है.

गया में छठ
छठ पूजा की सामग्री

संदिग्ध वस्तु दिखे तो सूचना दें: वहीं कहीं भी लावारिस बैग, वस्तु, उपकरण या संदेहजनक कोई व्यक्ति दिखाई दें तो इसकी तुरंत सूचना जिला नियंत्रण कक्ष को दिया जाए. वहीं, छठ व्रती और श्रद्धालु तालाब-नदी में बैरिकेड को पार न करें. घाट पर आने-जाने के क्रम में कतारबद्ध होकर चलें. गहरे पानी में और खतरनाक घाटों पर नहीं जाएं.

बच्चों के गले में पहना दें लॉकेट: वहीं, छोटे बच्चों को घाटों पर ले जाने के दौरान उनकी जेब में या गले में लॉकेट की तरह घर का पता एवं अभिभावक का मोबाइल नंबर अवश्य लिख कर रख दें. छठ घाटों पर बच्चों के गुम हो जाने पर उनके पास रहे लॉकेट या जेब में नाम- पता से उनके संबंधी का तुरंत पता चल जाएगा और परेशानी से बचा जा सकेगा.

ये भी पढ़ें:

सूर्य को पहला अर्घ्य आज, जानें शुभ मुहूर्त, कल सूर्योदय का यह रहेगा समय

छठ में बढ़ जाती है चिनिया केले की डिमांड, पौष्टिकता और मिठास से लबालब है ये केला, जानें खासियत

आस्था का अनोखा उदाहरण, तीन दिनों तक घर नहीं जाती हैं व्रती, गंगा किनारे रहकर खरना से लेकर अर्घ्य देने की परंपरा

लंदन में हैं RJ, छठ पर आईं बिहार, बोलीं- 'बच्चों को भी तो अपनी संस्कृति सिखानी है'

Last Updated : Nov 19, 2023, 7:05 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.