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गया: लौंगी भुइयां ने शुरू की पोखर की खुदाई, मछली पालन कर बनेंगे आत्मनिर्भर

गया में लौंगी भुइयां ने पोखर की खुदाई शुरू कर दी है. उन्होंने कहा कि पोखर में मछली पालन कर इससे होने वाली आमदनी अपने परिजनों को आर्थिक स्थिति सुदृढ़ करने में सहूलियत होगी.

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लौंगी भुईयां
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Published : Nov 17, 2020, 3:29 PM IST

गया (इमामगंज): पांच हजार फीट लंबी पइन खोद कर देश भर में चर्चा में आए, जिले के बांकेबाजार प्रखंड के कोठिलवा गांव के रहने वाले वाटर मैन लौंगी भुइयां ने अब एक बार फिर अपनी जीवटता को बुलंद करते हुए पांच पोखर खोदने का संकल्प लिया है‌. लौंगी भुइयां ने पहले पोखर की खुदाई 10-15 दिन पूर्व से ही प्रारंभ कर दिया है.

आत्मनिर्भर बनने का संकल्प
इस आहर में लौंगी ने अब मछली पालन कर आत्मनिर्भर बनने का संकल्प लेते हुए काम शुरू कर दिया है. यह काम पूरा होने से देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से चलाए जा रहे आत्मनिर्भर भारत मिशन को और बल मिलेगा. लौंगी भुइयां पिछले 30 वर्षों में खोदे गए पइन से बर्बाद हो रहे पानी को सुरक्षित करते हुए वृहद पैमाने पर पोखर की शक्ल देते हुए इसके निर्माण में लगे हैं.

पांच पोखर का निर्माण
इस मामले में लौंगी भुइयां ने बताया कि अपने बच्चे की भविष्य और पइन खुदाई के बाद आनंद महिंद्रा की ओर से तोहफे में दिए गए ट्रैक्टर के रख-रखाव के लिए पांच पोखर का निर्माण करने का संकल्प लिया हूं. इस पोखर में मछली पालन कर इससे होने वाली आमदनी अपने परिजनों को आर्थिक स्थिति सुदृढ़ करने में सहूलियत होगी.

पोखर की खुदाई शुरू
लौंगी भुइयां ने बताया कि 10-15 दिन पहले से इस पोखर की खुदाई शुरू कर दिया हूं. पहली पोखर की खुदाई के बाद बारी-बारी से सभी पोखर की खुदाई की जाएगी. इसके लिए स्थल का भी चयन कर लिया हूं. ग्रामीणों ने बताया कि लौंगी भुइयां एक बार फिर अपनी पुरानी दिनचर्या में वापस आते हुए बगेंठा पहाड़ की तलहटी में पोखर की खुदाई प्रारंभ कर दिये हैं.

जल संरक्षण के लिए कई कार्यक्रम
जानवर चराने के साथ-साथ पोखर की खुदाई कर अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति को एक बार फिर से जीवंत किया है. केंद्र और राज्य सरकार की ओर से जल संरक्षण के लिए कई कार्यक्रम चलाकर भू-गर्भ में जलस्तर बनाए रखने के लिए मुहिम चलाई जा रही है. सरकार के मिशन को वाटर मैन लौंगी भुइयां रफ्तार दे रहे हैं. जिसके कारण लौंगी भुइयां को वाटर मैन से पूरे देश में इनकी खूब चर्चाएं हो रही है.

गया (इमामगंज): पांच हजार फीट लंबी पइन खोद कर देश भर में चर्चा में आए, जिले के बांकेबाजार प्रखंड के कोठिलवा गांव के रहने वाले वाटर मैन लौंगी भुइयां ने अब एक बार फिर अपनी जीवटता को बुलंद करते हुए पांच पोखर खोदने का संकल्प लिया है‌. लौंगी भुइयां ने पहले पोखर की खुदाई 10-15 दिन पूर्व से ही प्रारंभ कर दिया है.

आत्मनिर्भर बनने का संकल्प
इस आहर में लौंगी ने अब मछली पालन कर आत्मनिर्भर बनने का संकल्प लेते हुए काम शुरू कर दिया है. यह काम पूरा होने से देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से चलाए जा रहे आत्मनिर्भर भारत मिशन को और बल मिलेगा. लौंगी भुइयां पिछले 30 वर्षों में खोदे गए पइन से बर्बाद हो रहे पानी को सुरक्षित करते हुए वृहद पैमाने पर पोखर की शक्ल देते हुए इसके निर्माण में लगे हैं.

पांच पोखर का निर्माण
इस मामले में लौंगी भुइयां ने बताया कि अपने बच्चे की भविष्य और पइन खुदाई के बाद आनंद महिंद्रा की ओर से तोहफे में दिए गए ट्रैक्टर के रख-रखाव के लिए पांच पोखर का निर्माण करने का संकल्प लिया हूं. इस पोखर में मछली पालन कर इससे होने वाली आमदनी अपने परिजनों को आर्थिक स्थिति सुदृढ़ करने में सहूलियत होगी.

पोखर की खुदाई शुरू
लौंगी भुइयां ने बताया कि 10-15 दिन पहले से इस पोखर की खुदाई शुरू कर दिया हूं. पहली पोखर की खुदाई के बाद बारी-बारी से सभी पोखर की खुदाई की जाएगी. इसके लिए स्थल का भी चयन कर लिया हूं. ग्रामीणों ने बताया कि लौंगी भुइयां एक बार फिर अपनी पुरानी दिनचर्या में वापस आते हुए बगेंठा पहाड़ की तलहटी में पोखर की खुदाई प्रारंभ कर दिये हैं.

जल संरक्षण के लिए कई कार्यक्रम
जानवर चराने के साथ-साथ पोखर की खुदाई कर अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति को एक बार फिर से जीवंत किया है. केंद्र और राज्य सरकार की ओर से जल संरक्षण के लिए कई कार्यक्रम चलाकर भू-गर्भ में जलस्तर बनाए रखने के लिए मुहिम चलाई जा रही है. सरकार के मिशन को वाटर मैन लौंगी भुइयां रफ्तार दे रहे हैं. जिसके कारण लौंगी भुइयां को वाटर मैन से पूरे देश में इनकी खूब चर्चाएं हो रही है.

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