गया: लक्षदीप के उपराज्यपाल दिनेश्वर शर्मा का शुक्रवार को निधन हो गया था. उनका पैतृक आवास बिहार के गया जिले के बेलागंज प्रखंड के पाली गांव में है. शनिवार दोपहर 12:00 बजे गया एयरपोर्ट पर उनका पार्थिव शरीर लाया गया. सीआरपीएफ के 159 वीं बटालियन द्वारा उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया.
गिरिराज सिंह ने दी श्रद्धांजलि
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और आईबी के निदेशक अरविंद कुमार के प्रतिनिधि ने उनकी तरफ से श्रद्धांजलि अर्पित की. श्रद्धा सुमन अर्पित करने के बाद फूलों से सुसज्जित वाहन पर रखकर पार्थिव शरीर को बेला थाना क्षेत्र के खनेटा पाली गांव ले जाया गया. पाली में केंद्रीय पशुपालन मंत्री गिरिराज सिंह, गया के सांसद विजय कुमार सहित कई नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की.
गया श्मशानघाट पर हुआ अंतिम संस्कार
पार्थिव शरीर को पाली गांव में आम लोगों के अंतिम दर्शन के लिए रखा गया. इसके बाद गया श्मशान घाट पर अंत्येष्टि की गई. बिहार के पूर्व डीजीपी अभयानंद ने बताया कि दिनेश्वर प्रसाद मेरे समधी थे. उनके जाने से मुझे व्यक्तिगत क्षति हुई है. वह कुशल प्रशासक थे. दिनेश्वर शर्मा के दोस्त डॉ. प्रमोद कुमार ने कहा कि मैं बचपन से इनका दोस्त था. इन्होंने हमेशा पर्दे के पीछे रहकर देश की सेवा की.
"मैं इनकी सादगी और शांतिपूर्ण व्यवहार की कायल थी. इन्होंने बचपन से काफी संघर्ष करते हुए अपनी पहचान बनाई. छोटे शहर से निकलकर देश की सेवा के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया."- मंजू शर्मा, दिनेश्वर शर्मा की पत्नी
लीवर की बीमारी से पीड़ित थे दिनेश्वर शर्मा
गौरतलब है कि स्वर्गीय दिनेश्वर शर्मा लीवर की बीमारी से ग्रसित थे. वह कई दिनों से दिल्ली एम्स में भर्ती थे. जहां से उन्हें बेहतर इलाज के लिए चेन्नई भेजा गया था.