गया: बेलागंज के कोटेश्वर धाम में पर्यटन विस्तार और पर्यटकों के मार्गदर्शन को लेकर एनएच-83 पर प्रखंड मुख्यालय के रामपुर मोड़ के पास बिहार राज्य पर्यटक विकास विभाग की ओर से स्वागत द्वार का निर्माण कराया जा रहा है. स्वागत द्वार बनकर तैयार भी हो गया. टाइल्स मार्बल भी लगे. लेकिन उद्घाटन सत्र से पूर्व ही दीवार में लगाया गया टाइल्स झड़ना लगे हैं.
झड़ने लगे दीवार के टाइल्स
बेलागंज प्रखंड मुख्यालय से मेन स्थित बाबा कोटेश्वर नाथ धाम जाने वाली बेलागंज-रामपुर-पाईबिगहा सड़क मार्ग पर रामपुर मोड़ के पास बनाया गया स्वागत द्वार बनने से पूर्व ही बिखरने लगा है. संवेदक की लापरवाही या कार्य समाग्री के गुणवत्ता की कमी कहें, लेकिन अभी स्वागत द्वार का उद्घाटन भी नहीं हुआ है. दीवार में लगाया गया टाइल्स गिरने लगा है.
लोगों में संवेदक के प्रति रोष
बता दें बिहार राज्य पर्यटक विकास विभाग पटना के तत्वावधान में गया-पटना मुख्यमार्ग बेलागंज के रामपुर मोड़ के पास कोटेश्वर नाथ धाम स्वागत द्वार बनाने की निविदा अप्रैल 2018 में जारी की गयी थी. टेंडर की प्रक्रिया के बाद 6 महीने के अंदर कार्य पूर कर द्वार का उद्घाटन माननीय से कराये जाने का निर्देश दिया गया था. लेकिन संवेदक की लापरवाही के कारण उद्घाटन से पूर्व ही स्वागत द्वार के दीवार में लगा टाइल्स खुद टूटकर झड़ने लगा है. जिसके बाद क्षेत्र के लोगों में संवेदक के प्रति रोष है.
क्या कहते हैं मुखिया
इस मामले में कोरीयामा पंचायत के मुखिया मेन गांव निवासी मनोज कुमार शर्मा ने संबधित विभाग से मांग की है कि संवेदक की ओर से कराये गये कार्य की गुणवत्ता की शीघ्र जांच करायी जाये. ताकि कोटेश्वर नाथ धाम जैसे राज्य स्तरीय पर्यटक स्थल की गरिमा को बचाया जा सके.
संवेदक की लापरवाही
कोटेश्वर नाथ धाम न्यास समिति के उपाध्यक्ष किशोरी मोहन शर्मा और सचिव योगेन्द्र शर्मा ने कहा कि माननीय लोकायुक्त बिहार के अनुशंसा पर बिहार राज्य पर्यटक विकास विभाग की ओर से बनाया जा रहा स्वागत द्वार बनने से पहले टूट जाना संवेदक की लापरवाही और निर्माण कार्य की गुणवत्ता का अभाव दर्शाता है.
गुणवत्ता की जांच करने की मांग
न्यास समिति के दोनों अधिकारियों ने संबंधित विभाग और जिला प्रशासन से मांग की है कि संवेदक की ओर से किये गये कार्य की उच्च स्तरीय जांच कर दोषियों के ऊपर न्याय संगत कार्रवाई की जाये. ताकि बिहार और बिहार के पर्यटक विकास में लापरवाही बरतने वाले लोगों में कानून के प्रति भय कायम हो सके.