गया: 20 दिनों से नए कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली में किसानों का आंदोलन जारी है. किसानों के समर्थन और केंद्र सरकार के खिलाफ जाप नेताओं ने गांधी मैदान के गेट नंबर 7 पर एक दिवसीय धरना दिया. जाप नेता ने कहा कि बीजेपी विपक्ष में रहती है तो स्वामी एकनाथन रिपोर्ट की मांग करती है. वहीं, सरकार में आते ही इस रिपोर्ट को भूल जाती है.
जाप का एक दिवसीय धरना
दरअसल, देश में नए कृषि कानून का विरोध पंजाब और हरियाणा के किसान दिल्ली बॉर्डर पर पिछले 20 दिनों से कर रहे हैं. किसानों के इस आंदोलन का समर्थन सभी विपक्षी दलों ने किया है. सभी विपक्षी दल किसानों के समर्थन और कृषि कानून के विरोध में अपने-अपने तरीके से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. जन अधिकार पार्टी ने राजधानी पटना में अनिश्चितकालीन धरना दे रही है. वहीं जाप जिला इकाई जिला मुख्यालय पर एकदिवसीय धरना दिया. इसके तहत गया के गांधी मैदान के गेट नंबर 7 पर जाप नेताओं ने एकदिवसीय धरना दिया.
पढ़ें: किसान आंदोलन से 5000 करोड़ के व्यापार का नुकसान, बिहार के लिए सामानों की सप्लाई में भी कमी
सरकार किसान कानून ले वापस
जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव कुमार कन्हैया ने कहा कि देश में किसान आंदोलन जोरों पर चल रहा है. केंद्र सरकार ने काला कानून लाकर किसानों के माथे पर थोपने का काम किया है. आज सभी जिला मुख्यालय में जन अधिकार पार्टी किसान विरोधी बिल के विरोध में प्रदर्शन कर रही है. पप्पू यादव के आह्वान पर सभी जिलों के मुख्यालय पर प्रदर्शन चल रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के किसानों की खिलाफ काला कानून लाकर किसान विरोधी नीति बनाने का काम किया है. जब तक केंद्र सरकार किसान विरोधी काला कानून वापस नहीं लेगी तब तक जन अधिकार पार्टी प्रदर्शन करेगी.