गया: आईआईएम बोधगया के तीसरे दीक्षांत समारोह का आयोजन वर्चुअल तरीके से किया. मौजूदा कोरोना परिदृश्य को देखते हुए यह समारोह ऑनलाइन आयोजित किया गया. इस समारेह में एमबीए 2018-20 बैच के 66 छात्रों और एमबीए 2019-21 बैच के कुल 109 छात्रों को एमबीए की डिग्री दी गई. इस दीक्षांत समारोह में भारतीय रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर एम. राजेश्वर राव ने मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए.
ये भी पढ़ें : उत्कल विश्वविद्यालय दीक्षांत समारोह: उपराष्ट्रपति ने पांच प्रतिष्ठित व्यक्तियों को दी मानद उपाधि
मुख्य अतिथि ने छात्रों से साझा किए अनुभव
भारतीय रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर एम. राजेश्वर राव ने दीक्षांत भाषण में जीवन में अवसरों, चुनौतियों और अनिश्चितताओं पर अपने अनुभवों को साझा किया. उन्होंने छात्रों को कार्यस्थल में अनिश्चितताओं, मतभेदों और बदलाव को स्वीकार करने के लिए प्रोत्साहित भी किया. उन्होंने कहा कि ऐसा दृष्टिकोण कठिन परिस्थितियों को संभालने में मदद करता है.
उन्होंने 2008 के वित्तीय संकट के बारे में भी बात की और बताया कि कैसे उन्होंने सीखा कि सब कुछ वैश्विक होने के बावजूद, स्थानीय जरूरतों के अनुकूल होना आवश्यक है. अपने अनुभवों को साझा करते हुए राव ने सभी स्नातक छात्रों सफल जीवन की कामना की.
मेधावी छात्रों को विशेष पुरस्कार
आईआईएम बोधगया ने मेधावी छात्रों को उनके बेहतरीन प्रदर्शन के लिए चेयरमैन स्वर्ण पदक, निदेशक स्वर्ण पदक और सर्वश्रेष्ठ छात्र पुरस्कार से सम्मानित किया. एमबीए बैच 4 (2018-20) से अंचित कुमार को चेयरमैन स्वर्ण पदक, अभिषेक पांडा को निर्देशक का स्वर्ण पदक और रवि शंकर बरनवाल को सर्वश्रेष्ठ छात्र पुरस्कार से नवाजा गया.
वहीं एमबीए बैच 5 (2019-21) से कुंज त्रिपाठी को अध्यक्ष का स्वर्ण पदक, मोहित मित्तल को निदेशक का स्वर्ण पदक और मनुधने अभिषेक प्रफुल्ल को सर्वश्रेष्ठ छात्र पुरस्कार से नवाजा गया.