गया : बिहार के गया में पिछले एक पखवारे से चल रहे होमगार्ड की शारीरिक दक्षता परीक्षा में 5 बच्चों की मां ने भी बाजी मार ली. 5 बच्चों की मां मैमू निसा ने ऐसी दौड़ लगाई, कि सबसे अव्वल रहीं. वहीं, महिला अभ्यर्थी के दामाद- बेटी भी अपनी सासू-मां की दौड़ देखने आए थे. गौरतलब हो कि 2011 में होने वाली बिहार में होमगार्ड की बहाली 2023 में हो रही है. ऐसे में कई की उम्र काफी हो चुकी है, लेकिन इस उम्र में भी वे अपने हौसले और जज्बे को दिखा रहे हैं. शनिवार के अंतिम दिन गांधी मैदान में होमगार्ड बहाली की प्रक्रिया समाप्त हो गई, लेकिन इन महिलाओं ने सफलता के चरण चूमकर बड़ी नजीर पेश की.
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उम्रदराज महिलाओं ने किया कमाल: एक साल से दौड़ रहीं थीं 5 बच्चों की मां मैनू निसा: होमगार्ड बहाली की महिला अभ्यर्थी मैमू निशा पिछले 1 साल से रोजाना दौड़ की प्रैक्टिस कर रही थी. हाई जंप भी रोज करती थीं. 5 बच्चों की मां होने के बावजूद भी उसके हौसले थमे नहीं थे. यही कारण रहा कि मैमू निशा होमगार्ड बहाली की शारीरिक दक्षता परीक्षा में सफल रहीं. वह दौड़, ऊंची कूद समेत सभी शारीरिक परीक्षा में सफल रहीं. मैमू निशा ने बताया कि होमगार्ड बहाली के लिए वह पिछले 1 साल से दौड़ लगा रहीं थीं. उसे खुशी है कि उसका होमगार्ड बनने का सपना पूरा हो रहा है.
दामाद-बेटी भी देखने आए दौड़: इसी तरह सफल होने वाली एक महिला में किरण देवी 2 बच्चों की मां है. इसकी होमगार्ड बहाली की दौड़ देखने दामाद और बेटी भी आए थे. पूरे परिवार को शौक है कि किरण देवी होमगार्ड में बहाल हों और आज उन्हें यह सपना सफल हुआ लग रहा है. इसी प्रकार गीता कुमारी बताती हैं कि वह कई माह से दौड़ जंप में लगातार मेहनत कर रही हैं. उसके बच्चे भी उसका हौसला बढ़ा रहे हैं. 3 बच्चे की मां गीता कुमारी ने भी दौड़ निकाली है और शारीरिक परीक्षा में सफल रही हैं. इस तरह ऐसी कई महिलाओं का सपना पूरा हुआ जो कि समय बीतने के साथ भरे पूरे परिवार वाली हो गई हैं और उम्रदराज हुई है. वहीं उनके होमगार्ड बनने की ओर सफलता के कदम से इन महिला अभ्यर्थियों के परिवार में काफी खुशी है.
''मेरा सपना पूरा हुआ. मैं लगभग एक साथ से दौड़ और लॉन्ग जंप की प्रेक्टिस कर रही थी. मैं जिस उत्साह से प्रैक्ट्िस कर रही थी वो पूरा हुआ. मेरे पांच बच्चे हैं. घर वाले सभी लोग इस सफलता से खुश हैं''- मैमू निशा, होमगार्ड शारीरिक परीक्षा में सफल अभ्यर्थी
''तीन महीने से मैं दौड़, जंप कर रही थी, मेरे तीन बच्चे हैं एक लड़की है और दो लड़का है. मेरी आज मेहनत रंग लाई मैं होमगार्ड शारीरिक परीक्षा में सफल रही.''- गीता कुमारी, होमगार्ड शारीरिक परीक्षा में सफल अभ्यर्थी
जंग जीतने के लिए उम्र कोई बाधा नहीं: ये महिलाएं उन लोगों के लिए मिसाल हैं जो समय चूक जाने या उम्र ढल जाने का बहाना बनाकर अपनी तकदीर बदलने से कतराते हैं. इन महिलाओं जो किया है वो नेक्स्ट जेनरेशन के युवाओं के लिए किसी मिसाल से कम नहीं है. इन्होंने बता दिया कि जिंदगी की रेस किसी भी क्षण हौसले से जीती जा सकती है.