गया: बिहार चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ (गोप गुट) के बैनर तले मानपुर प्राथमिक स्वास्थ्य कर्मियों ने अपनी मांगों को लेकर जमकर प्रदर्शन किया. इस दौरान स्वास्थ्य कर्मियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. प्रदर्शन के दौरान गोप गुट के मानपुर प्रखंड मंत्री अवध किशोर ने कहा कि कोरोना काल में सरकार ने प्रोत्साहन राशि देने की बात कही थी, लेकिन 5 महीने बीत जाने के बाद भी राशि अब तक नहीं मिला है. इतना ही नहीं कोरोना वायरस के कारण होटल और रेस्टोरेंट बंद है. ऐसे में 350 रुपये भोजन के नाम पर सभी को भुगतान किए जाने की बात कही, लेकिन वह पैसा भी अभी तक नहीं दिया गया.
स्वास्थ्य कर्मियों ने की कोरोना टेस्ट की मांग
ऐसे में स्वास्थ्य कर्मियों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया हैं. इसके अलावा हमारी 8 सूत्री मांगे हैं. इन तमाम मांगो को लेकर स्वास्थ्य कर्मियों ने प्रदर्शन कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि सीएम कार्यालय और डीएम कार्यालय में स्वास्थ्य कर्मियों की कोरोना जांच होती है, लेकिन हमलोग यहां कोरोना संक्रमित आने वाले मरीजों का इलाज करते हैं. ऐसे में जब हमलोग अपना कोरोना टेस्ट कराने की बात कहते हैं तो स्थानीय प्रखंड विकास पदाधिकारी और चिकित्सा प्रभारी मना कर देते हैं. वे स्पष्ट तौर पर कहते हैं कि स्वास्थ्य कर्मियों का कोरोना टेस्ट कराने का आदेश ऊपर से नहीं आया है. अपनी जान हथेली पर लेकर हम लोग कोरोना मरीजों का इलाज करते हैं, लेकिन हमारा ही टेस्ट नहीं कराया जाता.
सरकार की तरफ से नहीं मिला भोजन भत्ता
मानपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के स्वास्थ्य कर्मियों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया. इस दौरान कर्मचारियों ने कहा कि कोरोना काल में प्रोत्साहन राशि एवं भोजन को लेकर 350 रुपये अतिरिक्त देने की बात कही गई थी. जो सरकार के द्वारा अब तक भुगतान नहीं किया गया. इतना ही नहीं कोरोना टेक्स्ट कराने के लिए जब हम जाते हैं, तो संबंधित पदाधिकारी मना कर देते हैं. उन्होंने कहा कि सरकार हमारी मांगे पूरी नहीं होती है तो उग्र आंदोलन करेंगे.