गयाः बिहार के गया में हवाला गिरोह का खुलासा हुआ है. गिरोह के माध्यम से ब्लैक मनी को व्हाइट करने का काम किया जाता था. इस मामले में पुलिस ने गिरोह के एक सदस्य को गिरफ्तार किया है. यह गिरोह हवाला के माध्यम से पैसे का ट्रांजैक्शन करता है. इसका सरगना बिहार में है, परंतु उसके काठमांडू में रहने की बात सामने आई है. फिलहाल गया के सिविल लाइन थाना की पुलिस ने एक युवक की गिरफ्तारी की है, जिसके पास से नेपाल का सिम बरामद किया गया है. गिरफ्तार युवक मोतिहारी जिले का रहने वाला बताया गया है.
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लाखों का किया था ट्रांजैक्शनः गया पुलिस की टीम ने नेपाल के सिम के साथ मोतिहारी के युवक को गिरफ्तार किया है. इस युवक द्वारा लाखों का ट्रांजैक्शन का भी खुलासा हुआ है. यह गिरोह अंतरराष्ट्रीय, अंतरराज्यीय और अंतरजिला स्तर पर फैला हुआ है. फिलहाल इस तरह का बड़ा मामला सामने आने के बाद गया पुलिस की टीम के द्वारा देश की कई एजेंसियों से सहयोग की मांग की गई है. आर्थिक अपराध और आयकर विभाग को इससे अवगत कराया गया है.
एजेंसियों को दी गई जानकारीः हवाला के माध्यम से पैसे का ट्रांजैक्शन का बड़ा मामला सामने आने के बाद गया पुलिस की टीम ने कई एजेंसियों को इसकी जानकारी दी है. इस संबंध में गया एसएसपी आशीष भारती के अनुसार गया पुलिस रोको-टोको अभियान चला रही है. बैंकों के पास नजर रख रही है. इसी क्रम में बीती रात्रि को मोतिहारी जिले के एक युवक यशराज को गिरफ्तार किया गया, जो मोतिहारी जिले के घोड़ासहन का रहने वाला है. उसके पास से एक एप्पल कंपनी और एक सैमसंग कंपनी का महंगा मोबाइल बरामद किया गया. अलग-अलग बैंक एवं अलग-अलग व्यक्ति के खाते में लाखों का डिपॉजिट स्लिप एवं फेक सिम बरामद हुआ. एक नेपाल का सीम भी बरामद हुआ है.
कमीशन के लिए काम करता है युवकः पकड़ाए युवक ने कई खुलासे किए हैं. इसने बताया है कि एक सिम नेपाल से खरीदा है और अवैध ट्रांजैक्शन के धंधे में उसका उपयोग करता है. इसके मोबाइल की गैलरी की जांच में 8 मई की रात को 7 लाख बैंक के एटीएम के माध्यम से डिपॉजिट करने का स्लिप पाया गया. उक्त राशि कहां से आई और किसके माध्यम से प्राप्त हुई, इसका जवाब इस युवक के द्वारा अभी तक नहीं दिया गया है. एसएसपी ने बताया कि यह गिरोह हवाला के माध्यम से पैसे का ट्रांजैक्शन करता है. इसका गिरोह का सरगना भारत का है, परंतु वह काठमांडू में रहता है. युवक को 20 हजार मासिक और ट्रांजैक्शन का कमीशन भी दिया जाता है.
अंतरराष्ट्रीय रैकेट का खुलासाः युवक ने बताया गया कि अंतरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय, अंतर्राज्यीय और अंतरजिला स्तर पर हवाला गिरोह के सदस्यों द्वारा ग्राहक एवं विभिन्न बैंकों का खाता उपलब्ध कराया जाता है. घूम घूमकर ग्राहकों की काली कमाई को सरगना के द्वारा उपलब्ध कराए गए खाते में छोटी-छोटी राशि बैंक के सीडीएम के माध्यम से पैसे डिपाजिट करते हैं और उसके द्वारा बताए स्थान पर जाकर पुन: कैश को उपलब्ध कराते हैं. गया पुलिस के अनुसार इस प्रक्रिया से बड़े माफियाओं की ब्लैक मनी को देश के राजस्व आयकर अधिकारी के नजर से बचाता है. कई माफिया का नाम सत्यापन किया जा रहा है. इस संबंध में आर्थिक अपराध और एजेंसियों को जानकारी देकर कांड में मदद करने का आग्रह किया गया है.
"सिविल लाइन थाना अंतर्गत पुलिस द्वारा रोको टोको अभियान के तहत बैंकों की निगरानी की जा रही थी. इसी क्रम में यशराज नाम के युवक को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तारी के बाद सामने आया है कि हवाला के माध्यम से पैसे का ट्रांजैक्शन अंतरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय, अंतरराज्यीय, अंतरजिला स्तर पर हो रहा है और ब्लैक मनी को व्हाइट मनी करने का काम इसके तहत किया जा रहा है. सरकारी एजेंसी को इस संबंध में शेयर किया गया है. इस संबंध में सिविल लाइन थाना में प्राथमिकी दर्ज कर युवक को जेल भेजा जा रहा है." -आशीष भारती, एसएसपी, गया.