गयाः जिले के मानपुर स्थित कृषि विज्ञान केंद्र में चार दिवसीय बकरी पालन प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया. जहां 9 प्रखंडों के लगभग 30 किसानों को प्रशिक्षण दिया गया. प्राकृतिक आपदा और मौसम की मार से किसानों की आर्थिक हालत खराब हो रही है. जिससे नई पीढ़ियों का खेती के प्रति रुझान घट रहा है. ऐसी परिस्थिति में किसानों के लिए बकरी पालन एक अच्छे विकल्प के रूप में देखा जा रहा है. बकरी पालन को किसानों के लिए एटीएम भी कहा जाता है.
प्राकृतिक आपदा से किसानों की दयनीय स्थिति
भारत कृषि प्रधान देश है, लेकिन यहां आज भी किसान तंगहाली में जीवन गुजार रहे हैं. परंपरागत तरीके से खेती करने की वजह से किसानों को ज्यादा फायदा नहीं होता है. साथ ही प्राकृतिक आपदा और मौसम की बेरुखी से किसानों की आर्थिक स्थिति काफी खराब हो जाती है. वहीं, बकरी पालन से कम लागत और कम मेहनत में ज्यादा मुनाफा होता है. जिससे किसानों की आर्थिक स्थिति सुधर सकती है.
बकरी पालन मुनाफे का स्वरोजगार
किसान अर्जुन पासवान ने बताया कि बकरी हर उम्र में बिक जाती है.जब आपको जरूरत हो बकरी को बेचकर पैसा कमाया जा सकता है. वहीं, पशु वैज्ञानिक डॉ. अनिल कुमार रवि ने बताया कृषि विज्ञान केंद्र ने किसानों को प्रशिक्षण दिया गया. जिसमें उनको बकरी पालन की शुरुआत, उनके रखरखाव, टीकाकरण, मार्केटिंग सहित सारी जानकारी गई. उन्होंने कहा कि किसानों के लिए बकरी पालन सिर्फ मुनाफा का स्वरोजगार है.