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Gaya Crime: एक ठग जिसके निशाने पर रहती थी पुलिस, खुद को NRI बताकर देता था गच्चा

बिहार के गया में ठगी (Fraud in Gaya) का एक अनोखा मामला सामने आया है. पुलिस ने एक ऐसे शख्स को गिरफ्तार किया है जो देशभर के थानों की पुलिस से ठगी करता था. आगे पढ़ें पूरी खबर...

गया में गोवा का ठग गिरफ्तार
गया में गोवा का ठग गिरफ्तार
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Published : Mar 14, 2023, 7:01 AM IST

गया: बिहार के गया में गोवा के एक ऐसे शख्स का खुलासा हुआ है, जो अपने अनोखे अंदाज से लागातार थानों की पुलिस के साथ ठगी (Fraud With Police) कर रहा था. वह खुद को एनआरआई बताता था और बेल्जियम के रहने वाले के रूप में अपनी पहचान देता था. देश के कई थानों की पुलिस को गच्चा देकर यह पिछले 5 वर्षों से सहानुभूति के रूपए के रूप में ठगी करता रहा. दरअसल गोवा के मौरजीन पानेन का रहने वाला सेबी डिसिल्वा नाम का यह शख्स इंडिया में जहां भी जाता, वहां खुद को विदेशी और बेल्जियम का निवासी बताता था. इतना ही नहीं थानों में पहुंचकर लूट-चोरी की झूठी एफआईआर दर्ज करवाता और पुलिस से सहानुभूति के रुपए लगातार बटोर रहा था. इसी क्रम में गया के सिविल लाइन थाना में इस प्रकार का मामला आया तो एसएसपी की सूझबूझ से पूरे मामला का खुलासा हो गया.

पढ़ें-cyber thugs arrested in Gaya: स्कीम का लालच देकर लोगों से ओटीपी ले लेता, फिर उड़ा लेता था पैसा

गया था लूट की एफआईआर दर्ज कराने: शख्स गया के सिविल लाइन थाने में पहुंचा था और उसने लूट की प्राथमिकी दर्ज करने के लिए आवेदन दिया था. एक टोटो चालक द्वारा इस तरह की घटना किए जाने की बात कही गई थी. थाने में दिए लिखित आवेदन में बताया था कि उसने यूरो को बदलने के लिए एक्सचेंज या होटल में ले चलने के लिए कहा था लेकिन टोटो चालक ने उसे पिस्तौल का भय दिखाकर लूट की घटना को अंजाम दिया. उसके पास से लैपटॉप, मोबाइल, 3100 यूरो लूट ली गई. आवेदन में कहा गया था कि वह विदेश से आया है. वहीं लूट की घटना को लेकर थाने में पुलिसकर्मियों से सहानुभूति के रुपये भी बटोर रहा था, जो उसके द्वारा ठगी कर वसूले जा रहे थे. इस बीच उसकी बातों में यह भी संकेत आया था कि यदि थाने की पुलिस कुछ रुपए देगी तो वह केस दर्ज नहीं करेगा और अपने देश वापस लौट जाएगा.

विदेशी समझ गंभीरता से हुइ छानबीन: वहीं सिविल लाइन थाना की पुलिस ने इसे विदेशी नागरिक का मामला समझते हुए गंभीरता से देखना शुरू किया. पुलिस के वरीय अधिकारियों को इसकी जानकारी दी गई. इस तरह के मामले की जानकारी गया एसएसपी आशीष भारती को भी लगी. इस सारी घटना को लेकर एसएसपी गया ने विशेष टीम का गठन किया. टीम ने कार्रवाई शुरू की और सीसीटीवी फुटेज खंगाले जाने लगे लेकिन मामला पूरी तरह से फर्जी निकला. इसके बाद उक्त संदिग्ध से पूछताछ की गई तो मामला खुलने लगा. पता चला कि दिल्ली और मुंबई जैसे शहरों में भी कई थानों की पुलिस को इस तरह के मामले मिले थे और वहां ये सहानुभूति के रुपये वसूलने में सफल रहा. केस से दूर रखने के लिए भी वह वसूलने में पीछे नहीं रहता था. देशभर में कई इलाकों में इसके खिलाफ इस तरह के मामले सामने आए हैं. अब इस मामले के खुलासे के बाद गोवा के युवक सेबी डिसिल्वा के खिलाफ सिविल लाइन थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है.


"गोवा का रहने वाला सेबी डिसिल्वा खुद को विदेशी बताता था. वह झूठे केस दर्ज कर थानों में पहुंचकर ठगी का काम करता था. सिर्फ इंग्लिश बोलता था, खुद को बेल्जियम का बताता था, झूठी एफआईआर देश भर के कई थानों में दर्ज करवाई थी. वह खुद को एनआरआई के रूप में प्रस्तुत करता था. उसके पूरे नाटक का खुलासा करते हुए गिरफ्तारी की गई है. पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है."-आशीष भारती, एसएसपी, गया

गया: बिहार के गया में गोवा के एक ऐसे शख्स का खुलासा हुआ है, जो अपने अनोखे अंदाज से लागातार थानों की पुलिस के साथ ठगी (Fraud With Police) कर रहा था. वह खुद को एनआरआई बताता था और बेल्जियम के रहने वाले के रूप में अपनी पहचान देता था. देश के कई थानों की पुलिस को गच्चा देकर यह पिछले 5 वर्षों से सहानुभूति के रूपए के रूप में ठगी करता रहा. दरअसल गोवा के मौरजीन पानेन का रहने वाला सेबी डिसिल्वा नाम का यह शख्स इंडिया में जहां भी जाता, वहां खुद को विदेशी और बेल्जियम का निवासी बताता था. इतना ही नहीं थानों में पहुंचकर लूट-चोरी की झूठी एफआईआर दर्ज करवाता और पुलिस से सहानुभूति के रुपए लगातार बटोर रहा था. इसी क्रम में गया के सिविल लाइन थाना में इस प्रकार का मामला आया तो एसएसपी की सूझबूझ से पूरे मामला का खुलासा हो गया.

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गया था लूट की एफआईआर दर्ज कराने: शख्स गया के सिविल लाइन थाने में पहुंचा था और उसने लूट की प्राथमिकी दर्ज करने के लिए आवेदन दिया था. एक टोटो चालक द्वारा इस तरह की घटना किए जाने की बात कही गई थी. थाने में दिए लिखित आवेदन में बताया था कि उसने यूरो को बदलने के लिए एक्सचेंज या होटल में ले चलने के लिए कहा था लेकिन टोटो चालक ने उसे पिस्तौल का भय दिखाकर लूट की घटना को अंजाम दिया. उसके पास से लैपटॉप, मोबाइल, 3100 यूरो लूट ली गई. आवेदन में कहा गया था कि वह विदेश से आया है. वहीं लूट की घटना को लेकर थाने में पुलिसकर्मियों से सहानुभूति के रुपये भी बटोर रहा था, जो उसके द्वारा ठगी कर वसूले जा रहे थे. इस बीच उसकी बातों में यह भी संकेत आया था कि यदि थाने की पुलिस कुछ रुपए देगी तो वह केस दर्ज नहीं करेगा और अपने देश वापस लौट जाएगा.

विदेशी समझ गंभीरता से हुइ छानबीन: वहीं सिविल लाइन थाना की पुलिस ने इसे विदेशी नागरिक का मामला समझते हुए गंभीरता से देखना शुरू किया. पुलिस के वरीय अधिकारियों को इसकी जानकारी दी गई. इस तरह के मामले की जानकारी गया एसएसपी आशीष भारती को भी लगी. इस सारी घटना को लेकर एसएसपी गया ने विशेष टीम का गठन किया. टीम ने कार्रवाई शुरू की और सीसीटीवी फुटेज खंगाले जाने लगे लेकिन मामला पूरी तरह से फर्जी निकला. इसके बाद उक्त संदिग्ध से पूछताछ की गई तो मामला खुलने लगा. पता चला कि दिल्ली और मुंबई जैसे शहरों में भी कई थानों की पुलिस को इस तरह के मामले मिले थे और वहां ये सहानुभूति के रुपये वसूलने में सफल रहा. केस से दूर रखने के लिए भी वह वसूलने में पीछे नहीं रहता था. देशभर में कई इलाकों में इसके खिलाफ इस तरह के मामले सामने आए हैं. अब इस मामले के खुलासे के बाद गोवा के युवक सेबी डिसिल्वा के खिलाफ सिविल लाइन थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है.


"गोवा का रहने वाला सेबी डिसिल्वा खुद को विदेशी बताता था. वह झूठे केस दर्ज कर थानों में पहुंचकर ठगी का काम करता था. सिर्फ इंग्लिश बोलता था, खुद को बेल्जियम का बताता था, झूठी एफआईआर देश भर के कई थानों में दर्ज करवाई थी. वह खुद को एनआरआई के रूप में प्रस्तुत करता था. उसके पूरे नाटक का खुलासा करते हुए गिरफ्तारी की गई है. पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है."-आशीष भारती, एसएसपी, गया

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