गया: देश में मानसून ने दस्तक दे दिया है. बिहार के गया में भी कुछ दिनों में इसकी आहट सुनाई पड़ेगी. लेकिन शहर के सभी 53 वार्डों में 302 छोटे बड़े नालों की सफाई का वर्क आर्डर जारी होने के बाद भी पैसों का आवंटन नहीं होने के कारण काम शुरू नहीं हो पा रहा हैं. इससे जलजमाव का खतरा मंडरा रहा है. वहीं, उपमेयर मोहन श्रीवास्तव ने कहा कि सोमवार से सफाई कार्य युद्ध स्तर पर शुरु कर दिया जाएगा.
स्थानीय जनता का कहना है कि शहर के कई इलाकों में ऐसे नाले हैं जिनकी सफाई अगर नहीं हुई तो बड़ी आबादी को जल जमाव का सामना करना पड़ सकता है. दुर्गाबाड़ी से लेकर छता मस्जिद तक के लोग इस समस्या से सहमे हुए हैं, क्योंकि शहर के बीचों-बीच से गुजरने वाली बॉटम नाला की सफाई अब तक नहीं हुई है. साथ ही उन लोगों का कहना है कि मानसून में घर से निकलना मुश्किल हो जाता है. दुकानें और स्कूलें बंद हो जाती है.
नाले की सफाई को लेकर बैठक
इस समस्या से निजात पाने के लिए नगर निगम के मेयर, उप मेयर और नगर आयुक्त ने नाले की सफाई को लेकर बैठक किया. उपमेयर मोहन श्रीवास्तव ने बताया कि सबसे पहले 6 बड़े नालों की सफाई पूरी करवाई जाएगी, उसके बाद सभी वार्डों के नालों की सफाई करवायी जाएगी.
वार्ड के जमादारों को दी गई जिम्मेदारी
इस काम के लिए वार्ड के जमादारों को जिम्मेदारी दी गयी है. वहीं, जमींदारों की सूची उपलब्ध कराकर वार्ड के अनुसार नालों की सफाई सोमवार से शुरू कर दी जायेगी. उन्होंने कहा कि जिस वार्ड में 1000 से अधिक मजदूर लगेंगे, वहां 50,000 रुपये एडवांस और जहां 1000 से कम मजदूर लगे हैं. वहां 25,000 रूपये एडवांस देकर नाले की सफाई कराई जाएगी और हर हाल में एक सप्ताह के अंदर नालों की सफाई करवा ली जाएगी.