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विश्व पर्यटन दिवस के दिन बिहार आये विदेशी पर्यटकों ने कहा- बहुत ही शांत और सुंदर है बोधगया

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Published : Sep 27, 2019, 11:26 PM IST

देश-विदेश से पर्यटक बोधगया घूमने के लिए आते हैं. ऐसे में विश्व पर्यटन दिवस पर अमेरिका से आई एक पर्यटक ने कहा कि बोधगया काफी सुंदर जगह है और यहां आकर वह काफी खुश है.

बोधगया आये विदेशी पर्यटक

गया: जिले को बिहार पर्यटन के लिए खास जगह माना गया है. इसमें में भी बोधगया की अपनी अलग ही पहचान है. बोधगया स्थित महाबोधि मंदिर को यूनेस्को की ओर से विश्व प्रसिद्ध धरोहर घोषित किया गया है. ऐसे में महाबोधि मंदिर में देश-विदेश से लाखों की संख्या में पर्यटक पूजा-अर्चना करने आते हैं. शुक्रवार को विश्व पर्यटन दिवस पर विदेश से आए पर्यटक बोधगया आकर काफी खुश दिखे. उन्होंने भगवान बुद्ध के इस ज्ञान प्राप्ति स्थल की काफी तारीफ की.

विदेशी पर्यटक ने जताई अपनी खुशी
बिहार सरकार और पर्यटन विभाग की ओर से पर्यटकों के लिए महाबोधि मंदिर में पुख्ता इंतजाम किए जाते हैं. मंदिर के चारों तरफ पुलिस हमेशा चाक-चौबंद रहती है. इसी क्रम में अमेरिका से आई एक पर्यटक ने कहा कि बोधगया बहुत ही शांत और अच्छी जगह है. यहां भगवान गौतम बुद्ध का मंदिर बहुत सुंदर है और यहां आकर मैं बहुत खुश हूं.

बोधगया आये विदेशी पर्यटक ने की जगह की तारीफ

चार पवित्र स्थानों में से एक महाबोधि मंदिर
गौरतलब है कि महाबोधि मंदिर भगवान बुद्ध के जीवन से संबंधित चार पवित्र स्थानों में से एक है. 500 ईसा पूर्व भगवान बुद्ध फल्गु नदी के तट पर पहुंचे और महाबोधि मंदिर स्थित बोधि वृक्ष के नीचे तपस्या की. काफी कठिन तपस्या के बाद उन्हें यहां ज्ञान की प्राप्ति हुई थी. वहीं, महाबोधि मंदिर से लगभग पांच सौ मीटर की दूरी पर भगवान बुद्ध की विशाल प्रतिमा अवस्थित है. जिसकी ऊंचाई लगभग 80 फुट है. इसे बलुआ पत्थर ब्लॉक और लाल ग्रेनाइट के मिश्रण से बनाया गया है. इसे भी पर्यटकों के घूमने के लिए एक बेहतर स्थल माना जाता रहा है.

गया: जिले को बिहार पर्यटन के लिए खास जगह माना गया है. इसमें में भी बोधगया की अपनी अलग ही पहचान है. बोधगया स्थित महाबोधि मंदिर को यूनेस्को की ओर से विश्व प्रसिद्ध धरोहर घोषित किया गया है. ऐसे में महाबोधि मंदिर में देश-विदेश से लाखों की संख्या में पर्यटक पूजा-अर्चना करने आते हैं. शुक्रवार को विश्व पर्यटन दिवस पर विदेश से आए पर्यटक बोधगया आकर काफी खुश दिखे. उन्होंने भगवान बुद्ध के इस ज्ञान प्राप्ति स्थल की काफी तारीफ की.

विदेशी पर्यटक ने जताई अपनी खुशी
बिहार सरकार और पर्यटन विभाग की ओर से पर्यटकों के लिए महाबोधि मंदिर में पुख्ता इंतजाम किए जाते हैं. मंदिर के चारों तरफ पुलिस हमेशा चाक-चौबंद रहती है. इसी क्रम में अमेरिका से आई एक पर्यटक ने कहा कि बोधगया बहुत ही शांत और अच्छी जगह है. यहां भगवान गौतम बुद्ध का मंदिर बहुत सुंदर है और यहां आकर मैं बहुत खुश हूं.

बोधगया आये विदेशी पर्यटक ने की जगह की तारीफ

चार पवित्र स्थानों में से एक महाबोधि मंदिर
गौरतलब है कि महाबोधि मंदिर भगवान बुद्ध के जीवन से संबंधित चार पवित्र स्थानों में से एक है. 500 ईसा पूर्व भगवान बुद्ध फल्गु नदी के तट पर पहुंचे और महाबोधि मंदिर स्थित बोधि वृक्ष के नीचे तपस्या की. काफी कठिन तपस्या के बाद उन्हें यहां ज्ञान की प्राप्ति हुई थी. वहीं, महाबोधि मंदिर से लगभग पांच सौ मीटर की दूरी पर भगवान बुद्ध की विशाल प्रतिमा अवस्थित है. जिसकी ऊंचाई लगभग 80 फुट है. इसे बलुआ पत्थर ब्लॉक और लाल ग्रेनाइट के मिश्रण से बनाया गया है. इसे भी पर्यटकों के घूमने के लिए एक बेहतर स्थल माना जाता रहा है.

Intro:Body:बिहार पर्यटन के लिए खास जगह माना गया इसमे में भी खाश कर बोधगया का कुछ अपना अलग पहचान है
बोधगया स्थित महाबोधि मंदिर को यूनेस्को के द्वारा  विश्व प्रसिद्ध धरोहर घोषित किया है।
बोधगया महाबोधि मंदिर परिसर भगवान बुद्ध के जीवन से संबंधित चार पवित्र स्थानों में से एक है और विशेष रूप से इसे आत्मज्ञान की प्राप्ति के लिए जाना जाता है। पहले मंदिर का निर्माण स्रमाट अशोक ने तीसरी शताब्दी ई. पू किया था और वर्तमान मंदिरों को 5वीं या 6ठीं शताब्दी ईसा पूर्व के दौरान निर्मित किया गया था
यह विहार उसी स्थान पर खड़ा है जहाँ गौतम बुद्ध ने ईसा पूर्व 6वी शताब्धिं में ज्ञान प्राप्त किया था।
500 सौ ईसा पूर्व में बुद्ध फाल्गु नदी के तट पर पहुंचे और बोधि वृक्ष के नीचे तपस्या करने बैठे थे कठिन तपस्या के बाद उन्हें ज्ञान की प्राप्ति हुई,थी
ज्ञान प्रप्ति के बाद ही भगवान गौतम बुद्ध कहलाये जो
बोधगया महाबोधी मंदिर में देश विदेश से लाखों की संख्या में पर्यटक पूजा अर्चना करने आते हैं वही मंदिर परिसर में स्थित भगवान गौतम बुद्ध की ज्ञान प्रप्ति पवित्र बोधि वृक्ष को भी पूजा अर्चना व नमन करते हैं यहा बिहार सरकार व पर्यटन बिभाग के द्वारा पुख्ता इनतेजाम किया जाता है मंदिर के चारो तरफ चाक चौबंद पुलिस की बन्दोवस्त रहता है यह 24 घंटे पर्यटक को आना जाना लगा रहता है
महाबोधी मंदिर से लगभग पांच सौ मीटर की दूरी पर अवस्थित भगवान गौतम बुद्ध की विशाल प्रतिम लगभग इसकी उचाई 80 फुट है यह भी पर्यटकों के घूमने के लिए स्थल वेहतर माना जाता है
 बोधगया में है। यह बुद्ध मुर्ति ध्यान मुद्रा में 80 फ़ुट ऊँची खुली हवा में एक कमल पर विराजमान है यह बुद्ध प्रतिमा पूरा करने के लिए 12,000 राजमिस्त्रीओं को सात साल लग गए थे। यह प्रतिमा बलुआ पत्थर ब्लॉक और लाल ग्रेनाइट का एक मिश्रण है।यह संभवतः सबसे बड़ा भारत में बनाया गया और 14 वें दलाई लामा ने 18 नवंबर 1989 को बनाया गया था
बोधगया में ऐसे बहुत से पर्यटक स्थल है लेकिन खाश कर महाबोधी मंदिर व 80फुट बौद्ध मंदिर ही विशेष रूप से महत्व पूर्ण माना जाता हैं
बोधगया पर्यटकों व बुदिस्ट के लिए आस्था का केन्द्र माना जाता है
जो भी पर्यटक भारत घूमने आते हैं वह बोधगया महाबोधी मन्दिर जरूर आते हैं
अमेरिका से आये हुए जूली ने बताया कि बोधगया पैलेस बहुत अच्छा है यहा भगवान गौतम बुद्ध की मंदिर बहुत सूंदर है यहा आकर मैं बहुत खुश हूंConclusion:
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