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गया में शांतिपूर्ण मतदान करवाना आसान नहीं, नक्सली हिंसा बड़ी चुनौती ! - कोविड-19 के दौरान विधानसभा चुनाव

जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्र में शांतिपूर्ण मतदान कराना पुलिस के लिए चुनौती है. जिले में प्रथम चरण के चुनाव को लेकर सभी मतदान केंद्रों पर मतदान कराया जाना है. सभी मतदान केंद्रों पर सुरक्षा बलों की भी तैनाती की गई है.

first phase of assembly election 2020 started from today
पहले चरण का चुनाव आज से शुरू
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Published : Oct 28, 2020, 9:04 AM IST

गया: बिहार विधानसभा चुनाव के प्रथम चरण का मतदान जारी है. इसमें से 980 मतदान केंद्र अतिसंवेदनशील हैं. इन बूथों पर जिला निर्वाचन आयोग का विशेष ध्यान है.


चुनाव कराना एक बड़ी चुनौती
जिले में शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव संपन्न करवाना एक बड़ी चुनौती है. जिले के कई प्रखंडों के जंगली इलाके में नक्सलियों का कारनामा चुनाव के दिन सामने से दिखता है. नामांकन शुरू होते ही नक्सली सक्रिय होंगे. उन्होंने गया-औरंगाबाद क्षेत्र के सीमा पर सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ किया था. इसमे 800 राउंड गोलियां चली थी. वहीं मंगलवार को इमामगंज विधानसभा क्षेत्र के रौशनगंज में दो केन बम बरामद किया गया था. इन क्षेत्रों में पूर्व से ही नक्सलियों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई चल रही है.

जवानों की तैनाती
जिला प्रशासन ने सड़क से आसमान तक सुरक्षा व्यवस्था किया है. बूथों पर जवानों को तैनात किया गया है, जहां सुरक्षा बलों के साथ जिला पुलिस की महिला और पुरुष जवान तैनात रहेंगे. इसके अलावा प्रमुख और संपर्क मार्गों पर हर 10 मिनट पर गश्ती पार्टी गुजरेगी, जो मार्गों पर आने-जाने वाले संदिग्धों पर नजर रखेगी. वहीं आसमान से गश्ती और नक्सलियों पर निगरानी रखने के लिए हेलीकॉप्टर की व्यवस्था की गई है.

एसएसबी के बम निरोधक दस्ता अलर्ट
मतदान के दौरान आपसी झगड़ा, विद्वेष फैलाना, संदिग्ध वस्तु मिलने पर बम निरोधक दस्ता और दंगा नियंत्रण को तैयार रखा गया है, जिससे कोई भी सूचना मिलने पर तुरंत कार्रवाई की जा सके. सीआरपीएफ और एसएसबी के बम निरोधक दस्ता को अलर्ट मोड में रखा गया है.

गया: बिहार विधानसभा चुनाव के प्रथम चरण का मतदान जारी है. इसमें से 980 मतदान केंद्र अतिसंवेदनशील हैं. इन बूथों पर जिला निर्वाचन आयोग का विशेष ध्यान है.


चुनाव कराना एक बड़ी चुनौती
जिले में शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव संपन्न करवाना एक बड़ी चुनौती है. जिले के कई प्रखंडों के जंगली इलाके में नक्सलियों का कारनामा चुनाव के दिन सामने से दिखता है. नामांकन शुरू होते ही नक्सली सक्रिय होंगे. उन्होंने गया-औरंगाबाद क्षेत्र के सीमा पर सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ किया था. इसमे 800 राउंड गोलियां चली थी. वहीं मंगलवार को इमामगंज विधानसभा क्षेत्र के रौशनगंज में दो केन बम बरामद किया गया था. इन क्षेत्रों में पूर्व से ही नक्सलियों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई चल रही है.

जवानों की तैनाती
जिला प्रशासन ने सड़क से आसमान तक सुरक्षा व्यवस्था किया है. बूथों पर जवानों को तैनात किया गया है, जहां सुरक्षा बलों के साथ जिला पुलिस की महिला और पुरुष जवान तैनात रहेंगे. इसके अलावा प्रमुख और संपर्क मार्गों पर हर 10 मिनट पर गश्ती पार्टी गुजरेगी, जो मार्गों पर आने-जाने वाले संदिग्धों पर नजर रखेगी. वहीं आसमान से गश्ती और नक्सलियों पर निगरानी रखने के लिए हेलीकॉप्टर की व्यवस्था की गई है.

एसएसबी के बम निरोधक दस्ता अलर्ट
मतदान के दौरान आपसी झगड़ा, विद्वेष फैलाना, संदिग्ध वस्तु मिलने पर बम निरोधक दस्ता और दंगा नियंत्रण को तैयार रखा गया है, जिससे कोई भी सूचना मिलने पर तुरंत कार्रवाई की जा सके. सीआरपीएफ और एसएसबी के बम निरोधक दस्ता को अलर्ट मोड में रखा गया है.

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