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बिहार में भूमि संरक्षण का पहला सेन्टर ऑफ एक्सीलेंस गया में बनेगा, देश का होगा चौथा केंद्र - कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत

बिहार में भूमि संरक्षण (land conservation in Bihar) का पहला सेन्टर ऑफ एक्सीलेंस गया में बनेगा, जो देश का चौथा सेन्टर होगा. इसमें राज्य एवं राज्य के बाहर के किसान एवं पदाधिकारी प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे.

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Published : Nov 28, 2022, 6:50 AM IST

गयाः बिहार के गया में राज्य का पहला (First Land Conservation Centre Of Excellence) भूमि संरक्षण का सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनेगा. करीब 40 करोड़ की लागत से इसका निर्माण कराया जाएगा. यह देश का चौथा और बिहार का पहला एक्सीलेंस सेंटर होगा. सूबे के कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत (Agriculture Minister Kumar Sarvjit) ने कहा है कि इसके लिए स्वीकृति भी दे दी गई है. ये सेंटर गया के फतेहपुर एवं टनकुप्पा क्षेत्र में बनाया जाएगा. इसके अलावा गया में एक कृषि महाविद्यालय खोलने के लिये प्रस्ताव तैयार किया गया है.



ये भी पढ़ेंः मोतिहारी: दो दिवसीय कृषि यांत्रिकरण मेला नहीं पहुंचे किसान, सांसद ने किया मेले का उद्घाटन



दो दिवसीय कृषि यांत्रिकीकरण मेला आयोजि ः बिहार सरकार के कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत ने स्थानीय बाजार समिति परिसर चन्दौती गया में कृषि विभाग द्वारा आयोजित दो दिवसीय कृषि यांत्रिकीकरण मेला का उद्घाटन किया. इस अवसर पर कृषि मंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि बिहार में कहीं बाढ़ तो कहीं सुखाड़ की स्थिति रहती है, इसलिये चौथे कृषि रोड मैप में स्थानीय परिस्थितियों को ध्यान में रखकर कार्यक्रम बनाया जा रहा है.

फतेहपुर-टनकुप्पा में बनेगा सेंटर ऑफ एक्सीलेंसः कृषि मंत्री ने ये भी कहा कि इसी क्रम में गया के फतेहपुर एवं टनकुप्पा क्षेत्र में 40 करोड़ की लागत से भारत का चौथा एवं बिहार का पहला भूमि संरक्षण का सेन्टर ऑफ एक्सीलेन्स तैयार कराने की स्वीकृति दी गई है. इसमें राज्य एवं राज्य के बाहर के किसान एवं पदाधिकारी प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे. इसके अतिरिक्त गया में एक कृषि महाविद्यालय खोलने के लिये प्रस्ताव तैयार किया गया है.
कहा कि बिहार को बीज के क्षेत्र में आत्म निर्भर बनाने के लिये पब्लिक प्राईवेट पार्टनरशिप की तर्ज पर बीज का उत्पादन कराकर एवं बीज का हब बनाकर किसानों को सस्ते मूल्य पर बीज दिया जायेगा. जिले के सभी प्रखण्डों और पेट्रोल पम्प तथा मुख्य स्थानों पर कृषि विभाग की होर्डिंग लगाकर किसानों को योजनाओं का लाभ लेने हेतु जागरुक किया जायेगा.

किसानों की आमद बढ़ाएगेंः मंंत्री कुमार सर्वजीत ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता धान एवं गेहूं के उत्पादन से आगे बढ़कर किसानों को और अधिक आमदानी दिलाने की है, वे विभिन्न कृषि उत्पादों जैसे मशरुम, मखाना का समुचित मूल्य दिलाने के लिये योजनाबद्ध तरीके से कार्य कर रहे हैं. जिले के किसानों के द्वारा उत्पादित हो रहे मशरुम को गया जिले के उपभोक्ताओं तक ताजा पहुंचाने के लिये पांच मशरुम ठेला का शुभारम्भ किया गया. कृषि यांत्रिकीकरण मेला में मगध प्रमण्डल के संयुक्त निदेशक शष्य रतन कुमार भगत, जिला कृषि पदाधिकारी सुदामा महतो, कृषि अभियंत्रण नीरज कुमार वर्मा, किसान सलाहकार, लेखापाल, कम्प्यूटर ऑपरेटर और सैकड़ों किसान उपस्थित थे.

गयाः बिहार के गया में राज्य का पहला (First Land Conservation Centre Of Excellence) भूमि संरक्षण का सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनेगा. करीब 40 करोड़ की लागत से इसका निर्माण कराया जाएगा. यह देश का चौथा और बिहार का पहला एक्सीलेंस सेंटर होगा. सूबे के कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत (Agriculture Minister Kumar Sarvjit) ने कहा है कि इसके लिए स्वीकृति भी दे दी गई है. ये सेंटर गया के फतेहपुर एवं टनकुप्पा क्षेत्र में बनाया जाएगा. इसके अलावा गया में एक कृषि महाविद्यालय खोलने के लिये प्रस्ताव तैयार किया गया है.



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दो दिवसीय कृषि यांत्रिकीकरण मेला आयोजि ः बिहार सरकार के कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत ने स्थानीय बाजार समिति परिसर चन्दौती गया में कृषि विभाग द्वारा आयोजित दो दिवसीय कृषि यांत्रिकीकरण मेला का उद्घाटन किया. इस अवसर पर कृषि मंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि बिहार में कहीं बाढ़ तो कहीं सुखाड़ की स्थिति रहती है, इसलिये चौथे कृषि रोड मैप में स्थानीय परिस्थितियों को ध्यान में रखकर कार्यक्रम बनाया जा रहा है.

फतेहपुर-टनकुप्पा में बनेगा सेंटर ऑफ एक्सीलेंसः कृषि मंत्री ने ये भी कहा कि इसी क्रम में गया के फतेहपुर एवं टनकुप्पा क्षेत्र में 40 करोड़ की लागत से भारत का चौथा एवं बिहार का पहला भूमि संरक्षण का सेन्टर ऑफ एक्सीलेन्स तैयार कराने की स्वीकृति दी गई है. इसमें राज्य एवं राज्य के बाहर के किसान एवं पदाधिकारी प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे. इसके अतिरिक्त गया में एक कृषि महाविद्यालय खोलने के लिये प्रस्ताव तैयार किया गया है.
कहा कि बिहार को बीज के क्षेत्र में आत्म निर्भर बनाने के लिये पब्लिक प्राईवेट पार्टनरशिप की तर्ज पर बीज का उत्पादन कराकर एवं बीज का हब बनाकर किसानों को सस्ते मूल्य पर बीज दिया जायेगा. जिले के सभी प्रखण्डों और पेट्रोल पम्प तथा मुख्य स्थानों पर कृषि विभाग की होर्डिंग लगाकर किसानों को योजनाओं का लाभ लेने हेतु जागरुक किया जायेगा.

किसानों की आमद बढ़ाएगेंः मंंत्री कुमार सर्वजीत ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता धान एवं गेहूं के उत्पादन से आगे बढ़कर किसानों को और अधिक आमदानी दिलाने की है, वे विभिन्न कृषि उत्पादों जैसे मशरुम, मखाना का समुचित मूल्य दिलाने के लिये योजनाबद्ध तरीके से कार्य कर रहे हैं. जिले के किसानों के द्वारा उत्पादित हो रहे मशरुम को गया जिले के उपभोक्ताओं तक ताजा पहुंचाने के लिये पांच मशरुम ठेला का शुभारम्भ किया गया. कृषि यांत्रिकीकरण मेला में मगध प्रमण्डल के संयुक्त निदेशक शष्य रतन कुमार भगत, जिला कृषि पदाधिकारी सुदामा महतो, कृषि अभियंत्रण नीरज कुमार वर्मा, किसान सलाहकार, लेखापाल, कम्प्यूटर ऑपरेटर और सैकड़ों किसान उपस्थित थे.

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