गया: कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव हेतु भारत सरकार ने देश भर में लॉक डाउन लागू कर दिया है. जिसके कारण ट्रेनों का आवगमन बन्द हो गया है. ट्रेन बन्द होने के कारण कुली बेरोजगार हो गए हैं. आलम ये है कि कुली भुखमरी की कगार पर पहुंच गए. तभी ईटीवी भारत ने कुलियों के भुखमरी की खबर को प्रमुखता से दिखाया. जिसका असर अब देखने को मिल रहा है. ईटीवी भारत की खबर का असर हुआ. कुलियों को गुड शेड में अब काम करने की इजाजत डीआरएम ने दिया है.
गया जंक्शन पर यात्रियों के बोझ उठाने वाले 112 कुली लॉक डाउन में बेरोजगार हो गए. इस आलम में कुलियों ने भारत सरकार से ईटीवी भारत के माध्यम गुहार लगाई थी कि लॉक डाउन में कुलियों का काम बंद हो गया है. इसलिए हम लोगों को रेलवे विभाग में कोई वैकल्पिक व्यवस्था या काम दिया जाए. जिससे हम लोग जीवनयापन कर सकें.
प्लेटफॉर्म संघ के सहायक ने दी जानकारी
इस संबंध में कुली प्लेटफार्म संघ के सहायक शिव गुप्ता ने बताया कि ईटीवी भारत के माध्यम से हमलोगों ने अपनी समस्या को रखा था. इसके बाद डीआरएम ने स्टेशन प्रबंधक को निर्देश दिया है कि सभी कुलियों को गुड शेड में काम दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि हमलोग को गुड शेड में काम करने का आदेश लिखित तौर नही मिला है. सिर्फ मौखिक रूप से कहा गया है. इसलिए हमलोग असमंजस में हैं.
कुली ने बताई समस्या
वहीं, कुली अजय कुमार ने बताया ईटीवी भारत की खबर का असर तो हुआ है. हमलोगों को मौखिक तौर पर गुड शेड में काम करने की अनुमति मिल गई है. उन्होंने कहा कि हमलोग स्टेशन पर 20 लोग हैं. बाकी लोग अपने घर पर हैं. कुली अजय ने बताया कि हर दिन सुबह-शाम स्टाफ ट्रेन जाती है. उसमें उनको आने का अनुमति मीले और लिखित तौर पर हमलोग को गुड शेड काम करने का पत्र मिले.
डीआरएम ने दिया आदेश
बता दे देश के हिस्सों में कुलियों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था या मदद की गई थी. लेकिन गया जंक्शन पर कोई मदद नहीं किया गया था. ईटीवी भारत ने खबर को प्रसारित किया तो डीआरएम ने संज्ञान लेते हुए गुड शेड में काम करने का आदेश दिया.