गया: केंद्र सरकार और बिहार सरकार की योजनाओं से हर घर में बिजली पहुंच गई है. लेकिन गांव में बिजली पहुंचाने के लिए लोगों की छत पर ही बिजली के पोल गाड़ दिए गए हैं. गया के आमस प्रखंड के महुआवा पंचायत के हमजापुर गांव के अधिकांश घरों की छत से 11 हजार वोल्ट के बिजली के तार गुजरे हैं. जिसकी वजह से ग्रामीण हमेशा किसी अनहोनी की आशंका से डरे रहते हैं.
बिजली विभाग की घोर लापरवाही, छतों के ऊपर से दौड़ाया 11 हजार वोल्ट की तार, दहशत में लोग - हमजापुर गांव में 11 हजार वोल्ट का तार गांव के बीचो-बीच से गुजरा
आमस प्रखंड के हमजापुर गांव में 11 हजार वोल्ट का तार गांव के बीचोंबीच से गुजरा है. इस तार की जद में कई घर आ गए हैं. आलम ये है ग्रामीण छत की सीढ़ी के दरवाजे में ताला लगाकर रखते हैं.
छत पर लगा बिजली का खंभा
गया: केंद्र सरकार और बिहार सरकार की योजनाओं से हर घर में बिजली पहुंच गई है. लेकिन गांव में बिजली पहुंचाने के लिए लोगों की छत पर ही बिजली के पोल गाड़ दिए गए हैं. गया के आमस प्रखंड के महुआवा पंचायत के हमजापुर गांव के अधिकांश घरों की छत से 11 हजार वोल्ट के बिजली के तार गुजरे हैं. जिसकी वजह से ग्रामीण हमेशा किसी अनहोनी की आशंका से डरे रहते हैं.
Intro:केंद्र सरकार और बिहार सरकार के योजनाओं से हर घर मे बिजली पहुँच गया है। लेकिन गया एक गांव में बिजली पहुँचने के साथ छत पर बिजली के पोल भी गाड़ दिए गए हैं। गया के आमस प्रखंड के महुआवा पंचायत के हमजापुर गांव के अधिकांश घरों के छत से ग्यारह हजार वोल्ट का बिजली का तार गुजरा हैं। ग्रामीण कई दशकों से खौफ के जिंदगी बिता रहे हैं।
Body:कहते हैं फैशन के इस दौर में गारंटी का इच्छा नही करे बिजली विभाग उसी तरह कहती है आधुनिकता के दौर जिंदगी का चिंता नही करे। आमस प्रखंड के हमजापुर गांव में 11 हजार वोल्ट का तार गुजरा है। तार गांव के बीचोबीच से गुजरा है इस तार के जद में कईं घर आ गए हैं। ग्रामीण तार से बचाव के लिए अपने घर पर बिजली का खंभा गाड़ दिया है फिर भी तार के चपेट में कोईं न कोई आ जाता है। आलम ये है ग्रामीण छत पर जाने के लिए सीढ़ी के रास्ते मे दरवाजा में ताला लगाकर रखते हैं।
ग्रामीण शिको अल बदर बताते हैं आज से 30 से 40 साल पहले ये जगह खुला था। बिजली विभाग बिना किसी को बताए बिजली का खंभा गाड़कर हाईटेंशन तार ले गए। अब यहां आबादी बस गया है। सबकी पुशतैनी जमीन है। सभी ने जैसे तैसे घर तो बना लिया लेकिन अब उस घर मे रहना मुश्किल है। आप किसी काम के लिए छत पर नही जा सकते हैं। हमलोग का मांग है बिजली का तार हटा दीजिये या तार ले जाने का मुआवजा दीजिये।
हारूना खातून ने बताया मेरे घर के ऊपर से भी बिजली के तार गुजरा है। हम ऊपर जानेवाले रास्ते मे दरवाजा लगाकर ताला लगा दिया है। हमारे यहां बच्चे बहुत है कोई गलती से ऊपर गया तो तार के चपेट में आ जायेगा। कई लोग इसके चपेट में आकर मौत के मुंह मे समा गए हैं। इस समस्या को लेकर बिजली विभाग के अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के पास ग्रामीण गए हैं लेकिन कोई नही सुनता है।
जूही बताती है तार का लाइन गांव के कई घरों से गुजरा है। लोग तार को ऊंचा करने के लिए घर मे बिजली के खंभा गाड़ लिए हैं या बिजली विभाग ने गाड़ दिया है। ऊंचा होने पर डर खत्म नही हुआ है। मेरा यहाँ बड़ी घटना घटने से बच गया बस सामान की क्षति हुई थी। पिछले वर्ष तार ब्रेक हो गया था। ब्रेक होने के बाद तार घर के पिलर पर गिर गया, मेरा घर का अर्थनीग पिलर में दिया गया था। तार गिरते ही घर का सारा इलेक्ट्रॉनिक उपकरण आवाज करने लगा। घर मे बिजली दौड़ने लगा। सारा उपकरण खराब हो गया। बिजली विभाग के गलती से मेरा नुकसान हुआ है बिजली विभाग से मुआवजा मांगी तो कोई कुछ नही बोलता है।
Conclusion:लोग बिजली के तार से खौफ के जिंदगी जीते हैं। हवा चलने पर या भीषण गर्मी में तार आपस मे टकराता हैं जिसे आवाज निकलता है। आवाज होते ही लोग घर छोड़कर भाग निकलते हैं।
Body:कहते हैं फैशन के इस दौर में गारंटी का इच्छा नही करे बिजली विभाग उसी तरह कहती है आधुनिकता के दौर जिंदगी का चिंता नही करे। आमस प्रखंड के हमजापुर गांव में 11 हजार वोल्ट का तार गुजरा है। तार गांव के बीचोबीच से गुजरा है इस तार के जद में कईं घर आ गए हैं। ग्रामीण तार से बचाव के लिए अपने घर पर बिजली का खंभा गाड़ दिया है फिर भी तार के चपेट में कोईं न कोई आ जाता है। आलम ये है ग्रामीण छत पर जाने के लिए सीढ़ी के रास्ते मे दरवाजा में ताला लगाकर रखते हैं।
ग्रामीण शिको अल बदर बताते हैं आज से 30 से 40 साल पहले ये जगह खुला था। बिजली विभाग बिना किसी को बताए बिजली का खंभा गाड़कर हाईटेंशन तार ले गए। अब यहां आबादी बस गया है। सबकी पुशतैनी जमीन है। सभी ने जैसे तैसे घर तो बना लिया लेकिन अब उस घर मे रहना मुश्किल है। आप किसी काम के लिए छत पर नही जा सकते हैं। हमलोग का मांग है बिजली का तार हटा दीजिये या तार ले जाने का मुआवजा दीजिये।
हारूना खातून ने बताया मेरे घर के ऊपर से भी बिजली के तार गुजरा है। हम ऊपर जानेवाले रास्ते मे दरवाजा लगाकर ताला लगा दिया है। हमारे यहां बच्चे बहुत है कोई गलती से ऊपर गया तो तार के चपेट में आ जायेगा। कई लोग इसके चपेट में आकर मौत के मुंह मे समा गए हैं। इस समस्या को लेकर बिजली विभाग के अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के पास ग्रामीण गए हैं लेकिन कोई नही सुनता है।
जूही बताती है तार का लाइन गांव के कई घरों से गुजरा है। लोग तार को ऊंचा करने के लिए घर मे बिजली के खंभा गाड़ लिए हैं या बिजली विभाग ने गाड़ दिया है। ऊंचा होने पर डर खत्म नही हुआ है। मेरा यहाँ बड़ी घटना घटने से बच गया बस सामान की क्षति हुई थी। पिछले वर्ष तार ब्रेक हो गया था। ब्रेक होने के बाद तार घर के पिलर पर गिर गया, मेरा घर का अर्थनीग पिलर में दिया गया था। तार गिरते ही घर का सारा इलेक्ट्रॉनिक उपकरण आवाज करने लगा। घर मे बिजली दौड़ने लगा। सारा उपकरण खराब हो गया। बिजली विभाग के गलती से मेरा नुकसान हुआ है बिजली विभाग से मुआवजा मांगी तो कोई कुछ नही बोलता है।
Conclusion:लोग बिजली के तार से खौफ के जिंदगी जीते हैं। हवा चलने पर या भीषण गर्मी में तार आपस मे टकराता हैं जिसे आवाज निकलता है। आवाज होते ही लोग घर छोड़कर भाग निकलते हैं।