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Gaya News: गया में दिखा नक्सली बंद का असर, अधिकांश दुकानें रही बंद - गया में दिखा नक्सली बंदी का असर

बिहार के गया में नक्सलियों की बंदी का असर देखा गया. जिले के इमामगंज क्षेत्र में नक्सलियों की बंदी के कारण व्यवसायिक प्रतिष्ठान अधिकांशत बंद रहे. वहीं वाहनों का परिचालन भी कम हुआ. हालांकि पुलिस प्रशासन का दावा है कि नक्सलियों की बंदी का कोई असर देखने को नहीं मिला है. पढ़ें पूरी खबर...

गया में नक्सली बंदी
गया में नक्सली बंदी
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Published : Apr 14, 2023, 9:25 PM IST

गया: झारखंड में हुई मुठभेड़ से आक्रोशित नक्सलियों ने बिहार-झारखंड 14 व 15 अप्रैल को बंद बुलाया (Naxalite prisoner seen in Gaya) है. इसका असर गया जिले में देखने को मिला. कई प्रखंडों में नक्सलियों के बुलाए गए बंद का असर देखने को मिला. जिले के इमामगंज क्षेत्र में नक्सलियों की बंदी के कारण व्यवसायिक प्रतिष्ठान अधिकांश बंद रहे. वहीं वाहनों का परिचालन भी कम हुआ. हालांकि पुलिस प्रशासन का दावा है कि नक्सलियों की बंदी का कोई असर देखने को नहीं मिला है.

ये भी पढ़ें: Bihar Bandh: 5 नक्सली नेताओं के मुठभेड़ में मारे जाने पर भाकपा माओवादी का विरोध, 14-15 अप्रैल को बंद का ऐलान

सड़क पर नहीं दिखे वाहन: इमामगंज क्षेत्र में बंद रहे व्यवसायिक प्रतिष्ठान इमामगंज क्षेत्र में व्यवसायिक प्रतिष्ठान अधिकांशत बंद रहे. वहीं यात्री वाहनों का परिचालन सड़कों पर कम देखा गया. सड़कों पर दिन भर सन्नाटा पसरा रहा. इस तरह नक्सलियों की बंदी का बड़ा असर रहा. रानीगंज, इमामगंज, कोठी, सलैया बस स्टैंड से यात्री बस अपने गंतव्य के लिए नहीं खुले. एकाध वाहनों का परिचालन हुआ.

2 दिनों की बंदी का किया है ऐलान: नक्सली संगठन भाकपा माओवादी ने 14 और 15 अप्रैल को दक्षिण बिहार और पश्चिम झारखंड को बंद रखने का ऐलान किया है. बता दें कि 2 अप्रैल 2023 को झारखंड के जंगल में पुलिस मुठभेड़ में 5 नक्सली मारे गए थे. जिसमें नक्सली नेता गौतम पासवान, अमर, नंदू, संजीत और अजीत शामिल थे. इस मुठभेड़ को नक्सली संगठन भाकपा माओवादी ने फर्जी बताते हुए बीते दिन रोशनगंज थाना क्षेत्र में पोस्टर छोड़ा था. जिसमें बंदी का ऐलान किया गया था. नक्सलियों की आहूत बंदी को लेकर पहले दिन खासा असर देखा गया. शनिवार को भी नक्सलियों की बंदी प्रभावित कर सकती है.

सुरक्षा बल करते रहे गश्ती: नक्सलियों की बंदी को देखते हुए सुरक्षाबलों के जवान डुमरिया-पटना स्टेट हाईवे पर दिनभर गश्ती में दिखे. सीआरपीएफ के जवान और अधिकारी इलाके में बम निरोधक दस्ता व डॉग स्क्वॉड के साथ नक्सलियों के खिलाफ सर्च अभियान भी चला रहे थे. नक्सली बंदी को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था को ठोस बनाया गया था. चिह्नित स्थानों पर सुरक्षा बलों की तैनाती की गई थी.

"बंदी का कोई खास असर नहीं देखा गया है. रानीगंज और इमामगंज बाजार में कुछ दुकान खुली हुई है. किसी प्रकार की घटना की सूचना नहीं है." - मनोज राम, एसडीपीओ इमामगंज

गया: झारखंड में हुई मुठभेड़ से आक्रोशित नक्सलियों ने बिहार-झारखंड 14 व 15 अप्रैल को बंद बुलाया (Naxalite prisoner seen in Gaya) है. इसका असर गया जिले में देखने को मिला. कई प्रखंडों में नक्सलियों के बुलाए गए बंद का असर देखने को मिला. जिले के इमामगंज क्षेत्र में नक्सलियों की बंदी के कारण व्यवसायिक प्रतिष्ठान अधिकांश बंद रहे. वहीं वाहनों का परिचालन भी कम हुआ. हालांकि पुलिस प्रशासन का दावा है कि नक्सलियों की बंदी का कोई असर देखने को नहीं मिला है.

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सड़क पर नहीं दिखे वाहन: इमामगंज क्षेत्र में बंद रहे व्यवसायिक प्रतिष्ठान इमामगंज क्षेत्र में व्यवसायिक प्रतिष्ठान अधिकांशत बंद रहे. वहीं यात्री वाहनों का परिचालन सड़कों पर कम देखा गया. सड़कों पर दिन भर सन्नाटा पसरा रहा. इस तरह नक्सलियों की बंदी का बड़ा असर रहा. रानीगंज, इमामगंज, कोठी, सलैया बस स्टैंड से यात्री बस अपने गंतव्य के लिए नहीं खुले. एकाध वाहनों का परिचालन हुआ.

2 दिनों की बंदी का किया है ऐलान: नक्सली संगठन भाकपा माओवादी ने 14 और 15 अप्रैल को दक्षिण बिहार और पश्चिम झारखंड को बंद रखने का ऐलान किया है. बता दें कि 2 अप्रैल 2023 को झारखंड के जंगल में पुलिस मुठभेड़ में 5 नक्सली मारे गए थे. जिसमें नक्सली नेता गौतम पासवान, अमर, नंदू, संजीत और अजीत शामिल थे. इस मुठभेड़ को नक्सली संगठन भाकपा माओवादी ने फर्जी बताते हुए बीते दिन रोशनगंज थाना क्षेत्र में पोस्टर छोड़ा था. जिसमें बंदी का ऐलान किया गया था. नक्सलियों की आहूत बंदी को लेकर पहले दिन खासा असर देखा गया. शनिवार को भी नक्सलियों की बंदी प्रभावित कर सकती है.

सुरक्षा बल करते रहे गश्ती: नक्सलियों की बंदी को देखते हुए सुरक्षाबलों के जवान डुमरिया-पटना स्टेट हाईवे पर दिनभर गश्ती में दिखे. सीआरपीएफ के जवान और अधिकारी इलाके में बम निरोधक दस्ता व डॉग स्क्वॉड के साथ नक्सलियों के खिलाफ सर्च अभियान भी चला रहे थे. नक्सली बंदी को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था को ठोस बनाया गया था. चिह्नित स्थानों पर सुरक्षा बलों की तैनाती की गई थी.

"बंदी का कोई खास असर नहीं देखा गया है. रानीगंज और इमामगंज बाजार में कुछ दुकान खुली हुई है. किसी प्रकार की घटना की सूचना नहीं है." - मनोज राम, एसडीपीओ इमामगंज

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