गया: बिहार के मैनचेस्टर कहे जाने वाले गया (Gaya) जिले के मानपुर पटवाटोली में आर्थिक अपराध इकाई (EOU) की दो सदस्यीय टीम ने करोड़ों की हेराफेरी की जांच करने गुरुवार को पहुंची. इस दौरान टीम ने पटवाटोली से जुड़े पांच लोगों से घंटों पूछताछ की. बताया जा रहा है कि मोती लाल पटवा और इनके संपर्क के पांच लोगों ने नोटबन्दी के दौरान मनी लॉन्ड्रिंग किया था. करीब दो साल पहले आर्थिक अपराध की टीम द्वारा पावरलूम मालिक के विरुद्ध एफआईआर दर्ज की गयी थी. उसी सिलसिले में मोती पटवा व उसके भाई और परिजनों से पूछताछ की गई.
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गया के मानपुर क्षेत्र के पटवा टोली में आर्थिक अपराध की टीम ने मोतीलाल पटवा के घर पहुंच कर उसके परिजनों से कई बिन्दुओं पर पूछताछ की और इसके बाद मोती पटवा के भाई गोपाल पटवा से भी पूछताछ की गयी. इसके अलावा जांच में प्रेम नारायण पटवा की पत्नी नवला देवी, शिव कुमारी देवी, गोपाल पटवा, बुद्धदेव पटवा व मोती लाल पटवा के पत्नी कुलेश्वरी देवी व शिवा कुमारी से पूछताछ हुई है.
आर्थिक अपराध इकाई के डीएसपी ने बताया कि मोती लाल पटवा द्वारा कई फर्जी खाता खोलकर करोड़ों रुपए की हेराफेरी की गई थी. उसी मामले में मिले तथ्यों की जानकारी के आधार पर पूछताछ की गई है. उन्होंने बताया कि कपड़ा व्यवसायी द्वारा कोलकत्ता के एक महिला व उसके परिजनों के नाम पर भी खाता खोल कर हेराफेरी की गई थी. वहां भी पूछताछ कर जानकारी जुटाई गई है.
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दरअसल, कपड़ा व्यवसायी पर फर्जी अकाउंट के माध्यम से करोड़ों रूपए इधर-उधर करने का आरोप है. उन्हें 14 मई 2019 को गिरफ्तार किया गया था. मोती लाल पटवा ने शहर के जीबी रोड स्थित बैंक आफ इंडिया की शाखा में कई फर्जी अकाउंट खोल रखे थे, यहीं से मामले का खुलासा किया गया था. उस समय लगातार तीन दिनों तक मानपुर के पटवाटोली में कई घरों में छापेमारी की गई थी. सम्बंधित मामले में मोतीलाल पटवा फरार हो गए थे. काफी दिनों बाद वे पुलिस के हत्थे चढ़े थे.