गया: जिले के दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय में सोमवार को कुलाधिपति सी.पी. ठाकुर पहली बार विश्वविद्यालय कैंपस पहुंचे. जहां प्रोफेसर और छात्रों ने मिलकर कुलाधिपति का स्वागत किया.
प्रशासनिक अधिकारियों के साथ की बैठक
कुलाधिपति सी.पी. ठाकुर ने विश्वविद्यालय के प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक की. उसके बाद उनके सम्मान में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में कुलपति ने डॉ सीपी ठाकुर का औपचारिक स्वागत किया. कार्यक्रम के बाद डॉ सीपी ठाकुर विश्वविद्यालय परिसर का जायजा लिया.
अभिभावक की तरह हैं सीपी ठाकुर
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो हरिश्चंद्र सिंह राठौर ने सभा के संबोधित किया. उन्होंने पद्मश्री डॉ सीपी ठाकुर की उपलब्धियों के बारे में लोगों को बताया. उन्होंने कहा कि सीपी ठाकुर के कुलाधिपति बनने से विश्वविद्यालय का विकास तीव्र गति से होगा. केंद्र सरकार ने हमलोगों को सीपी ठाकुर के रूप में अभिभावक दिया है.
कांग्रेस सरकार ने दिया था सौगात
गौरतलब है कि कांग्रेस सरकार ने बिहार को पहली बार महात्मा गांधी के नाम पर केंद्रीय विश्वविद्यालय का सौगात दिया था. केंद्रीय विश्वविद्यालय सिर्फ उत्तर बिहार में मिलने के कारण दक्षिण बिहार में विरोध शुरू हो गया था. तत्कालीन सरकार ने बिहार को दो केंद्रीय विश्वविद्यालय का सौगात दिया.
विश्वविद्यालय से राज्य का नाम होगा रौशन
राज्यसभा सांसद सह कुलाधिपति डॉ सीपी ठाकुर ने बताया कि इस विश्वविद्यालय को विकसित करना है, यह एक अच्छा परिसर है. यहां कुलपति इसके विकास के लिए कार्य कर रहे हैं. उन्होंने कुलपति को शुभकामनाएं दी. सीपी ठाकुर ने यह भी कहा कि इसी तरह से विश्वविद्यालय विकास करता रहे. इस तरह के विश्वविद्यालय से राज्य और देश का नाम रौशन होता है.
राष्ट्रपति कोविन्द ने की नियुक्ति
बता दें कि दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय के प्रथम कुलाधिपति पूर्व लोकसभा स्पीकर मीरा कुमार थी. वहीं, इस वर्ष राष्ट्रपति ने कुलाधिपति के तौर पर भाजपा के वरिष्ठ नेता डॉ सी.पी. ठाकुर को नियुक्त किया है.