गया: जिलाधिकारी अभिषेक कुमार सिंह ने टिकारी अनुमंडल के सभी चार प्रखंडों की समीक्षा बैठक की. सत्येन्द्र नारायण सिन्हा महाविद्यालय के हॉल में आयोजित समीक्षा बैठक दो सत्रों में सम्पन्न हुआ. इस बैठक में मुख्यमंत्री के सात निश्चय योजना, जल जीवन हरियाली और लोहिया स्वच्छ मिशन पर बारीकी से समीक्षा की गई. जहां पहले सत्र में अनुमंडल क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक की. वहीं, दूसरे सत्र में अधिकारियों के साथ बैठक की गई. जहां चार प्रखण्ड के विभिन्न पंचायत में सात निश्चय योजना, खाद्य सुरक्षा योजना सहित कई योजना की जांच की गई थी और रिपोर्ट मांगी गई.
प्रतिनिधियों के साथ की बैठक
पहले सत्र में जिलाधिकारी अभिषेक सिंह ने टिकारी अनुमंडल के सभी चार प्रखण्ड टिकारी, गुरारू, कोंच और परैया के विभिन्न पंचायत के जन प्रतिनिधियों के साथ बैठक की. इसमें जिला पदाधिकारी ने सरकार की तरफ से ग्राम पंचायत के विकास के लिए लायी गई सात निश्चय योजना, जल जीवन हरियाली और लोहिया स्वच्छ मिशन पर बारीकी से समीक्षा की. प्रखण्ड के पंचायतवार सात निश्चय योजना के तहत नल जल योजना के क्रियान्वयन की जानकारी ली.
राज्य स्तर पर सम्मानित करने को कहा- डीएम
डीएम अभिषेक कुमार सिंह ने जनप्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री निश्चय योजना के तहत हर घर नल जल योजना को पूरा करने के लिए अक्टूबर तक डेडलाइन मिला था, लेकिन पूरा नहीं हो सका. उन्होंने कहा कि यदि पंचायत नल जल के क्रियान्वयन में देरी हो रही है तो इसका नुकसान पंचायत को ही होगा. सभी को अपना परिश्रम और संसाधन सात निश्चय योजना के क्रियान्वयन में लगा देने की बात कही. उक्त योजना में बेहतर प्रदर्शन करने वाले पंचायत को राज्य स्तर पर सम्मानित करने का भी आह्वान किया.
कई पंचायत खुले में शौच से नहीं हो सके हैं मुक्त
डीएम ने नली-गली पक्कीकरण योजना के संबंध में बात करते हुए कहा कि उक्त योजना का क्रियान्वयन फरवरी तक करना है. ये कार्य पीएचईडी विभाग को सौंपा गया है. इसकी भी देखरेख करनी है. योजना के तहत नाली का निकास यदि बड़े नाला में न हो तो सोखता का निर्माण कराना आवश्यक है. उन्होंने कहा कि लोहिया स्वच्छ मिशन के तहत देश को खुले में शौच से मुक्त होने की घोषणा गांधी जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री के किये जाने के बाद भी कई पंचायत खुले में शौच से मुक्त नहीं हो सके हैं. यदि ये मामला सामने आ जाये तो पंचायत सहित जिले को भी शर्मिंदगी झेलनी पड़ेगी.
किसानों को मिलेगा लाभ
जल जीवन हरियाली अभियान के बारे बताते हुए डीएम ने कहा कि मुख्यमंत्री ने उक्त अभियान के तहत क्षेत्र के सभी जल स्रोत जैसे आहर, पोखर, तालाब, पईन को अस्तित्व में लाये जाने की घोषणा की है. उक्त अभियान से क्षेत्र में सुखाड़ जैसी जो स्थिति उत्पन्न हुई है, उससे राहत मिलेगी और कृषि पर आधारित रहने वाले ग्रामीणों को इसका लाभ मिलेगा. आगामी 19 अक्टूबर को जल सरंक्षण के लिए विख्यात प्रोफेसर राजेन्द्र सिंह के संदेश से अवगत होने का न्योता भी दिया है.
पंचायत में की गई थी योजनाओं की जांच
वहीं, दूसरे सत्र में डीएम ने अनुमंडल के विभिन्न पंचायत में पदाधिकारियों की तरफ से की गई योजना की जांच के बाद तैयार किये गये रिपोर्ट की समीक्षा की और सभी अधीनस्थ पदाधिकारियों से विस्तार से रिपोर्ट ली. डीएम के निर्देश पर सभी चार प्रखण्ड के विभिन्न पंचायत में सात निश्चय योजना, खाद्य सुरक्षा योजना सहित कई योजना की जांच की गई थी और रिपोर्ट मांगी गई. डीएम ने सभी अधिकारियों को कार्य में तेजी लाने के भी निर्देश दिए.