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दीदी की रसोई : गया के शेरघाटी में मरीजों को मिल रहा पौष्टिक नाश्ता और खाना

गया के शेरघाटी अनुमंडलीय अस्पताल में दीदी की रसोई शुरू की गई है. इस रसोई में मरीजों के लिए पौष्टिक नाश्ता और भोजन बनाया जा रहा है, जिसे खाकर मरीज काफी संतुष्ट दिख रहे हैं. पढ़ें पूरी खबर...

शेरघाटी गया
शेरघाटी गया
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Published : Dec 28, 2020, 5:13 PM IST

गया : बिहार सरकार ने नारी सशक्तिकरण की दिशा में एक कारगर कदम उठाया है. अनुमंडलीय अस्पताल शेरघाटी में जीविका दीदी की रसोई शुरू की गई है. गत 23 दिसंबर से जीविका दीदी की इस रसोई से दो पाली में मरीजों को भोजन-नाश्ते की व्यवस्था की गई है. इस पहल के बाद से जीविका दीदी दर्जनों की संख्या में रोजगार पाकर खुश हैं.

गया के जिलाधिकारी अभिषेक कुमार सिंह के प्रयास और जीविका की पहल से 'दीदी की रसोई' के तहत अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती मरीजों को सरकार के निर्धारित मापदंड के अनुसार भोजन और नाश्ता दिया जा रहा है, जबकि मरीज के साथ रहने वाले लोगों के लिए शुल्क के साथ उत्तम खाना नाश्ता का प्रबंध किया जाता है. उक्त खाना-नाश्ते का भी रेट तय है. ताकि रेट में किसी प्रकार की गड़बड़ी नहीं हो.

9 दीदी संभाल रहीं रसोई
बताते चले कि इसके लिए भवन का निर्माण 1300 वर्ग फीट में किया गया है. जीविका की कैंटीन स्थापित करने के लिए 12.5 लाख के उपकरण एवं कैंटीन सामग्री दी गई है. दीदी की रसोई को नारी शक्ति जीविका संकुल स्तरीय संघ गोपालपुर के नेतृत्व में चलाया जा रहा है. इसमें कुल 9 दीदी दो पाली में कार्य करेंगी.

अस्पताल प्रशासन ने की तारीफ
अस्पताल उपाधीक्षक डॉ राजेंद्र प्रसाद सिंह ने बताया कि दीदी की रसोई से मिलने वाले नाश्ते और भोजन से मरीज और उनके परिजन काफी संतुष्ट हैं. हम लोग भी खाने नाश्ते का मॉनिटरिंग कर रहे हैं.

गया : बिहार सरकार ने नारी सशक्तिकरण की दिशा में एक कारगर कदम उठाया है. अनुमंडलीय अस्पताल शेरघाटी में जीविका दीदी की रसोई शुरू की गई है. गत 23 दिसंबर से जीविका दीदी की इस रसोई से दो पाली में मरीजों को भोजन-नाश्ते की व्यवस्था की गई है. इस पहल के बाद से जीविका दीदी दर्जनों की संख्या में रोजगार पाकर खुश हैं.

गया के जिलाधिकारी अभिषेक कुमार सिंह के प्रयास और जीविका की पहल से 'दीदी की रसोई' के तहत अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती मरीजों को सरकार के निर्धारित मापदंड के अनुसार भोजन और नाश्ता दिया जा रहा है, जबकि मरीज के साथ रहने वाले लोगों के लिए शुल्क के साथ उत्तम खाना नाश्ता का प्रबंध किया जाता है. उक्त खाना-नाश्ते का भी रेट तय है. ताकि रेट में किसी प्रकार की गड़बड़ी नहीं हो.

9 दीदी संभाल रहीं रसोई
बताते चले कि इसके लिए भवन का निर्माण 1300 वर्ग फीट में किया गया है. जीविका की कैंटीन स्थापित करने के लिए 12.5 लाख के उपकरण एवं कैंटीन सामग्री दी गई है. दीदी की रसोई को नारी शक्ति जीविका संकुल स्तरीय संघ गोपालपुर के नेतृत्व में चलाया जा रहा है. इसमें कुल 9 दीदी दो पाली में कार्य करेंगी.

अस्पताल प्रशासन ने की तारीफ
अस्पताल उपाधीक्षक डॉ राजेंद्र प्रसाद सिंह ने बताया कि दीदी की रसोई से मिलने वाले नाश्ते और भोजन से मरीज और उनके परिजन काफी संतुष्ट हैं. हम लोग भी खाने नाश्ते का मॉनिटरिंग कर रहे हैं.

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