गया: मगध क्षेत्र के सबसे बड़े मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में एक महीने में डेंगू के मरीजों का इलाज किया जाएगा. इससे पहले अस्पताल में मशीनरी की कमी से इलाज नहीं हो पाता था. ऐसे में मजबूरन डेंगू पीड़ितों को पटना के पीएमसीएच में रेफर करना पड़ता था. इस लिहाज से यह जिले के लोगों के लिए एक अच्छी खबर है.
इलाज के लिए मंगायी गई मशीनें
दरअसल बारिश के मौसम में डेंगू का प्रकोप बढ़ जाता है. बिहार में हर साल हजारों की संख्या में लोग इस बीमारी से प्रभावित होते हैं. गया में भी हर साल सैकड़ों मरीज डेंगू से पीड़ित होते हैं. वहीं मगध क्षेत्र का सबसे बड़ा अस्पताल कहा जाने वाला एएनएमएमसीएच में अभी तक डेंगू का इलाज नहीं होता था. डेंगू होने पर मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में प्लेटलेट्स चढ़ाने की व्यवस्था नहीं है. हालांकि,अस्पताल अधीक्षक डॉ बी.के. प्रसाद ने दावा किया है कि एक महीने में यहां डेंगू का इलाज किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इलाज के लिए सारे मशीन मंगवा लिए गए हैं.
एक महिने में शुरु हो जाएगा इलाज
अधीक्षक ने बताया कि पहले इस अस्पताल में डेंगू के इलाज के लिए प्लेटलेट्स चढ़ाने की व्यवस्था नहीं थी, लेकिन अब ये व्यवस्था जल्द ही मरीजों को मिलेगी. उन्होंने कहा कि खून में आरबीसी, डब्ल्यूबीसी, प्लेटलेट्स पाए जाते हैं. अस्पताल की तरफ से जो मशीन खरीदी गयी है. वो मशीन खून से इन सभी चीजों को अलग कर देगी. इस मशीन से डेंगू ही नहीं खून से संबंधित सभी बीमारियों का इलाज किया जाएगा. अस्पताल की तरफ से कोशिश की जा रही है कि एक महिने के अंदर जल्द से जल्द इलाज शुरू कर दिया जाए.