गया: कोरोना काल में कई ऐसी भी तस्वीरें हैं, जो परंपरा से परे हैं. गया की एक तस्वीर काफी वायरल हो रही है. जिसमें बेटी अपने पिता को मुखाग्नि दे रही है. लोग जमकर इसकी तारीफ कर रहे हैं. सोशल मीडिया पर इसे खूब शेयर किया जा रहा है.
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13 मई को हुआ था निधन
बता दें कि शिक्षाविद प्रभुनंदन प्रसाद माैर्य की मौत के बाद उन्हें मुखाग्नि पुत्र या घर के किसी पुरुष नहीं बल्कि उनकी पुत्री ने दिया है. गया शहर के निजी स्कूल के निदेशक प्रभुनंदन प्रसाद मौर्य का निधन 13 मई को हो गया था. दाह संस्कार विष्णुपद स्थित गया श्मशान घाट पर किया गया. पुत्र का फर्ज उनकी पुत्री स्पृहा सोनल ने निभाया. पिता की चिता को स्पृहा ने मुखाग्नि दी.
लोगों ने कैमरे में किया कैद
लोगों ने इस दृश्य को अपने कैमरे में कैद कर लिया. इस विषम परिस्थिति में बेटी को पुत्र का फर्ज निभाते देखकर लोग इसकी जमकर सराहना कर रहे हैं. गया में यह तस्वीर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है.
एक सोशल मीडिया यूजर ने लिखा, 'आगाज बढ़िया है. बस अनवरत जारी रहे.' एक यूजर ने लिखा 'बेटी पर गर्व होना चाहिए, हर परिस्थिति में साथ देती है.' एक यूजर ने लिखा 'कोरोना क्या-क्या नहीं करवायेगा. महिला का श्मशान घाट पर प्रवेश वर्जित है लेकिन परिस्थिति ऐसी है कि सब जायज है.'
समाजसेवी को बेटी ने दी थी मुखाग्नि
बता दें कि बोधगया में समाजसेवी सुंदरानी की मौत पर उनकी दत्तक बेटी ने मुखाग्नि दी थी. समाजसेवी सुंदरानी की अंतिम इच्छा थी कि उनके शव को मुखाग्नि उनकी बेटी ही दे.
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