गया: जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र के तेलबीघा मोड़ पर रविवार को देर रात अपराधियों के बीच गैंगवार (Gang War between Criminals) हुई. जिसमें एक अपराधी को दर्जनों लोगों ने ईंट-पत्थर से कूचकर मार डाला (Murder) था. मृतक की पहचान अरविंद चौधरी के रूप में की गयी. सोमवार को पुलिस सुबह तक मृतक को अपराधी समझ रही थी. लेकिन मृतक के छोटे भाई की पटना एसटीएफ में दारोगा होने की जानकारी मिलने पर पुलिस सकते में आ गयी. तमाम दावे के बाद तीसरे दिन भी पुलिस का हाथ खाली है.
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दरअसल मृतक अरविंद चौधरी का गया शहर के स्टेशन रोड, नई गोदाम, झीलगंज और तेलबीघा क्षेत्रों में आपराधिक तौर पर दबदबा था. शहर के कई थानों में उसके खिलाफ विभिन्न मामले दर्ज हैं. रविवार की देर रात विवाद की पंचायत कराने के लिए अपराधियों के दो गुट जुटे थे. दोनों गुटों में किसी बात को लेकर विवाद बढ़ गया और मारपीट शुरू हो गयी. तभी वहां से भागते समय मृतक अरविंद चौधरी उनके चंगुल में फंस गया और दूसरे गुट ने उसे लाठी-डंडे और ईंट से कूंचकर मार डाला. इस घटना के बाद से तेलबीघा क्षेत्र में भय का माहौल व्याप्त है. इस घटना में पुलिस के हाथ अभी भी खाली हैं. जबकि सभी अपराधी गया शहर के रहने वाले बताये जा रहे हैं.
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बता दें कि मृतक अरविंद चौधरी के एक भाई की 10 साल पूर्व अपराधियों ने हत्या कर दी. जबकि छोटा भाई पटना एसटीएफ में दरोगा के पद पर तैनात है. वहीं, परिवार में दूसरी हत्या होने से परिजनों में काफी रोष है.
हालांकि आपराधिक घटनाओं में गया पुलिस पर भी सवाल उठ रहे हैं. गया शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र के तेलबीघा में अरविंद चौधरी की हत्या के दो दिन पूर्व एक ठीकेदार की हत्या घर में घुसकर कर दी गई थी. हत्या के बाद पुलिस ने पड़ोस में रहने वाले नामजद अभियुक्तों की गिरफ्तार भी नहीं किया.
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वहीं, सिटी डीएसपी राजकुमार साह ने बताया कि अरविंद चौधरी की हत्या के मामले में पुलिस गहनता से जांच-पड़ताल कर रही है. घटना किस वजह से घटित हुई ये अभी तक पता नहीं चल सका है. पुलिस जल्द ही अपराधियों को गिरफ्तार कर लेगी.