गया: बिहार के गया में स्थित विश्व प्रसिद्ध विष्णुपद मंदिर (World Famous Vishnupad Temple in Gaya) में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के साथ बिहार सरकार के सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री मोहम्मद इसराइल मंसूरी के गर्भ गृह में प्रवेश करने पर बवाल मचा है. एक तरफ जहां बीजेपी विधायक हरिभूषण ठाकुर (BJP MLA Haribhushan Thakur) ने इस पर आपत्ति जताई है और सीएम से मंत्री को बर्खास्त करने की मांग की है, वहीं विवाद बढ़ने के बाद अब मंदिर प्रबंध कारिणी समिति ने बड़ा फैसला लेते हुए गर्भगृह को गंगा जल से धोया है. आज विष्णुपद मंदिर का शुद्धिकरण करवाया गया है. विष्णुपद मंदिर के गर्भगृह को पावन फल्गु के जल से धोया गया और शुद्धिकरण किया गया. इसके बाद भगवान को भोग लगाए गए.
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विष्णुपद मंदिर में मुस्लिम मंत्री के प्रवेश पर बवाल: दरअसल, विश्व प्रसिद्ध विष्णुपद मंदिर के मुख्य द्वार पर अहिंदू प्रवेश वर्जित लिखा हुआ है, जिसका पालन करने की परंपरा रही है लेकिन सोमवार को सीएम नीतीश कुमार के साथ मंत्री मोहम्मद इसराइल मंसूरी भी गर्भगृह तक चले गए थे. जिस पर बीजेपी ने कड़ा ऐतराज जताया है. इस बीच विष्णुपद मंदिर प्रबंध कारिणी समिति ने भी इसे बड़ी चूक मानी है. समिति के अध्यक्ष शंभू लाल बिठ्ठल ने कहा कि हमें इस बात की बिल्कुल भी जानकारी नहीं थी कि मुख्यमंत्री के साथ एक मुस्लिम मंत्री भी हैं. विट्ठल ने कहा कि मंत्री को इसे सौभाग्य बताने के बजाए क्षमा मांगनी चाहिए. यह घोर गलत हुआ है. हमलोग मस्जिद में नहीं जाते हैं. फिर वह हमारे पौराणिक परंपरा वाले मंदिर में कैसे प्रवेश कर गए, जहां बड़े-बड़े बोर्ड में लिखे हुए हैं अहिंदू प्रवेश निषेध.
विष्णुपद मंदिर प्रबंधक कारिणी समिति के अध्यक्ष शंभू प्रसाद विट्ठल ने यह भी बताया कि जांच में पता चला है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ मुख्य सचिव आमिर सुबहानी विष्णुपद मंदिर के अंदर दाखिल नहीं हुए थे. पहले उनको लेकर भी चर्चा थी कि वह भी अंदर गए थे. मंदिर प्रबंध कारिणी समिति के अध्यक्ष शंभू लाल बिठ्ठल ने कहा कि इसके पूर्व में गया जिले के प्रभारी मंत्री शाहनवाज हुसैन रहे, लेकिन उन्होंने ऐसी गलती कभी नहीं की.
''हमलोगों ने भगवान विष्णु से क्षमा मांगी, पहले गर्भगृह को गंगा जल से धोया फिर भगवान को भोग लगाया गया. इस बात की बिल्कुल भी जानकारी नहीं थी कि मुख्यमंत्री के साथ एक मुस्लिम मंत्री है. मंदिर के प्रवेश द्वार पर ही लिखा है कि यहां गैर हिंदुओं का प्रवेश वर्जित है. हम भगवान से क्षमा मांगते हैं''- शंभू लाल बिठ्ठल, अध्यक्ष, विष्णुपद मंदिर प्रबंध कारिणी समिति
''इसराइल मंसूरी जो बिहार सरकार में मंत्री हैं वो भी विष्णुपद मंदिर में गए थे. मंदिर को अपमानित किया गया है. मंदिर में स्पष्ट लिखा हुआ है कि दूसरे धर्म के लोग नहीं प्रवेश कर सकते हैं. करोड़ों सनातनी और हिन्दुओं को मुख्यमंत्री जी ने आहत किया है.''- हरिभूषण ठाकुर बचौल, बीजेपी विधायक
मंत्री ने क्या कहा?: सोमवार को सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री सह गया जिले के प्रभारी मंत्री मोहम्मद इसराइल मंसूरी ने कहा था कि सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ उन्हें विष्णुपद मंदिर में दर्शन करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ. मंदिर में दर्शन की तस्वीर और वीडियो सूचना जनसंपर्क पदाधिकारी द्वारा जारी किया गया है.
क्या है पूरा मामला?: आपको बता दें कि गया में आगामी 9 सितंबर से 25 सितंबर तक विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेला का आयोजन होने जा रहा है. इसी सिलसिले में सीएम नीतीश कुमार सोमवार को गया पहुंचे थे. जहां पितृपक्ष मेला की तैयारियों का जायजा लिया और विष्णुपद मंदिर के गर्भगृह में पूजा अर्चना भी की. इस दौरान उनके साथ बिहार सरकार के सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री सह गया जिला के प्रभारी मंत्री मोहम्मद इसराइल मंसूरी भी गर्भगृह में मौजूद थे. गयाजी के विश्व प्रसिद्ध विष्णुपद मंदिर मुख्य द्वार पर 'अहिंदू प्रवेश वर्जित' लिखा हुआ है. इसके बावजूद मंत्री अंदर चले गए. जिस पर अब बवाल शुरू हो गया है.
नीतीश ने गया पितृपक्ष मेला की तैयारियों की समीक्षा की: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सोमवार को गया में पितृपक्ष मेला क्षेत्र के विभिन्न स्थलों का भ्रमण कर जायजा लिया. इस दौरान मुख्यमंत्री ने सबसे पहले विष्णुपद मंदिर में पूजा-अर्चना कर राज्य की सुख-शांति एवं समृद्धि की कामना की. उसके पश्चात मुख्यमंत्री ने देवघाट का निरीक्षण किया और रबड़ डैम परियोजना की कार्य प्रगति की जानकारी ली. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस परियोजना से पितृपक्ष मेला अवधि में एवं साल भर तीर्थयात्रियों के लिये फल्गु नदी में जल की उपलब्धता रहेगी.
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