गयाः महिलाएं संतान की लंबी उम्र के लिए शुक्रवार को जितिया व्रत की. इस मौके पर गया में महिलाओं के बीच वस्त्र सहित भोजन बांटा गया. गया जिले के रोही पंचायत के रहने वाले पूर्व मुखिया नंदकिशोर सिंह यादव पिछले 25 वर्षों यह परंपरा निभा रहे हैं. जितिया पर्व में महिलाओं के बीच साड़ी और पुरुषों के बीच धोती वितरित करते हैं.
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गया में जितिया के मौके पर वस्त्र वितरणः जितिया व्रत करने वाली महिलाओं को चना और 10 रुपए देना नहीं भूलते. नंदकिशोर सिंह यादव जब सामान्य व्यक्ति थे, तभी से उन्होंने यह काम शुरू किया था. बाद में वे मुखिया बने तो भी इसे जारी रखा. अभी वर्तमान में वे पूर्व मुखिया हैं. मां के संस्कार को उन्होंने अपना लिया था. यही वजह है कि आज भी वे गरीब तबके की महिला और पुरुषों के बीच वस्त्र का वितरण करते हैं.
"25 साल पहले मेरी मां जितिया पर्व के अवसर पर गरीब महिलाओं की मदद करती थी. मेरी मां 4-5 महिलाओं की मदद करती थी. मां के इस संस्कार को मैंने निभाना शुरू किया और पिछले 25 साल से जितिया के मौके पर महिलाओं को साड़ी चने और 10 रुपए मदद के तौर पर देता हूं. यह आगे भी जारी रहेगा. मैंने जो मां के संस्कारों से सीखा है उसे निभा रहा हूं." -नंदकिशोर सिंह यादव, पूर्व मुखिया
'20 साल से साड़ी ले रहे हैं..' नंदकिशोर सिंह जब मुखिया नहीं बने थे तभी से महिलाओं के बीच वस्त्र वितरित कर रहे हैं. मुखिया बनने के बाद भी पंचायत की सभी गरीब महिलाओं के बीच वस्त्र के साथ साथ पूजन समाग्री और 10 रुपए बांटे. पकड़ा से साथ साथ खाना भी बांटा गया. महिला बासमती देवी बताती हैं कि नंदकिशोर सिंह यादव के द्वारा इस तरह का काम हर साल किया जाता है, जो बहुत अच्छा है. 20 वर्षों से वह साड़ी ले रही है.
"जितिया के मौके पर साड़ी और खाना मिला है. खाना में दाल भात सब्जी मिला है. 20 साल से हम साड़ी ले रहे हैं. नंदकिशोर मुखिया की ओर से साड़ी का वितरण किया गया है. बहुत मदद करते हैं. कपड़ा से साथ साथ खाना और 10 रुपए दिया जाता है" -बासमती देवी, ग्रामीण