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नक्सलियों के टारगेट पर था मुखिया परिवार, मुखिया पति की पूर्व में हो चुकी है हत्या

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Published : Nov 22, 2020, 12:57 PM IST

एसएसपी अभियान राजेश सिंह ने बताया कि कोबरा बटालियन और जिला पुलिस की ओर से लगातार सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है. जिसमें एक नक्सली कमांडर आलोक को पुलिस ने मार गिराया है.

गया
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गया: जिले के बाराचट्टी में पुलिस और नक्सलियों के बीच हुए मुठभेड़ में पुलिस ने बिहार-झारखण्ड के मोस्ट वांटेड नक्सली कमांडर आलोक को मार गिराया. लेकिन नक्सलियों ने मुखिया प्रतिनिधि और एक अन्य ग्रामीण की भी हत्या कर दी. घटना के बाद से पूरा क्षेत्र पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है. पुलिस इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया रही है. वहीं, इस घटना में कोबरा बटालियन के एक जवान, दो ग्रामीण और दो नक्सलियों के घायल होने की सूचना है.

नक्सलियों ने किया हमला
छठ पर्व के अवसर पर ग्रामीणों की ओर से नदरपुर पंचायत के महूअरी ग्राम में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. शनिवार की देर रात चल रहे सांस्कृतिक कार्यक्रम में मुखिया प्रतिनिधि राधिका देवी के देवर वीरेंद्र यादव, जयराम यादव ओर अन्य ग्रामीणों ने शिरकत की. नक्सलियों के टारगेट पर रहे वीरेंद्र यादव और जयराम यादव पर कार्यक्रम के बीच मे नक्सलियों ने हथियार से ताबड़तोड़ हमला बोल दिया. जिसमें पंचायत के मुखिया राधिका देवी के देवर वीरेंद्र यादव और जयराम यादव की मौके पर ही मौत हो गई. मौके पर मौजूद कोबरा बटालियन और जिला पुलिस की जवाबी कार्रवाई में एक नक्सली कमांडर ढेर हो गया और दो नक्सली घायल हुए हैं. दोनों घायल नक्सली को अन्य नक्सली अपने साथ लेकर फरार हो गये. वहीं, इस घटना में कोबरा का एक जवान और दो ग्रामीण भी घायल हुए हैं.

टारगेट पर मुखिया परिवार
मुखिया राधिका देवी का परिवार लगातार नक्सलियों के टारगेट पर रहा है. राधिका देवी के पति शम्भू यादव की हत्या पहले ही नक्सलियों ने कर दी थी. वहीं, एक बार फिर परिवार के सदस्य वीरेंद्र यादव की हत्या से पूरा क्षेत्र नक्सलियों के आतंक से दहल उठा है. घटनास्थल से पुलिस ने एक एके-47, एक इंसास राइफल और भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद किया है. पुलिस घटना के बाद से ही कोबरा बटालियन के संयुक्त सहयोग से लगातार सर्च ऑपरेशन चला रही है.

चादर ओढ़ घात लगा बैठे थे नक्सली
घटना को अंजाम देने के लिए नक्सलियों ने पहले से ही कार्यक्रम में दर्शक दीर्घा में चादर ओढ़कर घात लगाकर बैठे थे. वीरेंद्र यादव और जयराम यादव को नक्सलियों ने मौका मिलते ही गोलियों से भून डाला. वहीं, कार्यक्रम में नक्सलियों के होने के संदेह पर कोबरा बटालियन के जवान भी चादर ओढ़ बैठे थे. जिन्होंने जवाबी फायरिंग में आलोक को ढेर कर दिया.

10 लाख का इनामी नक्सली था आलोक
नक्सली कांडों में संलिप्त रहने वाले जोनल कमांडर आलोक पर झारखंड सरकार ने 10 लाख का इनाम रखा था. आलोक के आतंक से बिहार और झारखंड दोनो राज्यों की पुलिस परेशान थी. पुलिस को सफलता तो मिली लेकिन नक्सलियों के हाथों दो की जान चली गई. घटना में नक्सलियों की गोली से घायल हुए ग्रामीण राजेन्द्र उर्फ जितेंद्र यादव और एक अन्य ग्रामीण को बेहतर इलाज के लिए गया मेडिकल अस्पताल से रेफर कर दिया गया. दोनों का इलाज पटना के पीएमसीएच में किया जा रहा है. जहां दोनो की स्थिति गंभीर बनी हुई है.

गया: जिले के बाराचट्टी में पुलिस और नक्सलियों के बीच हुए मुठभेड़ में पुलिस ने बिहार-झारखण्ड के मोस्ट वांटेड नक्सली कमांडर आलोक को मार गिराया. लेकिन नक्सलियों ने मुखिया प्रतिनिधि और एक अन्य ग्रामीण की भी हत्या कर दी. घटना के बाद से पूरा क्षेत्र पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है. पुलिस इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया रही है. वहीं, इस घटना में कोबरा बटालियन के एक जवान, दो ग्रामीण और दो नक्सलियों के घायल होने की सूचना है.

नक्सलियों ने किया हमला
छठ पर्व के अवसर पर ग्रामीणों की ओर से नदरपुर पंचायत के महूअरी ग्राम में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. शनिवार की देर रात चल रहे सांस्कृतिक कार्यक्रम में मुखिया प्रतिनिधि राधिका देवी के देवर वीरेंद्र यादव, जयराम यादव ओर अन्य ग्रामीणों ने शिरकत की. नक्सलियों के टारगेट पर रहे वीरेंद्र यादव और जयराम यादव पर कार्यक्रम के बीच मे नक्सलियों ने हथियार से ताबड़तोड़ हमला बोल दिया. जिसमें पंचायत के मुखिया राधिका देवी के देवर वीरेंद्र यादव और जयराम यादव की मौके पर ही मौत हो गई. मौके पर मौजूद कोबरा बटालियन और जिला पुलिस की जवाबी कार्रवाई में एक नक्सली कमांडर ढेर हो गया और दो नक्सली घायल हुए हैं. दोनों घायल नक्सली को अन्य नक्सली अपने साथ लेकर फरार हो गये. वहीं, इस घटना में कोबरा का एक जवान और दो ग्रामीण भी घायल हुए हैं.

टारगेट पर मुखिया परिवार
मुखिया राधिका देवी का परिवार लगातार नक्सलियों के टारगेट पर रहा है. राधिका देवी के पति शम्भू यादव की हत्या पहले ही नक्सलियों ने कर दी थी. वहीं, एक बार फिर परिवार के सदस्य वीरेंद्र यादव की हत्या से पूरा क्षेत्र नक्सलियों के आतंक से दहल उठा है. घटनास्थल से पुलिस ने एक एके-47, एक इंसास राइफल और भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद किया है. पुलिस घटना के बाद से ही कोबरा बटालियन के संयुक्त सहयोग से लगातार सर्च ऑपरेशन चला रही है.

चादर ओढ़ घात लगा बैठे थे नक्सली
घटना को अंजाम देने के लिए नक्सलियों ने पहले से ही कार्यक्रम में दर्शक दीर्घा में चादर ओढ़कर घात लगाकर बैठे थे. वीरेंद्र यादव और जयराम यादव को नक्सलियों ने मौका मिलते ही गोलियों से भून डाला. वहीं, कार्यक्रम में नक्सलियों के होने के संदेह पर कोबरा बटालियन के जवान भी चादर ओढ़ बैठे थे. जिन्होंने जवाबी फायरिंग में आलोक को ढेर कर दिया.

10 लाख का इनामी नक्सली था आलोक
नक्सली कांडों में संलिप्त रहने वाले जोनल कमांडर आलोक पर झारखंड सरकार ने 10 लाख का इनाम रखा था. आलोक के आतंक से बिहार और झारखंड दोनो राज्यों की पुलिस परेशान थी. पुलिस को सफलता तो मिली लेकिन नक्सलियों के हाथों दो की जान चली गई. घटना में नक्सलियों की गोली से घायल हुए ग्रामीण राजेन्द्र उर्फ जितेंद्र यादव और एक अन्य ग्रामीण को बेहतर इलाज के लिए गया मेडिकल अस्पताल से रेफर कर दिया गया. दोनों का इलाज पटना के पीएमसीएच में किया जा रहा है. जहां दोनो की स्थिति गंभीर बनी हुई है.

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