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रेलवे ट्रैक पर बहता पानी, कहीं हादसे का कारण न बन जाए! - रेल प्रशासन

गया जंक्शन पर केवल दो रेलवे ट्रैक पक्के हैं. उन्हीं पर पानी निकासी की व्यवस्था भी है. बाकी प्लेटफॉर्म कच्चे हैं और वहां पानी निकासी की व्यवस्था भी नहीं है.

गया जंक्शन
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Published : Feb 13, 2019, 4:38 PM IST

गयाः सीमांचल एक्सप्रेस हादसे के बाद भी बिहार में रेलवे प्रशासन सुस्त चाल में चल रहा है. गया जंक्शन बेहद व्यस्त मार्ग है. इस पर आए दिन तकरीबन हजारों यात्री सफर करते हैं. लेकिन यहां शौचालय, पानी की टंकी और साफ-सफाई से निकलने वाला पानी रेलवे ट्रैक पर ही बहा दिया जाता है. इससे रेल पटरियों की जमीन के धंसने का खतरा बन रहा है.

गया जंक्शन के सभी प्लेटफार्म पर बने शौचालय, प्याऊ और मिनरल वाटर मशीन से निकलने वाला पानी रेल के पटरियों पर बहाया जा रहा है. सभी प्लेटफॉर्म पर पानी निकासी की व्यवस्था नहीं है. सीधे प्लेटफार्म के नीचे से पाइप के नाली बनाकर रेलवे ट्रैक पर बहाया जा रहा है.

गया जंक्शन पर पटरियों पर गिरता पानी
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सिर्फ दो प्लेटफॉर्म पर ही पानी की निकासी
गया जंक्शन पर केवल दो ही प्लेटफॉर्म पक्के हैं, उन पर ही पक्की नाली बनाकर पानी निकासी की व्यवस्था है. बाकी प्लेटफार्म कच्चे हैं ऐसे में पानी बहाने से रेलवे ट्रैक धंस सकता है. शौचालय के पानी से रेल पटरियों पर जल्दी जंग लग जाती है. वहीं अधिकारी इस पर बात करने से साफ इनकार करते हैं. लिहाजा प्रशासन की ये भारी लापरवाही किसी हादसे को न्यौता देती नजर आ रही है.

गयाः सीमांचल एक्सप्रेस हादसे के बाद भी बिहार में रेलवे प्रशासन सुस्त चाल में चल रहा है. गया जंक्शन बेहद व्यस्त मार्ग है. इस पर आए दिन तकरीबन हजारों यात्री सफर करते हैं. लेकिन यहां शौचालय, पानी की टंकी और साफ-सफाई से निकलने वाला पानी रेलवे ट्रैक पर ही बहा दिया जाता है. इससे रेल पटरियों की जमीन के धंसने का खतरा बन रहा है.

गया जंक्शन के सभी प्लेटफार्म पर बने शौचालय, प्याऊ और मिनरल वाटर मशीन से निकलने वाला पानी रेल के पटरियों पर बहाया जा रहा है. सभी प्लेटफॉर्म पर पानी निकासी की व्यवस्था नहीं है. सीधे प्लेटफार्म के नीचे से पाइप के नाली बनाकर रेलवे ट्रैक पर बहाया जा रहा है.

गया जंक्शन पर पटरियों पर गिरता पानी
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सिर्फ दो प्लेटफॉर्म पर ही पानी की निकासी
गया जंक्शन पर केवल दो ही प्लेटफॉर्म पक्के हैं, उन पर ही पक्की नाली बनाकर पानी निकासी की व्यवस्था है. बाकी प्लेटफार्म कच्चे हैं ऐसे में पानी बहाने से रेलवे ट्रैक धंस सकता है. शौचालय के पानी से रेल पटरियों पर जल्दी जंग लग जाती है. वहीं अधिकारी इस पर बात करने से साफ इनकार करते हैं. लिहाजा प्रशासन की ये भारी लापरवाही किसी हादसे को न्यौता देती नजर आ रही है.

Intro:आमजन यातायात में सबसे ज्यादा इस्तेमाल रेलगाड़ी का करते हैं। रेल प्रशासन की पूरी जिम्मेदारी रहती है यात्रियों की सुरक्षा का। वही गया रेलवे जंक्शन पर रेलवे खुद हादसा को न्यौता दे रहा है।


Body:बिहार में हाल ही सीमांचल एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हुआ था कितने यात्री काल के मुंह मे समा गए और दर्जनों जिंदगी भर के दिव्यांग होंगे। बताया जा रहा है ये घटना रेल पटरी में दरार पड़ने से हुआ था। रेल प्रशासन समय समय पर इसकी देखरेख नही करते थे। कुछ हाल ए हकीकत गया जंक्शन पर भी ऐसा देखने को मिला।

गया जंक्शन के सभी प्लेटफार्म पर बने शौचालय, प्याऊ और मिनरल वाटर मशीन से निकलने वाला पानी रेल के पटरियों पर बहाया जा रहा है। सभी प्लेटफार्म पर पानी निकासी का व्यवस्था नही है। सीधे प्लेटफार्म के नीचे से पाइप के नाली बनाकर रेलवे ट्रैक पर बहाया जा रहा है। गया जक्शन पर रेलवे ट्रैक बस दो प्लेटफार्म पर पक्की हैं। वही दोनो प्लेटफॉर्म पर नाली भी है। बाकी प्लेटफार्म पर नाली का व्यवस्था नही किया गया। प्लेटफार्म के बर्बाद पानी रेलवे ट्रैक गिर रहा है।

गया जंक्शन दीनदयाल उपाध्याय मण्डल का व्यस्त जंक्शन हैं। सेकड़ो ट्रेनों का आवागमन होता हैं। लाखों यात्री हर रोज इस जक्शन से यात्रा करते हैं। ऐसे में गया जंक्शन पर रेलवे ट्रैक के साथ इस तरह कुव्यवस्था होना रेल प्रशासन रेल हादसा का आमंत्रण दे रहा है। महीने में मण्डल से जुड़े अधिकारियों के दौरा गया जंक्शन पर होता हैं आज तक किसी ने इस ओर ध्यान तक नही दिया।

आये दिन रेल पटरियों पर दरार और रेल ट्रैक धंसने का खबर आते रहते हैं। गया जंक्शन रेलवे प्रशासन ने इन खबरों पर लगता है ध्यान नही देता है। गया जंक्शन पर रेलवे ट्रैक पर नाली के पानी बहाया जा रहा है। जानकारी के अनुसार गया जंक्शन पर रेलवे ट्रैक पर दो प्लेटफार्म को ही पक्का बनाया गया है। बाकी प्लेटफार्म कच्चा हैं ऐसे में गन्दा पानी बहाने से रेलवे ट्रैक धंस सकता है। शौचालय के पानी के असर से रेल पटरियों पर जल्दी जंग लग जाता है। सोचिये रेलवे प्रशासन किस तरह से खुला आमंत्रण हादसा को दे रहा है।




Conclusion:रेल ट्रैक पर पानी गिरने के संबंध में स्टेशन निदेशक पवनिश कटाल से जानकारी ले चाहा तो उन्होंने सीधे इस विषय पर बात करने से माना कर दिया। उन्होंने कहा मैं रेलवे का पीआरओ नही हूं। इसके लिए आपको हाजीपुर और दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन से जानकारी लेना होगा।

भारतीय रेलवे विरासत माह मना रहा है ऐसे में सुरक्षा को लेकर अधिकारी का कोताही सामने आ रहा है। इस संबंध में पूछने पर पल्ला झाड़ दे रहे हैं। गया जंक्शन पर रेल ट्रैक पर कुव्यवस्था हैं और यहां किसी को जानकारी तक नही है। जानकारी देने पर कहते हैं मैं नही बता सकता हूँ।
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