गया: बिहार के बोधगया में बौद्ध धर्म गुरू दलाई लामा का तीन दिनों तक चलने वाला टीचिंग कार्यक्रम शुक्रवार से शुरू हो गया. बौद्ध धर्म गुरू की टीचिंग में करीब पांच दर्जन से अधिक देशों के बौद्ध श्रद्धालु शामिल हुए. वहीं, इस दौरान सैकड़ो भिक्षु फालेप और केतली वाली चाय लेकर श्रद्धालुओं के बीच दौड़-दौड़ कर पहुंचाते रहे.
60 हजार बौद्ध श्रद्धालुओं का आगमन: बौद्ध धर्म गुरू दलाई लामा का टीचिंग कार्यक्रम 29, 30 और 31 दिसंबर तक चलेगा. पहले दिन शुक्रवार को कालचक्र मैदान में टीचिंग कार्यक्रम शुरू हुआ जिसमें उन्होंने प्रवचन दिया. तकरीबन 60 हजार से अधिक बौद्ध श्रद्धालुओं ने दलाई लामा का प्रवचन सुना.
फालेप और चाय लेकर दौड़े भिक्षु: बता दें कि इन श्रद्धालुओं को टीचिंग के बीच एक बार फालेप (तिब्बती रोटी) और दो बार चाय दी जाती है. इसी को लेकर प्रवचन शुरू होने के ठीक पहले बौद्ध श्रद्धालुओं को चाय दी गई. बौद्ध श्रद्धालुओं तक चाय और फालेप पहुंचाने के लिए सैकड़ो भिक्षु कालचक्र मैदान में दौड़ लगाते दिखे. कालचक्र मैदान में दौड़ लगाकर मैदान में टीचिंग को सुनने को बैठे बौद्ध श्रद्धालुओं के पास फालेप और चाय पहुंचाई.
महाकड़ाही में बनती है चाय: दरअसल टीचिंग के दौरान दो बार श्रद्धालुओं को चाय पिलाई जाती है. इसके लिए मैदान के पास महा किचन बनाया गया है. इस महा किचन में महाकड़ाही आई है, जिसमें एक बार में 30 हजार लोगों के लिए चाय बनती है. इस तरह टीचिंग में शामिल 60 हजार से अधिक बौद्ध श्रद्धालुओं तक चाय पहुंचाने के लिए सैकड़ों भिक्षु दौड़ लगाते नजर आए.
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