गया: जिले में शनिवार की रात महाबोधि टेंपल मैनेजमेंट कमिटी के चालक की मौत अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में हो गई थी. चालक की मौत के बाद लोगों ने कोरोना वायरस को मौत का कारण बताया. परिजनों को भी इसकी आशंका होने लगी. जिसके बाद ग्रामीण मृतक के शव को गांव से दूर रखने को कहने लगे. सोशल मीडिया पर यह खबर वायरल होने पर और बीटीएमसी के पहल पर जिला स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अर्थी पर रखे शव से ब्लड सेंपल लेकर जांच के लिए पटना भेज दिया गया है.
लोगों में डर का माहौल
बोधगया वार्ड नंबर 17 मस्तीपुर के रहने वाले बीटीएमसी कार्यालय के ड्राइवर अर्जुन साव की मौत रविवार को हो गई थी. मौत के बाद परिजनों और ग्रामीणों को आशंका हुई की अर्जुन साव की मौत कोरोना वायरस के कारण हुई है. सुबह होते ही ये बात पूरे गया में फैल गई. जिसके बाद लोगो में हड़कंप मच गया.
गांव और मोहल्ले के लोगों में डर का माहौल बना हुआ है. इस मामले में स्थानीय नेता विजय मांझी ने बताया कि रात्रि में इनकी मौत हो गई थी. मौत के बाद कोई शव के पास नहीं जा रहा है. अर्जुन साव पिछले कई दिनों से बीमार थे.
आरएमआरआई में भेजा गया ब्लड सैंपल
इस मामले को लेकर जिलाधिकारी अभिषेक सिंह ने बताया कि ये खबर सुबह में मिली है कि रविवार रात 11 बजे अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में वो भर्ती हुए थे. उसके बाद एक से डेढ़ घण्टे में उनकी मृत्यु हो गई. इससे पहले बोधगया के निजी क्लीनिक में उसका इलाज चल रहा था और वो पहले से अस्थामा का मरीज था. मृतक के ब्लड सैंपल को पटना के आरएमआरआई में भेज दिया गया है.
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जबतक जांच रिपोर्ट नहीं आती है तबतक उनके परिवार के सभी लोग होम क्वारंटाइन में रहेंगे. वहीं अर्जुन साव की मौत के बाद मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल को सेनिटराइज किया गया है. साथ ही अर्जुन साव का इलाज करनेवाले डॉक्टर भी होम क्वारंटाइन में रहेंगे.