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गया: वैज्ञानिकों ने महाबोधी मंदिर में बोधिवृक्ष की जांच की, कहा- स्वस्थ है पेड़

डॉ अमित पाण्डेय व वैज्ञानिक रतन वर्णवाल ने बताया कि पेड़ बिल्कुल स्वस्थ है. पेड़ में किसी तरह की कोई बीमारी नहीं है.

बेधिवृक्ष की जांच करते डॉ और वैज्ञानिक
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Published : Apr 23, 2019, 7:58 PM IST

गया: बोधगया में विश्व प्रसिद्ध महाबोधी मन्दिर के बोधिवृक्ष की रुटीन जांच चल रही है. वृक्ष की सेहत की जांच के लिये देहरादून से डॉक्टर और वैज्ञानिक आए हुऐ हैं, ताकि बोधिवृक्ष में कोई रोग उत्पन ना हो.

भार कम करने के लिए काटी गई टहनियां

वृक्ष जांच कर रहे डॉ अमित पाण्डेय व वैज्ञानिक रतन वर्णवाल ने बताया कि पेड़ बिल्कुल स्वस्थ है. पेड़ में किसी तरह की कोई बीमारी नहीं है. पेड़ का भार कम करने के लिऐ छोटी छोटी टहनियां व शाखाओं को निकाला गया है और काटे गये टहनियों की जगह पर चौबटिया पेस्ट लगाया गया है. उसके बाद वृक्ष को स्वस्थ्य रखने के लिए पोषक दवाओं का छिड़काव किया गया है. साथ ही उन्होंने कहा कि वृक्ष पर कई जगह दवाओं का लेप भी किया गया है. बोधिवृक्ष की जड़ों तक पोषक तत्वों को पहुंचाने के लिए आसपास की मिट्टी की खुदाई कर मिट्टी में भी पोषक तत्व व कंपोस्ट डाला गया है.

बोधिवृक्ष के बारे में जानकारी देते डॉ अमित पाण्डेय

सुरक्षित रखी जाएंगी टहनियां

वहीं, बीटीएमसी सचिव एन दोरजी ने बताया कि कटी हुई शाखाएं बिल्कुल सुरक्षित है. कटी हुई टहनियों अच्छे तरीके से सुरक्षित रखी जाएगी. पेड़ के नीचे खाली जगहों पर छोटी-छोटी क्यारियां बनाकर पौधे लगाये जाएंगे ताकि बोधिवृक्ष बिल्कुल स्वस्थ रहे. आपको बता दें कि महाबोधी मन्दिर में लगे बोधिवृक्ष की पूजा अर्चना करने लाखों श्रद्धालु आते हैं.

गया: बोधगया में विश्व प्रसिद्ध महाबोधी मन्दिर के बोधिवृक्ष की रुटीन जांच चल रही है. वृक्ष की सेहत की जांच के लिये देहरादून से डॉक्टर और वैज्ञानिक आए हुऐ हैं, ताकि बोधिवृक्ष में कोई रोग उत्पन ना हो.

भार कम करने के लिए काटी गई टहनियां

वृक्ष जांच कर रहे डॉ अमित पाण्डेय व वैज्ञानिक रतन वर्णवाल ने बताया कि पेड़ बिल्कुल स्वस्थ है. पेड़ में किसी तरह की कोई बीमारी नहीं है. पेड़ का भार कम करने के लिऐ छोटी छोटी टहनियां व शाखाओं को निकाला गया है और काटे गये टहनियों की जगह पर चौबटिया पेस्ट लगाया गया है. उसके बाद वृक्ष को स्वस्थ्य रखने के लिए पोषक दवाओं का छिड़काव किया गया है. साथ ही उन्होंने कहा कि वृक्ष पर कई जगह दवाओं का लेप भी किया गया है. बोधिवृक्ष की जड़ों तक पोषक तत्वों को पहुंचाने के लिए आसपास की मिट्टी की खुदाई कर मिट्टी में भी पोषक तत्व व कंपोस्ट डाला गया है.

बोधिवृक्ष के बारे में जानकारी देते डॉ अमित पाण्डेय

सुरक्षित रखी जाएंगी टहनियां

वहीं, बीटीएमसी सचिव एन दोरजी ने बताया कि कटी हुई शाखाएं बिल्कुल सुरक्षित है. कटी हुई टहनियों अच्छे तरीके से सुरक्षित रखी जाएगी. पेड़ के नीचे खाली जगहों पर छोटी-छोटी क्यारियां बनाकर पौधे लगाये जाएंगे ताकि बोधिवृक्ष बिल्कुल स्वस्थ रहे. आपको बता दें कि महाबोधी मन्दिर में लगे बोधिवृक्ष की पूजा अर्चना करने लाखों श्रद्धालु आते हैं.

Intro:Body:बोधगया बिश्व प्रसिद्ध महाबोधी मन्दिर के बोधि वृक्ष की सेहत की जांच के लिये देहरादुन से एक डॉक्टर व दूसरा वैज्ञानिक आए हुऐ है
बोधि वृक्ष समय समय की रुटीन जांच चल रही है
ताकि बोधि वृक्ष की कोई रोग उत्पन ना हो
जांच कर रहे डॉ अमित पाण्डेय व वैज्ञानिक रतन वर्णवाल ने बताया कि पेड़ बिल्कुल स्वथय है इस पेड़ में किसी भी तरह का कोई बीमारिया नही है बेट कम करने के लिऐ छोटी छोटी टहनियां व शाखा को निकाला जा रहा ताकि पेड़ रोग मुक्त हो उसके बाद कटे गई टहनियां के पास चौपटिया पेस्ट लगाया जाएगा उसके बाद स्पेय भी छिड़काओ किया जाएगा
पेड़ के निचे खाली जगहों पर छोटी छोटी कियारिया बनाकर पौधा लगाया जाएगा ताकि बोधि वृक्ष बिल्कुल स्वथय रहे
वही बीटीएमसी सचिव एन दोरजे ने बताया कि कटी हुई शाखा बिल्कुल सुरक्षित है कटी हुई टहनियां को अच्छे तरीके से सुरक्षित रखा जाएगा
आपको बता दें कि महाबोधी मन्दिर में लागे बोधि वृक्ष कोई आम वृक्ष नही है यही पीपल वृक्ष के नीचे सिद्धार्थ को कठिन तपस्या के बाद ज्ञान प्राप्त हुआ था और वह भगवान गौतम बुद्ध कहलाए जिसको लेकर पूरे विश्व के अलग अलग धर्म के लोग बिश्व विख्यात बोधगया महाबोधी मन्दिर में पूजा अर्चना करने आते है Conclusion:
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