गया: बिहार में 85 दिन बाद आखिरकार कैबिनेट विस्तार हो गया. 17 मंत्रियों को राज्यपाल फागू चौहान ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. शपथ लेने वालों में भाजपा के 9 और जदयू के 8 लोग शामिल हैं. लेकिन मंत्रिमंडल में पूर्व मंत्री प्रेम कुमार को शामिल नहीं किए जाने से जिला भाजपा कार्यकर्ताओं ने रोष जताया है.
''भाजपा के इस निर्णय से हम लोग दुखी हैं. भाजपा पार्टी में गुटबाजी की वजह से प्रेम कुमार को मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया गया''- संतोष ठाकुर, जिला मंत्री
''जब भाजपा का संघर्ष का दौर था, तब से गया शहर में भाजपा का झंडा बुलंद प्रेम कुमार ने किया है. 1990 से लेकर 2020 तक जीत हासिल की है. उनके पास अनुभव है इसी अनुभव के आधार पर उनको जरूर शामिल करना चाहिए था''- प्रमोद चौधरी, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य
''मंत्रिमंडल में शामिल नहीं करने का प्रमुख जिम्मेदार शीर्ष नेतृत्व है. मंत्रिमंडल में शामिल नहीं करना गया की जनता के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है''- राजेंद्र प्रसाद, भाजपा जिला उपाध्यक्ष
गौरतलब है कि 1990 से गया नगर विधानसभा क्षेत्र से प्रेम कुमार ने लगातार आठवीं बार जीत हासिल की है. 2005 से नीतीश सरकार में लगातार मंत्री पद पर रहे हैं. जिन्हें 2020 के नीतीश कैबिनेट में शामिल नहीं किया गया है.