गया: बिहार के गया (Gaya) के छात्र नागसेन अमन की चीन में हुई मौत के मामले में अब नया मोड़ आ गया है. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल (Sanjay Jaiswal) ने कहा कि परिजनों द्वारा मुझे घटना की सूचना दी गई. चीन स्थित भारतीय दूतावास से हम लोग लगातार संपर्क में हैं. इस संबंध में भारत सरकार से बात हुई है.
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संजय जायसवाल ने कहा, 'अब तक जो जानकारी सामने आई उसके अनुसार छात्र की चीन में हत्या की गई है. भारतीय छात्र की विदेश में हत्या दुर्भाग्यपूर्ण है. इस संबंध में चीन की पुलिस जांच कर रही है. हमारा प्रयास होगा कि जल्द छात्र के शव को भारत लाकर अंतिम संस्कार किया जाए. इसके लिए लगातार हम लोग भारत सरकार और चीन के दूतावास के संपर्क में हैं.'
"इस संबंध में मैंने विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी से बात की है. उस बच्चे की हत्या की गई है. चीन में कोई बच्चा पढ़ने गया हो और उसकी हत्या हो जाए. इसकी जितनी भर्त्सना की जाए कम है. मैं भारत सरकार से लगातार संपर्क में हूं ताकि उस बच्चे को न्याय मिले. चीन की पुलिस कुछ और जांच करना चाहती है. इसलिए अभी शव को मुर्दाघर में रखा गया है."- संजय जायसवाल, प्रदेश अध्यक्ष, भाजपा
गौरतलब है कि चीन के तियान जीन फॉरेन यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी में इंटरनेशनल बिजनेस स्टडी की पढ़ाई कर रहे गया के 20 वर्षीय छात्र नागसेन अमन की संदेहास्पद मौत हो गई थी. गुरुवार रात यूनिवर्सिटी से छात्र के चाचा को मौत की सूचना दी गई. इसके बाद पूरे परिवार में मातम पसर गया है. विश्वविद्यालय की तरफ से मौत की सूचना देकर फोन स्विच ऑफ कर दिया गया. अब परिजन अपने लाल के शव को लाने की गुहार लगा रहे हैं.
अमन पिछले दो साल से चीन में पढ़ाई कर रहा था. अभी दो साल का कोर्स बाकी था. नागसेन के चाचा और भाजपा नेता राम किशोर पासवान ने कहा, 'अमन हमारे घर का एक ही चिराग था. हम तीनों भाईयों में से बड़े भाई को ही पुत्र था. बड़ी उम्मीदों से उसे काबिल बनाने के लिए चीन भेजे थे. इस अनहोनी ने हमारे पूरे घर को बर्बाद कर दिया है. हमारी मांग है कि हमारे पुत्र का शरीर जल्द से जल्द लाया जाए.'
"जिस मोबाइल नंबर से मौत की जानकारी दी गई थी, उस नंबर पर हमने दूसरे नंबर से कई बार कॉल किया, लेकिन कोई कॉल नहीं उठा रहा. मौत कैसे हुई इसकी भी जानकारी नहीं दी गई. सरकार से हमारी एक ही मांग है कि हमारे बच्चे के पार्थिव शरीर को पैतृक घर पहुंचाया जाए ताकि हम उसका अंतिम संस्कार कर सकें."- पंकज पासवान, मृतक के चाचा
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