गयाः वैश्विक महामारी के बाद अब बर्ड फ्लू ने दस्तक दी है. जिसको लेकर पूरे प्रदेश में एलर्ट है. वहीं गया में भी पशुपालन विभाग अलर्ट पर है. इसके बावजूद जिले में चिकन व्यवसाय में भारी गिरावट देखी जा रही है.
बिक्री प्रभावित
देश के कई हिस्सों में बर्ड फ्लू का पॉजिटिव केस सामने आया है. जिसको लेकर सभी राज्यों में अलर्ट है. बिहार सरकार भी बर्ड फ्लू को लेकर अलर्ट पर है. शासन-प्रशासन इससे निपटने के लिए तैयार है. गया में कौओं के मरने की घटना के बाद से पशुपालन विभाग भी चौकन्ना हो गया है. हालांकि अभी तक बर्ड फ्लू के केस बिहार में नहीं मिले हैं. लेकिन उसके बावजूद जिले में चिकन बिक्री प्रभावित हुई है.
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'गया में बर्डफ्लू का एक भी केस नहीं मिला है, लेकिन दामों में काफी गिरावट आ गयी है. जिससे हमारा भारी नुकसान हो रहा है'- बलिराम, पोल्ट्री फॉर्म मालिक
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दामों में आयी गिरावट
पोल्ट्री फॉर्म चलाने वाले व्यवसायियों का कहना है कि जिले में बर्ड फ्लू का एक भी केस नहीं मिला है. अफवाह की वजह से मुर्गा बिक्री में कोई कमी नहीं आयी है. लेकिन रेट में काफी गिरावट आ गयी है. ठंड का मौसम कमाई का मौसम है, लेकिन बर्ड फ्लू की आशंका से नुकसान झेलना पड़ रहा है. पोल्ट्री फॉर्म में एहतियातन चिकित्सकों से जांच और छिड़काव कराया जा रहा है.
पशुपालन विभाग सतर्क
वहीं जिला पशुपालन पदाधिकारी अनिल कुमार ने बताया कि जिले में अब तक एक भी बर्ड फ्लू का पॉजिटिव केस नहीं मिला है. पशुपालन विभाग एहतियातन सतर्क है. जिला स्तरीय से लेकर प्रखण्ड स्तर पर टास्क फोर्स का गठन किया गया है. सूचना मिलते ही टास्क फोर्स तुरंत सूचना वाली जगह पर जाकर जांच करेगा. शहर के प्रभावती अस्पताल में कौआ मरने की सूचना मिली थी. लेकिन हम लोगों को मरा हुआ कौआ नहीं मिला. दो कौआ पतंग की डोर में फंसकर मर गये थे. जो पेड़ की टहनियों में टंगे थे.