गया: जिले के बाराचट्टी प्रखण्ड के प्रमुख और उपप्रमुख के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव पेश होने के बाद पिछले सप्ताह से स्थानीय तौर पर राजनीति गरमाया हुआ था. आज अविश्वास प्रस्ताव के दरम्यान मतगणना हुआ, जिसमें प्रमुख को 17 में 6 और उप प्रमुख को 17 में से 7 मत मिले. इस चुनाव में प्रमुख और उपप्रमुख की कुर्सी छिन गई.
प्रमुख और उपप्रमुख के विरोध में पेश किया गया अविश्वास प्रस्ताव
दरअसल, गया जिले के बाराचट्टी प्रखंड की प्रमुख चंदिया देवी और उपप्रमुख इंद्रदेव यादव के विरोध में अविश्वास प्रस्ताव पेश किया गया. अविश्वास प्रस्ताव के तहत आज प्रखंड कार्यालय के मनरेगा भवन के सभागार में प्रखंड विकास पदाधिकारी की अध्यक्षता में चुनाव आयोजित किया गया. इस चुनाव में प्रमुख चंदिया देवी को हटाने के लिए विपक्ष में 10 और पक्ष में 6 मत प्राप्त हुए, जबकि उप प्रमुख के विपक्ष में 9 वोट और पक्ष में 7 मत डाले गए. 17 पंचायत समिति सदस्यों में एक सदस्य अनुपस्थिति थे.
'विकासशील प्रमुख और उप प्रमुख चुनकर आएंगे'
प्रमुख और उपप्रमुख के विपक्षी बीबी पेसरा के पंचायत समिति सदस्य मो. फिरोज अंजुम ने बताया पिछले 4 वर्षों से प्रमुख और उपप्रमुख के द्वारा विकास का कोई कार्य नहीं किया गया. विकास कार्य अवरुद्ध करने के कारण उन्हें कुर्सी से गिराना आवश्यक था. सभी पंचायत समिति सदस्यों ने मिलकर फैसला लिया कि अब विकास विरोधी प्रमुख और उप प्रमुख को कुर्सी पर नहीं रहने देना है. आज चुनाव हुआ और चुनाव के परिणाम में उनकी हार हुई. आगे आने वाले चुनाव में एक विकासशील प्रमुख और उप प्रमुख चुनकर आएंगे.
'साजिश की तहत हम दोनों को हराया गया है'
पूर्व उपप्रमुख इंद्रदेव यादव ने कहा कि एक साजिश की तहत हम दोनों को हराया गया है. सभी पंचायत सदस्यों को एक तरह अपहरण कर लिया गया था. उनपर दबाव बनाकर मेरे विरुद्ध मतदान करवाया गया. आगे होनेवाले चुनाव में हमदोनो पुनः जीतकर आएंगे. वहीं बाराचट्टी के बीडीओ रोशन कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में अविश्वास प्रस्ताव पारित किया गया, उसी के तहत मतगणना की प्रक्रिया संपन्न की गई.