गया: जिले के टिकारी अनुमण्डल अस्पताल परिसर में विगत 20 अगस्त से आशा कार्यकर्ताओं का धरना प्रदर्शन जारी है. लेकिन अस्पताल प्रशासन महज कागजी कार्रवाई के कोई भी समाधान निकालने में पूर्ण रूप से विफल है. इसके कारण ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चो, किशोरियों और गर्भवती महिलाओं को चिकित्सा लाभ पूर्ण रूप से नहीं मिल पा रहा है.
कई कार्य प्रभावित
वित्तीय वर्ष 2013-14, 2014-2015 की लंबित प्रोत्साहन राशि भुगतान, कोरोना के दौरान किए गए व्यय का जांच सहित पांच सूत्री मांग को लेकर आशा कार्यकर्ता धरना प्रदर्शन कर रही है. आशा कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन से जननी सुरक्षा योजना के तहत निर्धन महिलाओं को स्वास्थ्य संबंधी लाभ पहुंचाने, राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के तहत स्वास्थ्य केन्द्र व उपकेंद्र पर गर्भवती महिला और किशोरियों को लाना, टीकाकरण में सहयोग करना सहित कई कार्य प्रभावित हो रही हैं. आशा कार्यकर्ताओं के माध्यम से बीसीजी, हेपटाइटिस बी, बीओपीवी, पेंटा, एफआईपीवी, रोटावायरस, खसरा रूबेला, डीपीटी, डिटी, पीसीवी और जेई का टीकाकरण कराया जाता है. वहीं धरना प्रदर्शन के कारण ग्रामीणों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर ही टीकाकरण कराना पड़ रहा है.
गया: 5 सूत्रीय मांग को लेकर आशा कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन जारी, कामकाज हो रहा प्रभावित - पांच सूत्रीय मांग को लेकर धरना प्रदर्शन
जिले में आशा कार्यकर्ताओं के धरना प्रदर्शन से कई कार्य प्रभावित हो रही है. वहीं इनके प्रदर्शन से कई कार्यक्रम को भी स्थगित करना पड़ा है. इसके साथ ही एनीमिया मुक्त भारत का सपना क्षेत्र में महज सपना ही बनकर रह गया है.
गया: जिले के टिकारी अनुमण्डल अस्पताल परिसर में विगत 20 अगस्त से आशा कार्यकर्ताओं का धरना प्रदर्शन जारी है. लेकिन अस्पताल प्रशासन महज कागजी कार्रवाई के कोई भी समाधान निकालने में पूर्ण रूप से विफल है. इसके कारण ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चो, किशोरियों और गर्भवती महिलाओं को चिकित्सा लाभ पूर्ण रूप से नहीं मिल पा रहा है.
कई कार्य प्रभावित
वित्तीय वर्ष 2013-14, 2014-2015 की लंबित प्रोत्साहन राशि भुगतान, कोरोना के दौरान किए गए व्यय का जांच सहित पांच सूत्री मांग को लेकर आशा कार्यकर्ता धरना प्रदर्शन कर रही है. आशा कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन से जननी सुरक्षा योजना के तहत निर्धन महिलाओं को स्वास्थ्य संबंधी लाभ पहुंचाने, राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के तहत स्वास्थ्य केन्द्र व उपकेंद्र पर गर्भवती महिला और किशोरियों को लाना, टीकाकरण में सहयोग करना सहित कई कार्य प्रभावित हो रही हैं. आशा कार्यकर्ताओं के माध्यम से बीसीजी, हेपटाइटिस बी, बीओपीवी, पेंटा, एफआईपीवी, रोटावायरस, खसरा रूबेला, डीपीटी, डिटी, पीसीवी और जेई का टीकाकरण कराया जाता है. वहीं धरना प्रदर्शन के कारण ग्रामीणों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर ही टीकाकरण कराना पड़ रहा है.