गया: मगध क्षेत्र के लिए अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल को कोविड अस्पताल घोषित किया गया है. इस अस्पताल में मगध क्षेत्र के पांच जिला के कोविड मरीज इलाज कराने के लिए आते हैं. इन मरीजों के परिजनों के रहने के लिए अस्पताल प्रशासन मूलभूत सुविधाएं का इंतजाम नहीं किया है. मरीज के परिजन रात में बैठकर रात बिताते हैं.
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टिन के शेड में गुजारते हैं रात
अरवल जिला से आए ओम प्रकाश ने बताया कि 'मैं अपने भाई को यहां कोविड वार्ड में भर्ती करवाया हूं. एक सप्ताह पर आज डिस्चार्ज करने के लिए बोला था लेकिन अभी तक डिस्चार्ज नहीं किया. तपती गर्मी में एक टीन के शेड के नीचे बैठकर रात गुजारते हैं. रात में पंखा का हवा खाने के लिए दर्जनों लोग आ जाते, बैठने तक जगह नहीं रहता है. पानी सुबह एक जार साफ मिलता है बाकी दिन नल का गंदा पानी मिलता है. टॉल फ्री नम्बर से संतोषजनक जवाब नहीं मिलता है.'
महिलओं को लिए नहीं है कोई सुविधा
औरंगाबाद की रहनेवाली इंदु देवी बताती हैं कि 'पिछले छह दिन से सो नहीं पाए हैं. यहां सिर्फ बैठने का व्यवस्था है. एक सप्ताह से बैठकर रात गुजार रहे हैं. खासकर महिलाओं के लिए तो कोई व्यवस्था नहीं है. पुरुष और महिलाओं को एक साथ बैठने की व्यवस्था है. वहीं, शौचालय का व्यवस्था नहीं है. यहां एक भी मूलभूत सुविधाएं नहीं है जो विशेष कर महिलाओं के लिए होता है.'
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गौरतलब है कि पिछले साल अस्पताल के निरीक्षण लिए पहुंचे स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव को एक व्यक्ति ने रुकवाकर परिजनों के शेड की बदहाली से अवगत कराया था. प्रधान सचिव ने डीएम को निर्देश दिया था यह सभी तरह का मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराया जाए. लेकिन अब तक को ऐसी सुविधा मुहैया नहीं कराया गया है. जिस कारण मरीज के परिजनों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा रहा है.