गयाः बिहार के गया में तस्करी (doda smuggling in gaya) के लिए रखे गए 320 किलो नशीला पदार्थ डोडा की बरामदगी की गई है. सुरक्षाबलों को गुप्त सूचना मिली थी कि गया जिले के बाराचट्टी थाना क्षेत्र जंगल में बड़े पैमाने पर नशीला पदार्थ डोडा को छिपा कर रखा गया है. जिसके बाद चिह्नित स्थानों पर छापेमारी की गई. बाराचट्टी थाना अंतर्गत भलुआ पंचायत के डांग गांव के जंगल से 320 किलोग्राम डोडा की बरामदगी हुई है.
यह भी पढ़ेंः Motihari Crime : मोतिहारी पुलिस ने कुख्यात कुणाल सिंह को दबोचा, AK 47 समेत कई हथियार और कारतूस जब्त
गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारीः जानकारी के अनुसार नशीला पदार्थ डोडा के संबंध में सुरक्षाबलों को जानकारी मिली थी. गुप्त सूचना मिलने के बाद एसएसबी 32 वाहिनी धनगाई और बाराचटटी थाने की पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में छापेमारी की गई. जंगल वाले इलाके से 3 क्विंटल 20 किलोग्राम डोडा को जब्त किया गया है. हालांकि इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है.
20 बोरे में पैक था डोडाः बताया जा रहा है कि माफियाओं द्वारा इसे एकत्रित किया गया था और दूसरे राज्य में सप्लाई की प्लानिंग थी. बरामद डोडा को बाराचट्टी थाना लाया गया है. 20 बोरे में पैक कर रखा गया था. पुलिस के मुताबिक 3 लोगों पर शक है, जिसका सत्यापन कर केस दर्ज किया जाएगा. बरामद डोडा का कुल वजन 320 किलोग्राम पाया गया है. पुलिस मामले में आगे की कार्रवाई कर रही है.
"गुप्त सूचना के आधार पर एसएसबी 32 और बाराचट्टी थाना की पुलिस की छापेमारी के दौरान 3 क्विंटल से अधिक डोडा बरामद किया गया है. जब्त डोडा को थाना में लाया गया है. माफियाओं को चिन्हित करने की कार्रवाई जारी है." -राम लखन पंडित, थानाध्यक्ष बाराचट्टी.
क्या होता है डोडाः डोडा को अफीम की फसल से निकाला जाता है. इसकी तस्करी देश के कई राज्यों में होती है, जिसमें राजस्थान, हरियाणा, पंजाब समेत अन्य कई राज्य हैं. बड़े पैमाने पर बाराचट्टी के इलाके से डोडा की तस्करी की जाती है. मार्च महीने से डोडा की तस्करी होनी शुरू हो जाती है. गौरतलब हो कि बाराचट्टी के इलाके में हजारों एकड़ में अफीम की खेती अरसे से होती रही है. गया में डोडा की तस्करी का मामला सामने आया है.