गया: अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कोरोना संक्रमित मरीज ने खाने में कीड़ा मिलने की शिकायत की थी. उसने इसकी फोटो फेसबुक पर वायरल कर दी थी. जिसके बाद जिला प्रशासन हरकत में आया है. प्रशासन ने खाना बनाने वाले कांट्रैक्टर पर 20 हजार का जुर्माना लगाया है.
दरअसल, ईटीवी भारत ने इस खबर को प्रमुखता से दिखाया था. जिसके बाद दोषी कांट्रैक्टर पर कार्रवाई की गई है. एएनएमएमसीएच को कोविड -19 मरीजों के लिए सुरक्षित कर दिया गया है. लेकिन, इस अस्पताल में कोरोना संक्रमित और संदिग्ध मरीजों के खाना बेहतर ढंग से नहीं दिया जा रहा है.
कृषि मंत्री ने कराई मामले की जांच
ईटीवी भारत ने इस खबर की सत्यता जांच कर बिहार सरकार के कृषि मंत्री सह नगर विधायक प्रेम कुमार को इसकी जानकारी दी थी. इस संबंध में कृषि मंत्री सह नगर विधायक प्रेम कुमार ने बताया कि कोरोना संक्रमित मरीजों के परिजनों कर शिकायत की जांच की गई थी. एएनएमएमसीएच आइसोलेशन वार्ड में मरीजों को मिलने वाले खाने की क्वालिटी खराब होने के कारण कांट्रैक्टर पर 20 हजार का फाइन लगाया गया है.
'कोताही बरतने वालों के खिलाफ होगी कड़ी कार्रवाई'
मंत्री प्रेम कुमार ने कहा कि कोरोना वायरस से प्रभावित मरीजों को बेहतर सेवा देना सरकार की प्राथमिकता हैं. इस बीच किसी भी स्तर पर कोताही बरती जाती है उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई है और आगे भी की जाएगी. जिला प्रशासन इसकी समीक्षा कर रहा है.
7 जिलों के मरीजों के लिए सुरक्षित हैं ANMMCH
बता दें कि मगध क्षेत्र के सबसे बड़े अस्पताल अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल को 7 जिलों के कोविड 19 के संक्रमित मरीजों के लिए सुरक्षित रखा गया है. इस अस्पताल में 3 स्तर का आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है. आइसोलेशन लेवल वन वार्ड में कोरोना संदिग्ध मरीज को रखा गया है. आइसोलेशन लेवल टू वार्ड में कोरोना संक्रमित मरीज को रखा गया है और आइसोलेशन लेवल थ्री वार्ड जो ट्रॉमा सेंटर को बनाया गया है, उसमें कोरोना पॉजिटिव के गंभीर मरीजों को रखा जाएगा.