गया: भगवान बुद्ध की पावन ज्ञान भूमि बोधगया में 18 वें इंटरनेशनल त्रिपिटक चैंटिंग पूजा की आज विधिवत शुरुआत हो गयी है. यह सूत्र पाठ विश्व धरोहर महाबोधि महाविहार में बोधी ट्री के नीचे आगामी 12 दिसंबर तक आयोजित है. इसमें विभिन्न देशों (13 देशों) के हजारों श्रद्धालु, बौद्ध भिक्षु भाग ले रहे हैं. इससे पहले विश्वशांति यात्रा जहां-जहां से गुजरी लोगों की भीड़ देखने के लिए उमड़ पड़ी.
18 वें इंटरनेशनल त्रिपिटक पूजा का शुभारंभ: बौद्ध भिक्षु विश्वशांति के लिए 12 दिसंबर तक यहां सुत्र पाठ करेंगे. शुभारंभ के मौके पर बोधगया में भव्य शोभा यात्रा निकाली गई, जिसमें विभिन्न देशों के हजारों श्रद्धालु शामिल रहे. शोभा यात्रा में बौद्ध श्रद्धालुओं के द्वारा अपने-अपने देश के पारंपरिक नृत्य-संगीत की झांकियां भी निकाली गई जो आकर्षण का केंद्र बिंदु बना.
12 दिसंबर तक चलेगी पूजा: शोभा यात्रा का समापन ऐतिहासिक कालचक्र मैदान में हुआ, जहां पर आयोजकों के द्वारा बौद्ध भिक्षुओं को संघदान कराया गया. इस मौके पर लाइट ऑफ बुद्धा धम्मा फाउंडेशन के डायरेक्टर वाग्मो डीएक्सि ने कहा कि इंटरनेशनल त्रिपिटक चैंटिंग पूजा का आज शुभारंभ हुआ है. यह पूजा आगामी 12 दिसंबर तक चलेगी.
"इसमें विभिन्न देशों के लगभग 10 हजार बौद्ध भिक्षु और श्रद्धालु शामिल हुए हैं, जो विश्व शांति को लेकर महाबोधि मंदिर के प्रांगण में स्थित पवित्र बोधिवृक्ष के नीचे लगातार बौद्ध परंपरा के अनुसार पूजा पाठ करेंगे. बोधगया के भी विभिन्न मोनेस्ट्री के बौद्ध भिक्षुओं को इसमें शामिल किया गया है. प्रतिवर्ष इस पूजा का आयोजन किया जाता है, जिसमें देश-विदेश से बौद्ध भिक्षु और श्रद्धालु शामिल होते हैं."- वाग्मो डीएक्सि, डायरेक्टर, लाइट ऑफ बुद्धा धम्मा फाउंडेशन
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