गया: वंदे भारत मिशन के तहत गया एयरपोर्ट पर कुवैत से 151 प्रवासी भारतीय पहुंचे. सभी यात्रियों की मगध प्रमंडल आयुक्त के निगरानी में मेडिकल स्क्रीनिंग की गई. सभी यात्रियों ने पेड क्वॉरेंटाइन सेंटर में रहने के लिए असमर्थता जाहिर की. जिसके बाद जिला प्रशासन की ओर से सभी को बोधगया स्थित निगमा मोनोस्ट्ररी में भेजा गया.
बता दें कि कोरोना महामारी से सुरक्षा और बचाव को लेकर लगाए गए लॉकडाउन के दौरान अलग-अलग देशों में फंसे भारतीय प्रवासी जो अपने वतन वापस लौटने के लिए इच्छुक हैं, उनके लिए वंदे भारत मिशन के तहत हवाई जहाज चलाए जा रहे हैं. इस मिशन के तहत बिहार में लैंडिंग पॉइंट गया एयरपोर्ट को बनाया गया है. बीते 18 मई से गया एयरपोर्ट पर लगतार विदेशी विमान आ रहे हैं. अब तक यूके, मस्कट, दोहा, किर्गिस्तान और विश्केक से विमान आ चुकी है. वहीं, गुरुवार को कुवैत से 151 प्रवासी वापस आए हैं. सभी बिहार के रहने वाले हैं.
एयरपोर्ट निदेशक ने दी जानकारी
इस संबंध में गया एयरपोर्ट निदेशक दिलीप कुमार ने बताया कि गुरुवार को पहली फ्लाइट म्यंमार नेशनल एयरवेज की आई थी. जिससे भारत में फंसे म्यंमार के 65 यात्रियों को भेजा गया. वहीं, दूसरी फ्लाइट कुवैत से आई. जिसमें 151 प्रवासी भारतीय वापस आए. इसके साथ तीसरी फ्लाइट एयर इंडिया का ढाका से गया पहुंची. जिससे 170 अप्रवासी यात्री बिहार पहुंचे. ये सभी यात्री बिहार के रहने वाले हैं.
जिला प्रशासन ने दिखाई दरियादिली
कुवैत से आने वाले प्रवासियों के प्रति गया एयरपोर्ट पर जिला प्रशासन ने दरियादिली दिखाई. कुवैत से आए इन 151 यात्रियों ने पेड क्वॉरेंटाइन सेंटर में रहने में असमर्थता जाहिर की. जिसके बाद मगध प्रमंडल आयुक्त असंगबा चुंबा आओ ने मजदूरों के दर्द को समझा और सभी को बोधगया स्थित निगमा मोनोस्ट्ररी में रहने की व्यवस्था करवाया. इन सभी प्रवासी यात्रियों के लिए ब्लॉक नम्बर-5 के प्रथम तल पर बनाए गए सात कमरों में रखने की व्यवस्था की गई है.