पूर्वी चंपारण: राज्य में चल रहे शराबबंदी कानून के बीच शराब माफिया इतने बेखौफ होते जा रहे हैं, कि शराब माफिया पुलिस की जान लेने में भी नहीं हिचक रहे हैं. सीतामढ़ी जिला में शराब माफियाओं के खिलाफ छापेमारी करने गए दारोगा पर कारोबारियों ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी. जिसमें पूर्वी चंपारण जिले के लखौरा थाना क्षेत्र के रहने वाले दारोगा दिनेश राम की मौत हो गई. जबकि गोली लगने से जख्मी चौकीदार का इलाज चल रहा है.
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परिवार में मचा कोहराम
शहीद दारोगा दिनेश राम का घर लखौरा थाना के ससौला गांव में है. जहां उनकी विधवा मां और बड़े भाई उमेश राम का परिवार रहता है. दारोगा दिनेश राम को गोली लगने की खबर मिलते ही उनके बड़े भाई उमेश राम सीतामढ़ी के लिए निकल गए. जबकि उनकी मां का रो-रोकर बुरा हाल है. ग्रामीणों के अनुसार सीतामढ़ी से दारोगा दिनेश राम को गोली लगने का फोन आया था.
2009 बैच के दारोगा थे दिनेश राम
शहीद दिनेश राम 2009 बैच के दारोगा हैं. उनकी शादी पंचायत शिक्षिका से सिवान जिले के जीरादेई में हुई थी. उनके दो छोटे छोटे बच्चे भी हैं. दिनेश राम का बचपन गरीबी में बीता है. अपने बेरोजगारी के दिनों में लखौरा में राजदेव चौक के पास फुटपाथ पर पिता के साथ डीजल पेट्रोल की दुकान चलाते थे. मोतिहारी प्रखंड के बरवा पंचायत स्थित प्राथमिक स्कूल में दिनेश राम ने नियोजित शिक्षक के रुप में योगदान दिया. गरीबी के आंचल में दारोगा दिनेश राम बचपन से परिस्थितियों से लड़ते हुए दारोगा बने थे.
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शराब माफियाओं ने की अंधाधुंध फायरिंग
बुधवार को सीतामढ़ी जिला के मेजरगंज थाना क्षेत्र स्थित कोआरी गांव में शराब माफियाओं के खिलाफ छापेमारी में गए थे. छापेमारी में गए पुलिस टीम पर शराब माफियाओं ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी. फायरिंग में दारोगा दिनेश राम और एक चौकीदार को गोली लग गई. गोली लगने से दारोगा दिनेश राम शहीद हो गए, जबकि जख्मी चौकीदार का इलाज चल रहा है.