मोतिहारीः कोर्ट के आदेश के बाद राज्य सरकार ने किसानों के पराली जलाने पर रोक लगा दी है. लेकिन शहरी क्षेत्रों में सड़क किनारे पड़े कचरे को लगातार जलाया जा रहा है. जिससे निकल रहे प्रदूषित धुएं से लोग परेशान हैं. एक तरफ धुंए के कारण लोगों में दमा, खांसी और त्वचा सबंधी बीमारियां हो रही हैं. वहीं, दूसरी ओर इससे सड़क दुर्घटनाएं भी बढ़ गई है. नगर परिषद की लापरवाही पर जिला प्रशासन भी उदासीन है. नगर विकास विभाग ने शहरी क्षेत्र से हटकर डंपिंग यार्ड बनाया तो है, लेकिन नगर परिषद यहां कूड़े की डंपिंग नहीं करता है.
धुएं से लोग परेशान
स्थानीय लोगों ने बताया कि नगर परिषद सड़क किनारे कचरा डाल देता है. कई बार मरे हुए जानवर भी फेंक दिए जाते हैं. जिससे यहां रहने में परेशानी हो रही है. उन्होंने बताया कि कचरा डंप करने के बाद इसमें आग लगा दी जाती है. इससे निकलने वाले धुएं से बीमारी फैल रही है और सड़क पर फैले धुएं से दुर्घटनाएं भी हो रही हैं.
लोगों ने बताया कि नगर परिषद के कर्मचारी यहां कचरा गिराने आते हैं. मना करने पर झगड़े को उतारू हो जाते हैं. उन्होंने बताया कि कचरे की बदबू और धुएं से परेशानी हो रही है.
ईटीवी भारत से मिली है जानकारी, करूंगा कार्रवाईः डीएम
डीएम रमण कुमार ने बताया कि अवशेष प्रबंधन पर काफी काम हुआ है. ईटीवी भारत से जानकारी मिल रही है कि एनएच किनारे कचरे का ढेर है. नगर परिषद से मुझे जानकारी दी गई कि स्थानीय लोग कचरे में आग लगाते हैं. स्थानीय लोगों से अपील करता हूं कि वो भी पर्यावरण का ख्याल रखें. साथ ही नगर परिषद को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि कचरे में आग लगाने की नौबत ही नहीं आए.